औद्योगिक और ऊर्जा क्षेत्र में देश के कुछ बड़े समूहों के तेजी से बढ़ते कारोबार के बीच उनमें कर्मचारियों की नौकरी छोड़ने की दर भी ज्यादा दिख रही है। यह दर दो अंकों में है। वित्त वर्ष 2024 के आंकड़ों से यह जानकारी मिली है। अदाणी, वेदांत, आदित्य बिड़ला ग्रुप और लार्सन ऐंड टुब्रो (एलऐंडटी) जैसे समूहों की प्रमुख कंपनियों में वित्त वर्ष 24 के दौरान स्थायी कर्मचारियों के नौकरी छोड़ने की दर दो अंकों में रही है। इनमें से कुछ कंपनियां नौकरी छोड़ने की दर में कमी के लिए बेहतर वेतन वृद्धि, ईवी कार योजनाएं, ईसॉप समेत अन्य उपाय अपना रही हैं।
उदाहरण के लिए कोयले से लेकर हवाई अड्डा क्षेत्र तक में कार्यरत अदाणी समूह की प्रमुख कंपनी अदाणी एंटरप्राइजेज ने वित्त वर्ष 2024 में कर्मचारियों के नौकरी छोड़ने की दर 15.9 प्रतिशत दर्ज की है। यह वित्त वर्ष 23 और वित्त वर्ष 22 में दर्ज की गई क्रमशः 13.57 प्रतिशत और 13.26 प्रतिशत की दर के मुकाबले ज्यादा है। इस बारे में कंपनी को भेजे गए ईमेल का कोई जवाब नहीं मिला।
वेदांत लिमिटेड में वित्त वर्ष 24 के दौरान कर्मचारियों की नौकरी छोड़ने की दर 14 प्रतिशत थी जो एक साल पहले के 12 प्रतिशत की तुलना में अधिक रही। अलबत्ता कंपनी के प्रवक्ता ने बताया कि कंपनी के उठाए कदमों की वजह से यह दर वित्त वर्ष 22 की 16 प्रतिशत की दर के मुकाबले कम है।
कर्मचारी समाधान कंपनी टीमलीज के मुख्य कार्य अधिकारी (स्टाफिंग) कार्तिक नारायण ने कहा ‘मुख्य क्षेत्र वाले कर्मचारियों के मामले में कुशल कर्मचारियों की मांग आपूर्ति से कहीं ज्यादा है।’ इनमें से कई समूह बड़े स्तर पर विस्तार और अब तक की सर्वाधिक ऑर्डर बुक के दौर से गुजर रहे हैं या उत्पादन की सर्वाधिक संख्या दर्ज कर रहे हैं। ये सभी कारक कुशल श्रमिकों की अधिक मांग को बढ़ावा दे रहे हैं।
एलऐंडटी के प्रमुख अधिकारी पहले ही कह चुके हैं कि उद्योग में कुशल श्रमिकों की कमी है। वित्त वर्ष 24 में एलऐंडटी में नौकरी छोड़कर जाने की दर 11.7 प्रतिशत थी। हालांकि यह वित्त वर्ष 22 और वित्त वर्ष 23 की तुलना में कम थी, लेकिन यह दो अंकों में बनी हुई है। जून तक एलऐंडटी के पास 4.90 लाख करोड़ रुपये की ऑर्डर बुक थी जो अब तक की सबसे अधिक है।
लार्सन ऐंड टुब्रो के मुख्य मानव संसाधन अधिकारी सी जयकुमार ने कहा ‘कर्मचारियों के नौकरी छोड़कर जाने से निपटने तथा अपने प्रतिभावान कर्मचारियों को जोड़े रखने और विकसित करने के लिए हमारे पास समग्र दृष्टिकोण है।’ उन्होंने कहा कि इस दृष्टिकोण में ईवी कार की योजना, छुट्टी की लचीली नीतियां, उन्नत शिक्षा कार्यक्रम तथा महिलाओं, जेन जेड और ईडीआरसी जैसे कर्मचारियों के विशिष्ट समूहों के लिए केंद्रित कार्यक्रम जैसी नीतियां शामिल हैं।’