Adani Energy Solutions Results: गौतम अदाणी की पावर सेक्टर की कंपनी ने आज यानी 22 अक्टूबर को जुलाई-सितंबर तिमाही के लिए रिजल्ट्स जारी कर दिए हैं। एक्सचेंजों को दी गई जानकारी में अदाणी एनर्जी सॉल्यूशंस ने बताया कि सितंबर तिमाही में उसका शुद्ध लाभ (Adani Energy Solutions Q2FY25 net profit) तीन गुना से ज्यादा बढ़कर 773 करोड़ रुपये हो गया। एक साल पहले की समान अवधि में यह 284 करोड़ रुपये रहा था।
सालाना आधार पर (YoY) अदाणी एनर्जी सॉल्यूशंस के नेट प्रॉफिट में 172.2% का इजाफा हुआ है। जबकि, वित्त वर्ष की पहली छमाही (H1FY25) में कंपनी का नेट मुनाफा 133.4% बढ़कर 1,088 करोड़ रुपये हो गया, जो H1FY24 में 466 करोड़ रुपये रहा था।
कंपनी का ऑपरेशन से रेवेन्यू (Adani Energy Solutions Q2 Revenue) 23.3% बढ़कर 4,217 करोड़ रुपये हो गया, जो एक साल पहले की समान अवधि में 3,421 करोड़ रुपये रहा था।
अदाणी एनर्जी सॉल्यूशंस ने शेयर बाजार को बताया कि उसने तीन नई ट्रांसमिशन प्रोजेक्ट्स हासिल किए हैं। ये प्रोजेक्ट – जामनगर गुजरात में NES, नवीनल (मुंद्रा) में NSE, और खावड़ा फेज IVA हैं, जिससे निर्माणाधीन नेटवर्क में 2,059 CKM (Circuit Kilometer) जोड़ा गया। तीन नई परियोजनाओं की जीत के साथ, निर्माणाधीन परियोजना पाइपलाइन Q1FY25 में 17,000 करोड़ रुपये से बढ़कर Q2FY25 में 27,300 करोड़ रुपये हो गई है।
अदाणी एनर्जी सॉल्यूशंस की टोटल इनकम Q2FY25 में 68.9 % बढ़कर 6,360 करोड़ रुपये हो गई, जबकि पिछले साल की इसी अवधि में यह 3,766 करोड़ रुपये रही थी। कंपनी ने कहा कि कुल आय में 69% की मजबूत वृद्धि हाल ही में शुरू की गई खारघर-विक्रोली, वरोरा-कुर्नूल, खावड़ा-भुज लाइनों, अधिग्रहीत महान-सीपत लाइन, मुंबई और मुंद्रा यूटिलिटीज में मजबूत बिक्री और स्मार्ट मीटरिंग के योगदान से हुई है।
छमाही आधार पर देखा जाए तो अदाणी एनर्जी सॉल्यूशंस की अप्रैल-सितंबर की पहली छमाही में कुल आय 57.2% बढ़कर 11,850 करोड़ रुपये हो गई, जो पिछले साल की समान छमाही (H1FY24) में 7,539 करोड़ रुपये थी।
मजबूत राजस्व वृद्धि, ट्रांसमिशन में EPC इनकम, ट्रेजरी इनकम और AEML में स्थिर विनियमित EBITDA से सितंबर तिमाही के लिए अदाणी एनर्जी सॉल्यूशंस का कामकाजी मुनाफा यानी एबिटा (EBITDA) 31% बढ़कर 1,891 करोड़ रुपये हो गया।
अदाणी एनर्जी सॉल्यूशंस ने बताया कि उसने सितंबर तिमाही के दौरान QIP के माध्यम से 8,373 करोड़ रुपये जुटाए, जिससे यह भारतीय बिजली क्षेत्र (Power sector) में सबसे बड़ा फंडरेजिंग करने वाली कंपनी बन गई।