एयर इंडिया की 2 पायलट यूनियनों ने सोमवार को चेतावनी दी है कि अगर एयरलाइन की संशोधित सेवा शर्तों पर हस्ताक्षर न करने की वजह से किसी सदस्य को नौकरी से निकाला गया तो वे अपने सहकर्मी की बहाली के लिए कोई भी कदम उठा सकते हैं।
इंडियन कॉमर्शियल पायलट्स एसोसिएशन (ICPA) ने पिछले शुक्रवार को एयर इंडिया को कानूनी नोटिस भेजा है, जिसमें आरोप लगाए गए हैं कि एयरलाइन संशोधित सेवा समझौते पर हस्ताक्षर करने के लिए लोगों पर व्यक्तिगत दबाव बना रही है।
सोमवार को पारित संयुक्त प्रस्ताव में ICPA और इंडियन पायलट्स गिल्ड (IPG) ने कहा, ‘अगर हमारी यूनियनों के किसी भी सदस्य को संशोधित सेवा शर्तों पर हस्ताक्षर न करने के कारण प्रबंधन निलंबित करता है तो ICPA और IPG अपने सदस्यों की रक्षा के लिए किसी भी हद तक जा सकती हैं, जब तक उन्हें बहाल नहीं कर दिया जाता।’
एयर इंडिया ने 17 अप्रैल को पायलटों और केबिन क्रू के लिए नए वेतन ढांचे की घोषणा की थी। इसमें पायलटों के गारंटीयुक्त फ्लाइंग अलाउंस को दोगुना कर 40 घंटे कर दिया गया था। इसके साथ ही पायलटों को सेवा के वर्ष के आधार पर सर्विस रिवॉर्ड दिया जाएगा।