भारती एयरटेल का समेकित शुद्ध लाभ वित्त वर्ष 23 की तीसरी तिमाही के दौरान सालाना आधार पर 91.5 प्रतिशत बढ़कर 1,588 करोड़ रुपये हो गया। इसमें राजस्व वृद्धि और 4जी ग्राहक जुड़ने की खासी भूमिका रही।
पिछले साल इसी तिमाही के दौरान एयरटेल ने 830 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा दर्ज किया था। हालांकि अधिक परिचालन (Operating) खर्च और लाइसेंस शुल्क से संबंधित 669 करोड़ रुपये के प्रावधान के कारण शुद्ध लाभ क्रमिक आधार पर कम रहा।
पिछले अक्टूबर में वाणिज्यिक 5जी सेवाएं शुरू करने वाली एयरटेल के राजस्व में 19.9 प्रतिशत का इजाफा नजर आया, जो बढ़कर 35,804 करोड़ रुपये हो गया। प्रति उपयोगकर्ता औसत राजस्व (ARPU) क्रमिक रूप से 1.5 प्रतिशत और सालाना आधार पर 18.4 प्रतिशत बढ़कर 193 रुपये हो गया।
परिचालन स्तर पर कंपनी ने लाभ में सालाना आधार पर 24.8 प्रतिशत का इजाफा दर्ज किया और यह बढ़कर 18,601 करोड़ रुपये हो गया, जबकि परिचालन मार्जिन 2.1 प्रतिशत अंक तक बढ़कर 52 प्रतिशत हो गया।
कंपनी ने दिसंबर में दो राज्यों में अपना न्यूनतम रिचार्ज प्लान (99 रुपये) बंद कर दिया था और जनवरी में सात अन्य राज्यों में भी ऐसा ही किया गया था। इस कारण इसके शुरुआती प्लान 155 रुपये से शुरू होते हैं।
एयरटेल 4जी खंड में लगातार बाजार हिस्सेदारी हासिल कर रही है और कंपनी ने दिसंबर तिमाही के दौरान 64 लाख 4जी ग्राहक जोड़े हैं। अब इसके 4जी ग्राहकों की कुल संख्या 21.6 करोड़ से अधिक हो गई है और यह संख्या देश में इसके ग्राहक आधार की 67.8 प्रतिशत बैठती है। प्रति माह प्रति ग्राहक औसत डेटा उपयोग क्रमिक रूप से 20.3 जीबी पर स्थिर रहा।
हालांकि एयरटेल के एआरपीयू में रिलायंस जियो की तुलना में बेहतर क्रमिक वृद्धि नजर आती है, लेकिन जियो के मामले में दिसंबर में समाप्त होने वाली तिमाही में प्रति ग्राहक डेटा उपयोग में बेहतर वृद्धि देखी गई है।