facebookmetapixel
₹30,000 से ₹50,000 कमाते हैं? ऐसे करें सेविंग और निवेश, एक्सपर्ट ने बताए गोल्डन टिप्सभारतीय IT कंपनियों को लग सकता है बड़ा झटका! आउटसोर्सिंग रोकने पर विचार कर रहे ट्रंप, लॉरा लूमर का दावाये Bank Stock कराएगा अच्छा मुनाफा! क्रेडिट ग्रोथ पर मैनेजमेंट को भरोसा; ब्रोकरेज की सलाह- ₹270 के टारगेट के लिए खरीदेंपीएम मोदी इस साल UNGA भाषण से होंगे अनुपस्थित, विदेश मंत्री जयशंकर संभालेंगे भारत की जिम्मेदारीस्विगी-जॉमैटो पर 18% GST का नया बोझ, ग्राहकों को बढ़ सकता है डिलिवरी चार्जपॉलिसीधारक कर सकते हैं फ्री लुक पीरियड का इस्तेमाल, लेकिन सतर्क रहेंGST 2.0: छोटे कारोबारियों को 3 दिन में पंजीकरण, 90% रिफंड मिलेगा तुरंतSwiggy ऐप पर अब सिर्फ खाना नहीं, मिनटों में गिफ्ट भी मिलेगाGST कटौती के बाद छोटी कारें होंगी 9% तक सस्ती, मारुति-टाटा ने ग्राहकों को दिया फायदा48,000 करोड़ का राजस्व घाटा संभव, लेकिन उपभोग और GDP को मिल सकती है रफ्तार

Adani Ports ने कोचीन शिपयार्ड को आठ हार्बर टग का ऑर्डर दिया, सौदा की रकम 450 करोड़ रुपये

कंपनी ने कहा कि उम्मीद है कि दिसंबर 2026 से टग की डिलिवरी शुरू हो जाएगी और यह मई 2028 तक पूरी हो जाएगी।

Last Updated- December 27, 2024 | 10:14 PM IST
Adani Ports orders eight harbor tugs from Cochin Shipyard, deal value Rs 450 crore अदाणी पोर्ट्स ने कोचीन शिपयार्ड को आठ हार्बर टग का ऑर्डर दिया, सौदा की रकम 450 करोड़ रुपये

अदाणी पोर्ट्स ऐंड स्पेशल इकनॉमिक जोन (एपीएसईजेड) ने आज घोषणा की है कि उसने कोचीन शिपयार्ड द्वारा निर्मित आठ हार्बर टग का ऑर्डर दिया है। कंपनी ने बताया कि यह सौदा 450 करोड़ रुपये में किया गया है।

कंपनी ने कहा कि उम्मीद है कि दिसंबर 2026 से टग की डिलिवरी शुरू हो जाएगी और यह मई 2028 तक पूरी हो जाएगी। भारत के सबसे बड़ी निजी बंदरगाह संचालक को उम्मीद है कि इन टग से भारतीय बंदरगाहों में पोत संचालन की दक्षता और सुरक्षा में काफी सुधार होगा। टग को टगबोट भी कहा जाता है और यह पोत एवं बंदरगाह के आवश्यक जहाज होते हैं।

अदाणी पोर्ट्स ऐंड स्पेशल इकनॉमिक जोन के पूर्णकालिक निदेशक और मुख्य कार्य अधिकारी अश्विनी गुप्ता ने कहा, ‘इस खरीद के लिए कोचीन शिपयार्ड से सौदा करना भारत में समुद्री बुनियादी ढांचे को बढ़ाने की हमारी प्रतिबद्धता और देश के सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों में हमारे भरोसे को दर्शाता है। विश्वस्तरीय हमारे देसी विनिर्माण क्षमताओं का लाभ लेकर हमारा लक्ष्य मेक इन इंडिया पहल में योगदान देना है और यह सुनिश्चित करना है कि हमारे संचालन सुरक्षा और दक्षता के अंतरराष्ट्रीय मानकों को पूरा करते हैं।’

कंपनी ने कहा कि हमारी कवायद स्थानीय विनिर्माण को बढ़ाने और समुद्र क्षेत्र में सरकार की मेक इन इंडिया और आत्मनिर्भर भारत के अनुरूप है। इससे पहले अदाणी ने कोचीन शिपयार्ड को 62 टन के दो बोलार्ड पुल एएसडी टग बनाने का ठेका दिया था।

First Published - December 27, 2024 | 10:14 PM IST

संबंधित पोस्ट