देश के प्राकृतिक गैस उत्पादकों के चेहरे पर थोड़ी खुशी आने की उम्मीद है क्योंकि घरेलू गैस कीमत लगातार दो वर्ष तक घटने के बाद बढऩे जा रही है। तेल और प्राकृतिक गैस निगम (ओएनजीसी) के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक सुभाष कुमार ने कहा, ‘अक्टूबर 2021 से मार्च 2022 की अवधि के लिए घरेलू स्तर पर उत्पादित प्राकृतिक गैस की कीमत में 50 से 60 फीसदी का इजाफा होगा।’ इससे अन्वेषण कंपनियों को बहुत अधिक राहत मिलेगी, जिन्हें घरेलू गैस की कम कीमत के परिदृश्य में लाभ को बनाए रखने में मुश्किल हो रही है।
इस समय घरेलू गैस की कीमत 1.79 डॉलर प्रति दस लाख ब्रिटिश थर्मल यूनिट (एमबीटीयू) है। उच्च दाब उच्च तापमान, गहरे जल और अत्यधिक गहरे जल क्षेत्रों (सामूहिक रूप से मुश्किल अनुसंधानों) से उत्पादित गैस के लिए अनुमति प्राप्त अधिकतम बिक्री मूल्य 3.62 डॉलर प्रति एमबीटीयू है।
आसन्न कीमत वृद्घि के बावजूद घरेलू गैस की कीमत 3 डॉलर प्रति एमबीटीयू से नीचे रहने की उम्मीद है और मुश्किल अनुसंधानों से प्राप्त गैस की अधिकतम कीमत 6 डॉलर प्रति एमबीटीयू से नीचे रहेगी।
2014 से घरेलू गैस कीमतों का निर्धारण जिस फॉर्मूले से किया जाता है उसमें वैश्विक गैस केंद्रों पर प्राकृतिक गैस की कीमत के भारित औसत को ध्यान में रखा जाता है। मुश्किल अनुसंधानों से गैस की अधिकतम कीमत का संबंध वैकल्पिक ईंधनों के लदान मूल्य से है। ये दोनों कीमतें मोटे तौर पर एक ही दिशा में बढ़ती हैं। घरेलू कीमतों की गणना तीन महीने पहले की अंतरराष्ट्रीय कीमतों को ध्यान में रखकर किया जाता है। इसका मतलब हुआ कि अक्टूबर से मार्च 2022 की अवधि के लिए गैस कीमत का निर्धारण 30 जून, 2021 तक की वैश्विक कीमतों के आधार पर किया जाएगा।
फिलहाल की कम कीमतें उपभोक्ताओं के लिए वरदान की तरह है लेकिन प्राकृतिक गैस के अन्वेषण और उत्पादन में जुटी कंपनियों के ऊपर इसका अच्छा खासा दबाव होता है। ओएनजीसी, ऑयल इंडिया (ओआईएल), रिलायंस इंडस्ट्रीज (आरआईएल), बीपी और केयर्न ऑयल ऐंड गैस (वेदांत की इकाई) उन प्रमुख कंपनियों में से हैं जिन्हें उच्च गैस कीमत से लाभ होगा।
कीमत वृद्घि से लाभान्वित होने वाली परियोजनाओं में आरआईएल और बीपी की आर कलस्टर है जो भारत के पूर्वी तट से दूर ब्लॉक केजी डी6 में अत्यधिक गहरा जल गैस क्षेत्र है। ओएनजीसी की केजी-डीडब्ल्यूएन-98/2 परियोजना भी इन मजबूत हुई गैस कीमतों की एक बड़ी लाभार्थी होगी। वेंदांत की तेल और गैस इकाई केयर्न ऑयल ऐंड गैस को भी इसका लाभ मिलेगा क्योंकि वह राजस्थान में बड़े पैमाने पर फैले तेल ब्लॉक से प्राकृतिक गैस का उत्पादन करती है। एमके ग्लोबल फाइनैंशियल सर्विसेज में वरिष्ठ शोध विश्लेषक सबरी हजारिका ने कहा, ‘घरेलू कंपनियां प्राकृतिक गैस की कीमत 3.5 डॉलर प्रति एमबीटीयू या उससे ऊपर होने पर सही स्थिति में होंगी। आगामी कीमत संशोधन में इस स्तर तक पहुंचने के आसार नहीं हैं लेकिन इसके बाद होने वाली कीमत वृद्घि में यहां तक पहुंचना मुमकिन हो सकता है। लिहाजा घरेलू गैस की कीमत 1 अप्रैल, 2022 से 30 सितंबर, 2022 की अवधि के लिए कीमत संशोधन में 3.5 डॉलर प्रति एमबीटीयू के पार जा सकती है।’
उन्होंने कहा, ‘मुश्किल अनुसंधानों से गैस उत्पादकों के लिए 7 डॉलर से 8 डॉलर प्रति एमबीटीयू की कीमत लाभकारी है। कीमत के इस स्तर पर 1 अप्रैल, 2022 से 30 सितंबर, 2022 की अवधि के लिए कीमत संशोधन में पहुंचा जा सकता है।’
निरपवाद रूप से गैस कीमत की वृद्घि से घरेलू गैस उपभोक्ताओं को अधिक कीमत चुकानी होगी। केयर रेटिंग्स के एक विश्लेषक के मुताबिक 31 फीसदी घरेलू प्राकृतिक गैस का उपयोग बिजली क्षेत्र, 27 फीसदी का उपयोग उर्वरक और 19 फीसदी का उपयोग शहरी गैस वितरण क्षेत्र में किया जाता है। भारत प्राकृतिक गैस की अपनी जरूरतों का 50 फीसदी घरेलू उत्पादन से और बाकी आयातों से पूरी करता है।