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बिस्लरी ने कोका कोला से मांगा 20 करोड़ का हर्जाना

Last Updated- December 06, 2022 | 1:01 AM IST

बोतलबंद पानी बनाने वाली देश की प्रमुख कंपनी बिस्लरी ने माजा ब्रांड पर कोका कोला इंडिया के साथ छिड़े विवाद को आगे बढ़ाते हुए कोला कंपनी से 20 करोड़ रुपये हर्जाने की मांग कर डाली है।


बिस्लरी ने माजा ट्रेडमार्क को किसी अन्य देश में पंजीकृत नहीं कराने का वायदा तोड़ने के एवज में यह हर्जाना मांगा है।दरअसल कोका कोला ने 1993 में माजा ब्रांड बिस्लरी से खरीदा था।


उस समय दोनों कंपनियों के बीच यह करार हुआ था कि ट्रेडमार्क को उन देशों में पंजीकृत नहीं कराया जाएगा, जहां ब्रांड के रूप में माजा की बिक्री नहीं हो रही है। लेकिन बिस्लरी की शिकायत है कि कोका कोला इंडिया ऐसा करने की कोशिश कर रही है।इसी वजह से उसने कंपनी से हर्जाना मांगा है।लेकिन कोका कोला इंडिया ने इसे बिल्कुल नाजायज बताते हुए नकार दिया है। उसका कहना है कि उसने किसी तरह का करार नहीं तोड़ा है।


बिस्लरी के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक रमेश चौहान ने बिजनेस स्टैंडर्ड को बताया, ‘अगर हमें मुआवजा नहीं मिलता है, तो हम कोका कोला के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेंगे। आखिर वह करार और कारोबार से संबंधित बौद्धिक संपदा के अधिकार का उल्लंघन कर रही है।’


जवाब में कोका कोला के प्रवक्ता ने कहा, ‘मुआवजे की बात ही कहां से आई। मुआवजा तो वहां होता है, जहां करार का उल्लंघन किया जाए। अगर करार को तोड़ा ही नहीं गया है, तो मुआवजे या कानूनी कार्रवाई की बात ही पैदा नहीं होती। दोनों कंपनियों के बीच जो करार हुआ था, उसके प्रावधान 1 और 4 में कहा गया है कि माजा पर किसी का विशेषाधिकार नहीं है।इसलिए इस ब्रांड पर कोका कोला का भी पूरा अधिकार है। वैसे भी दूसरे देशों में इसका पंजीकरण कराने का हमारा कोई इरादा नहीं है।’

First Published - May 1, 2008 | 12:09 AM IST

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