Hiring trend: आर्टिफिशल इंटेलिजेंस (एआई) के बढ़ते प्रभाव का असर कंपनियों में भर्तियों के तौर-तरीकों पर भी दिखने लगा है। अब कंपनियां नए लोगों को अपने साथ जोड़ने से पहले उनकी डिग्री से अधिक उनके हुनर पर गौर कर रही हैं। पेशेवरों को एक दूसरे जोड़ने वाले प्लेटफॉर्म लिंक्डइन के अनुसार 78 प्रतिशत कंपनियां अब नए कर्मचारियों को रखने से पहले उनकी औपचारिक डिग्री से अधिक उनके हुनर को तवज्जो दे रही हैं।
लिंक्डइन के इस सर्वेक्षण में पाया गया है कि हुनर एवं कौशल को अधिक महत्त्व देने का यह चलन वैश्विक क्षमता केंद्रों (85 प्रतिशत) और आईटी कंपनियों (71 प्रतिशत) की अगुआई में हो रहा है। लिंक्डइन टैलेंट सॉल्यूशंस की प्रमुख (भारत) रुचि आनंद ने कहा, हम पिछले कुछ वर्षों से हुनर को अधिक महत्त्व देने पर चर्चा करते रहे हैं। अब इस रिपोर्ट में यह बात साफ दिखाई दे रही है कि औपचारिक शैक्षणिक योग्यताओं की तुलना में हुनर को अधिक महत्व दिया जा रहा है। हमने पाया है कि भारतीय कंपनियां इस मामले में सबसे आगे चल रही हैं। इस सर्वेक्षण में कहा गया है कि 78 प्रतिशत कंपनियां सर्वप्रथम कौशल को प्राथमिकता देने की रणनीति के साथ काम कर रही हैं।
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आनंद ने कहा कि इस बदलाव का एक कारण यह भी है कि परंपरागत भर्ती प्रक्रिया अब बदल गई है। उन्होंने कहा, पहले जब भर्तियां होती थीं तो सबसे पहले एमबीए डिग्री के साथ इंजीनियरिंग या स्नातकोत्तर डिग्री को प्राथमिकता दी जाती थी। मगर अब किसी उम्मीदवार में कोई खास हुनर है और वह इसे साबित कर सकता है तो उसे टीम में शामिल कर लिया जाता है। ऐसा इसलिए भी हो रहा है क्योंकि हमें एक अधिक प्रतिभावान लोगों की जरूरत महसूस हो रही है।
उन्होंने कहा कि जब कंपनियां हुनर को शीर्ष प्राथमिकता देती हैं तो प्रतिभावान लोगों की तादाद भारत में 9 गुना बढ़ जाती है। महिला उम्मीदवारों के मामले में तो इसमें 12 गुना बढ़ोतरी हो जाती है।
आनंद ने कहा कि इस नए चलन का एक और कारण करियर में होने वाले बदलाव हैं। उन्होंने कहा, हम लिंक्डइन प्लेटफॉर्म पर अक्सर देख रहे हैं कि पेशेवर अपना पेशा तेजी से बदल रहे हैं। वे शुरुआत किसी एक पेशे में करते हैं और फिर कोई दूसरे क्षेत्र में अपना हुनर दिखाने लगते हैं। संगठनों को भी इससे कोई गुरेज नहीं है क्योंकि उन्हें भी अधिक हुनरमंद लोगों की जरूरत है।