facebookmetapixel
Delhi blast: अमित शाह ने IB चीफ से की बात, दिल्ली पुलिस ने बताया ये सामान्य धमाका नहीं; नोएडा-मुंबई हाई अलर्ट परRed Fort Blast: लाल किले के पास कार ब्लास्ट, 8 लोगों की मौत — अभी तक और क्या-क्या पता चला है?Bomb Blast in Delhi: लाल किले के पास खड़ी कार में धमाका, 8 लोगों की मौत; पुलिस हाई अलर्ट परVodafone Idea Q2 results: घाटा कम होकर ₹5,524 करोड़ पर आया, रेवेन्यू 2.4% बढ़ाअमेरिका में ट्रंप के टैरिफ पर सुप्रीम कोर्ट का केस बढ़ा सकता है भारत की चिंता, व्यापार समझौते पर बड़ा खतराबजट-पूर्व बैठक में एक्सपर्ट्स ने कृषि सेक्टर में R&D के लिए ज्यादा धनराशि पर जोर दियाअगर बैंक ने ज्यादा पैसे काट लिए या शिकायत पर जवाब नहीं दिया, ऐसे घर बैठे करें फ्री में कंप्लेंटBihar Election 2025: दूसरे चरण में 3.7 करोड़ मतदाता 122 सीटों पर करेंगे 1,302 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसलाBandhan MF ने उतारा नया हेल्थकेयर फंड, ₹100 की SIP से निवेश शुरू; किसे लगाना चाहिए पैसा?Explained: AQI 50 पर सांस लेने से आपके फेफड़ों और शरीर को कैसा महसूस होता है?

भारतीय PC बाजार के आयात में गिरावट, PLI योजना की घोषणा के बावजूद कम हुई खेप

Last Updated- May 23, 2023 | 8:09 PM IST
India far behind in race for electronics exports to US

डेस्कटॉप, नोटबुक और वर्कस्टेशन समेत भारतीय पीसी बाजार के आयात में पिछले साल के मुकाबले कैलेंडर वर्ष 2023 की पहली तिमाही के दौरान कुल मिलाकर 30.1 प्रतिशत तक की कमी आई है और यह गिरकर केवल 29.9 लाख इकाई रह गया है। इंटरनैशनल डेटा कॉरपोरेशन (IDC) के आज जारी वर्ल्डवाइड क्वार्टर्ली पर्सनल कंप्यूटिंग डिवाइस ट्रैकर के नवीनतम आंकड़ों से यह जानकारी मिली है।

हालांकि वर्ष 23 की पहली तिमाही में डेस्कटॉप की मांग सकारात्मक थी, लेकिन नोटबुक श्रेणी में एक और कमजोर तिमाही नजर आई क्योंकि इसमें पिछले साल के मुकाबले 40.8 प्रतिशत तक की गिरावट हुई।

मुख्य रूप से धीमी मांग और बाजार की कम धारणा के कारण उपभोक्ता खंड में पिछले साल की तुलना में 36.1 प्रतिशत तक की गिरावट आई है तथा उद्यमों और एसएमई द्वारा खरीद में कमी करने या खरीद टालने के कारण वाणिज्यिक खंड में पिछले साल के मुकाबले 25.1 प्रतिशत तक की गिरावट आई है।

पीसी आयात में यह लगातार गिरावट ऐसे समय में आई है, जब सरकार ने बेहतर वित्तीय प्रोत्साहन के साथ आईटी उत्पादों के लिए उत्पादन से जुड़े प्रोत्साहन (पीएलआई) की नई योजना की हाल ही में घोषणा की है। इसका उद्देश्य देश में पीसी और लैपटॉप के घरेलू उत्पादन को बढ़ाना है, जिनका फिलहाल ज्यादातर आयात किया जाता है और वह भी चीन से।

इसके अलावा इसका उद्देश्य भारत को क निर्यात केंद्र में तब्दील करना भी है। देश में ईएमएस कंपनियों को ठेके देते हुए एचपी, डेल, एसर, आसुस और यहां तक कि लेनोवो जैसी वैश्विक कंपनियों का उत्पादन भारत में स्थानांतरित कराने पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है।

अलबत्ता विशेषज्ञों को उम्मीद है कि यह एक अस्थायी झटका है और भारत में इन उत्पादों के उत्पादन को आकर्षक बनाते हुए मांग में तेजी आएगी। आईसीईए के अनुमान के अनुसार आईटी हार्डवेयर पर पीएलआई योजना में छह साल के दौरान भारत में 3.35 लाख करोड़ रुपये के संचयी उत्पादन का अनुमान है, जो इसी अवधि के लिए घरेलू बाजार में संचयी मांग का आधा भी नहीं है।

लेकिन इस समय वास्तविकता यह है कि वर्ष 23 की पहली तिमाही में आयात में गिरावट और भी तेज हो जाती, अगर सरकार और शिक्षा क्षेत्रों की मांग नहीं होती जो वर्ष 23 की पहली तिमाही में सकारात्मक क्षेत्र में थे।

First Published - May 23, 2023 | 8:09 PM IST

संबंधित पोस्ट