हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद सुप्रीम कोर्ट की तरफ से राहत मिलते ही अदाणी ग्रुप (Adani Group) के शेयरों में बढ़त दिखने लगी और साथ ही साथ इसकी लोन बुक में भी सुधार होने लगा। अदाणी ग्रुप के कुल लोन पोर्टफोलियो (loan portfolio) में विदेशी लोन की हिस्सेदारी मार्च 2023 के 63 फीसदी से घटकर सितंबर 2023 तक 61 फीसदी हो गई है।
अदाणी ग्रुप के विदेशी लोन में आ रही गिरावट की मुख्य वजह यह है कि ग्रुप ने अपने विदेशी कर्जों का कुछ हिस्सा चुका दिया है और पुराने लोन का कुछ हिस्सा रीफाइनैंस (refinance) कर दिया है।
दूसरी ओर, पिछले साल जनवरी में अमेरिकी शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च (Hindenburg Research) की एक रिपोर्ट के बाद सितंबर 2023 में कुल लोन में भारतीय कर्जदाताओं की हिस्सेदारी मार्च में 37 फीसदी से बढ़कर 39 फीसदी हो गई, जिसके कारण शेयरों में अस्थिरता पैदा हो गई थी। ऐसे में अगर अदाणी ग्रुप की सभी कंपनियों का कुल लोन मिला दिया जाए तो वह मार्च से सितंबर की इस अवधि 2.26 ट्रिलियन रुपये यानी 2.26 लाख करोड़ रुपये पर स्थिर रहा।
Adani Group ने हाल ही में दुनिया भर के प्रमुख शहरों में निवेशकों से मुलाकात की और जिस तरह से निवेशकों को प्रेजेंटेशन में बताया गया है कि इस दौरान इसने ब्लैक रॉक (Black Rock), AIA, PIMCO, फिडेलिटी (Fidelity), अपोलो (Apollo), मेटलाइफ (Metlife), गोल्डमैन सैक्स (Goldman Sachs ) जैसे कई निवेशकों से बॉन्ड में निवेश आकर्षित किया है।
प्रेजेंटेशन में दिखाया गया कि मौजूदा समय अदाणी पोर्ट्स एंड एसईजेड (Adani Ports & SEZ ) पर सबसे ज्यादा विदेशी लोन है, जिसमें बॉन्ड निवेशकों से 4 बिलियन डॉलर (4 अरब डॉलर) जुटाए गए हैं, इसके बाद अदाणी एनर्जी सॉल्यूशंस (Adani Energy Solutions ) ने 2.5 बिलियन डॉलर और अदाणी ग्रीन (Adani Green) की तरफ से 1.57 बिलियन डॉलर जुटाए गए हैं। अदाणी ग्रुप के एयरपोर्ट बिजनेस ने भी विदेशी बॉन्ड के जरिये 750 मिलियन डॉलर जुटाए हैं।
ग्लोबल निवेशकों को भारत में निवेश के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर सबसे ज्यादा पसंद आया। ऐसे में हिंडनबर्ग रिसर्च रिपोर्ट के बाद सुप्रीम कोर्ट के पॉजिटिव रिस्पांस और ग्लोबल रेटिंग फर्मों द्वारा हाल ही में अपग्रेड किए जाने के बाद सेकंडरी मार्केट में अदाणी ग्रुप के बॉन्ड में निवेश बढ़ गया है।
हालांकि, अदाणी ग्रुप के प्रवक्ता ने टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।
अदाणी ग्रुप ने हवाई अड्डे और ग्रीन हाइड्रोजन बिजनेस (airport and green hydrogen business) में हिस्सेदारी बेचकर 2.6 बिलियन डॉलर का फंड जुटाने की योजना बनाई है।
लेन-देन (transaction) से जुड़े एक बैंकर ने कहा, लेन-देन की घोषणा जल्द ही की जाएगी। एक बैंकर ने कहा, ‘पिछले कुछ महीनों में शेयरों और निवेशकों की तरह बॉन्ड में भी सुधार हुआ है और इसलिए नए बॉन्ड में दिलचस्पी बढ़ी है।’
20 फरवरी को, फिच रेटिंग्स (Fitch Ratings ) ने स्थिर आउटलुक (stable outlook) के साथ अदाणी एनर्जी सॉल्यूशन द्वारा जारी किए गए 400 मिलियन अमेरिकी डॉलर के सीनियर सिक्योर्ड नोट्स पर ‘BBB-‘ रेटिंग दी। अदाणी ग्रुप को उम्मीद है कि वित्तीय वर्ष 2024 (FY24) का अंत 80,000 करोड़ रुपये के एबिटा के साथ होगा। बता दें कि Adani Energy Solution को पहले Adani Transmission के नाम से जाना जाता था।
इससे पहले, मूडीज (Moody’s) और S&P ने अदाणी ग्रुप की कंपनियों के सभी इश्यूअर्स के लिए रेटिंग दी थी। रेटिंग आठ इश्यूअर्स की रेटिंग पुष्टि और दोनों रेटिंग एजेंसियों द्वारा पांच एंटिटीज के स्टेबल ऑउटलुक की बहाली को दिखाता है।
मूडीज ने एक स्टेबल ऑउटलुक देते हुए कहा कि ग्रुप ने क्र लोन ट्रांजैक्शन्स पूरे कर लिए हैं, जिसमें रीफाइनैंस के साथ-साथ नई लोन फैसिलिटीज प्राप्त करना भी शामिल है, जो ‘उचित लागत पर डेट कैपिटल तक इसकी लगातार पहुंच को दर्शाता है’।
साथ ही, Moody’s ने कहा कि GQG और कतर इन्वेस्टमेंट अथॉरिटी (Qatar Investment Authority) जैसे बड़े इंन्स्टीट्यूशनल और स्ट्रैटेजिक इन्वेस्टर्स द्वारा कई हाई-प्रोफाइल इक्विटी ट्रांजैक्शन्स ने अदाणी ग्रुप के बढ़ रहे इक्विटी मार्केट के एक्सेस को भी दिखाता है।