एशिया की सबसे बड़ी रेटेड-4 डेटा केंद्र परिचालक कंट्रोलएस डेटासेंटर्स लिमिटेड (CtrlS Datacenters Ltd.) अपनी क्षमता को मौजूदा 234 मेगावॉट से बढ़ाकर एक गीगावॉट तक करेगी। इसके लिए कंपनी ने अगले तीन से चार साल में दो अरब डॉलर से अधिक का निवेश करने की योजना बनाई है। कंपनी के शीर्ष अधिकारी ने बिजनेस स्टैंडर्ड को यह जानकारी दी। इस विस्तार में 20 मझोले और छोटे शहरों में एज डेटा केंद्रों के अलावा मुंबई, हैदराबाद और चेन्नई में विस्तार शामिल है।
कंट्रोलएस डेटासेंटर्स के मुख्य कारोबार अधिकारी रॉयस थॉमस ने कहा, ‘हम अगले तीन से चार साल में दो अरब डॉलर से अधिक के निवेश की योजना बना रहे हैं जिससे मौजूदा 234 मेगावॉट क्षमता बढ़कर एक गीगावॉट हो जाएगी।’
कंपनी ने हाल ही में मुंबई, हैदराबाद, नोएडा और बेंगलूरु के बाद चेन्नई में अपने पांचवें हाइपरस्केल डेटा केंद्र परिसर का अनावरण किया था। केंट्रोलएस डेटासेंटर्स विभिन्न चरणों में चेन्नई डेटासेंटर पार्क में 4,000 करोड़ रुपये का निवेश करेगी।
उन्होंने कहा ‘हमने मुंबई में पांच डेटा केंद्र बनाए हैं और हमारे पास 300 मेगावॉट तक की राह है। हैदराबाद में हमारे पास तीन डेटा केंद्र हैं और तीसरा कारोबार के लिए खुला हुआ है तथा अब ग्राहक आ रहे हैं। चेन्नई में जल्द ही तैयार होने वाले दो डेटा केंद्र हैं।’
पहला डेटा केंद्र भवन (चेन्नई डीसी 1) पूरी तरह से बुक हो चुका है और साल 2024 की दूसरी तिमाही में शुरू हो जाएगा। दूसरा डेटा केंद्र भवन (चेन्नई डीसी 2) साल 2024 की दूसरी छमाही में शुरू होने वाला है और फिलहाल बुकिंग ली जा रही है। चेन्नई डीसी2 10 मंजिला संरचना है और इसमें 27 मेगावॉट का आईटी लोड है।
उन्होंने कहा, ‘हम मझोले और छोटे बाजारों में 20 अन्य जगह एज डेटा केंद्र की योजना बना रहे हैं। भारत में ऐसे बाजारों में 40 लाख से 70 लाख लोगों का जनसंख्या घनत्व है। इनमें लखनऊ, पटना, अहमदाबाद और गुवाहाटी हमारी योजना में शामिल हैं।’ कंपनी के पास पहले से ही लखनऊ, पटना और अहमदाबाद में जमीन है।
थॉमस ने कहा ‘चेन्नई में हम सभी चरणों के दौरान 4,000 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश करेंगे। यह खासा बड़ा विकास है। हम 500 लोगों को काम पर रखने की योजना बना रहे हैं।’