OLA इलेक्ट्रिक के संस्थापक भवीश अग्रवाल ई-वाहन निर्माता कंपनी के आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (IPO) के तहत निजी क्षमता में (उनके पास 1.36 अरब शेयर हैं) में से 3.48 फीसदी शेयर बेचने की तैयारी में हैं।
IPO के 440 पृष्ठों के विवरण (डीआरएचपी) के विश्लेषण के अनुसार अग्रवाल फर्म के IPO से पहले सॉफ्टबैंक के निवेश वाली इस फर्म में तकरीबन 4.74 करोड़ शेयर बेचेंगे।
बिक्री की पेशकश (ओएफएस) वाले शेयरों में करीब आधी हिस्सेदारी इनकी रहेगी। IPO से पहले कंपनी में उनकी हिस्सेदारी 36.94 फीसदी है। यह पहली बार है कि अग्रवाल किसी कंपनी का IPO ला रहे हैं। उद्योग सूत्रों के मुताबिक कंपनी साल 2024 की शुरुआत तक सात से आठ अरब डॉलर के मूल्यांकन का लक्ष्य तय करके चल रही है।
कंपनी ने 22 दिसंबर को भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) के पास अपना डीआरएचपी दाखिल किया है। इसमें 5,500 करोड़ तक के इक्विटी शेयरों का ताजा निर्गम और 10 रुपये के अंकित मूल्य पर 9.5 करोड़ से अधिक के इक्विटी शेयर हैं।
बिक्री करने वाले अन्य शेयरधारकों में इंडस ट्रस्ट, अल्फा वेव वेंचर्स, अल्पाइन अपॉर्चुनिटी फंड, डीआइजी इन्वेस्टमेंट, इंटरनेट फंड-3 (टाइगर ग्लोबल), मैकरिची इन्वेस्टमेंट्स, मैट्रिक्स पार्टनर्स, सॉफ्टबैंक विजन फंड और टेकने प्राइवेट वेंचर्स शामिल हैं।
सॉफ्टबैंक 2.38 करोड़ इक्विटी शेयर बेच रही है। यह फर्म कुल मिलाकर 1,100 करोड़ रुपये के नकद मूल्य पर इक्विटी शेयरों के प्री-IPO प्लेसमेंट पर विचार कर सकती है। अगर ऐसा किया जाता है, तो नये निर्गम का आकार उस राशि से कम हो जाएगा।
कंपनी इस पैसे का इस्तेमाल पूंजीगत व्यय, कर्ज चुकाने और अनुसंधान एवं विकास (आरऐंडडी) के लिए करेगी। यह पूंजीगत व्यय में 1,226 करोड़ रुपये का निवेश करेगी और कर्ज का भुगतान करने के लिए 800 करोड़ रुपये खर्च करेगी। कंपनी शुद्ध कमाई में से 1,600 करोड़ रुपया आरऐंडडी और 350 करोड़ रुपया आंतरिक रूप से वृद्धि की पहल के संबंध में इस्तेमाल करेगी।
डीआरएचपी में कंपनी ने कहा है कि 30 जून, 2023 को समाप्त हुए तीन महीने की अवधि और वित्त वर्ष 23, वित्त वर्ष 22 और वित्त वर्ष 21 में उसका आरऐंडडी व्यय क्रमशः 93.5 करोड़ रुपये, 507.7 करोड़ रुपये, 175.8 करोड़ रुपये और 43.6 करोड़ रुपये था। इसमें इस अवधि के दौरान कुल आय का क्रमशः 7.32 फीसदी, 18.25 फीसदी, 38.54 फीसदी और 41.11 फीसदी हिस्सा शामिल रहा।
डीआरएचपी में कहा गया है ‘हमने आरऐंडडी में भारी निवेश किया है और निवेश जारी रखने की योजना बनाई है, जिसमें बीआईसी (बैटरी इनोवेशन सेंटर) के जरिये अपनी सेल विनिर्माण क्षमता विकसित करना भी शामिल है। इस बात का कोई भरोसा नहीं है कि हमें इस निवेश पर प्रतिफल मिल जाएगा।’
डीआरएचपी में कंपनी ने सार्वजनिक पेशकश से जुड़े लगभग 77 जोखिम कारकों की पहचान की है। कंपनी ने कहा कि उसका परिचालन इतिहास सीमित है तथा उसे परिचालन से घाटा और ऋणात्मक नकदी प्रवाह वहन करना पड़ा है। वित्त वर्ष 23 में OLA इलेक्ट्रिक का शुद्ध घाटा पिछले वित्त वर्ष के 784.1 करोड़ रुपये से दोगुना होकर लगभग 1,472 करोड़ रुपये हो गया है।
कंपनी ने कहा है, ‘निकट भविष्य में हमारा परिचालन घाटा जारी रह सकता है क्योंकि हम अपने कारोबार में निवेश कर रहे हैं और अपने उत्पाद पोर्टफोलियो का विस्तार, क्षमता निर्माण कर हैं और अपना परिचालन बढ़ा रहे हैं।’