Sugar season 2024-25: चीनी मिलों ने गन्ना पेराई सीजन 2024-25 की तैयारियां शुरू कर दी है। देश में आमतौर पर किसान दिवाली से गन्ना कटाई शुरू करते हैं। कर्नाटक 15 नवंबर के बाद चीनी सीजन शुरू करने का आदेश जारी कर चुका है। जबकि महाराष्ट्र में इस बार भी नवंबर के पहले सप्ताह से गन्ना पेराई शुरू होगी। हालांकि राज्य सरकार ने अभी तक तारीख का ऐलान नहीं किया है।
कर्नाटक सरकार ने चीनी मिलों को आदेश जारी करके कहा कि इस साल का चीनी सीजन 15 नवंबर के बाद ही शुरू होना चाहिए। कर्नाटक सरकार के इस फैसले से महाराष्ट्र की चीनी मिलें खुश है क्योंकि इसके कारण महाराष्ट्र का गन्ना कर्नाटक की मिलों को नहीं जायेगा। जिसका सबसे ज्यादा फायदा महाराष्ट्र की सीमावर्ती इलाकों यानी कोल्हापुर और सांगली जिले की मिलों को होगा।
पिछले साल महाराष्ट्र और कर्नाटक में बारिश की कमी के कारण कुछ तालुकों में गन्ने की खेती कम हो गई थी। इसका असर इस सीजन पर पड़ेगा। गन्ने की कम उपलब्धता के कारण कर्नाटक सरकार ने इस वर्ष गन्ना सत्र 15 नवंबर से शुरू करने का निर्णय लिया है।
पेराई सीजन 2023-24 में महाराष्ट्र में एक नवंबर से गन्ना पेराई शुरू की गई थी, महाराष्ट्र की चीनी मिलों को उम्मीद है कि इस साल भी राज्य सरकार चीनी मिलों को नवंबर के पहले सप्ताह से पेराई सीजन शुरू करने की इजाजत दे देगी।
चीनी उद्योग विशेषज्ञ पी जी मेढे कहते हैं कि कर्नाटक सरकार का यह फैसला महाराष्ट्र के सीमावर्ती इलाकों की फैक्ट्रियों के लिए फायदेमंद है। इस फैसले से कर्नाटक में चीनी मिलों से गन्ने के डायवर्जन पर लगाम लगाई जा सकेगी। अगर महाराष्ट्र सरकार मंत्रिस्तरीय समिति की बैठक जल्दी आयोजित करती है, तो मिलों को सीजन की तैयारी के लिए पर्याप्त समय मिलेगा।
महाराष्ट्र में गन्ना पेराई सत्र 2023-24 में 110.17 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ है जबकि पिछले साल राज्य में 105.34 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ था। महाराष्ट्र चीनी आयुक्तालय के मुताबिक सीजन 2023-24 में कुल मिलाकर 207 चीनी मिलों ने पेराई में भाग लिया था। जिसमें 103 सहकारी एवं 104 निजी चीनी मिलें शामिल थी।
चीनी मिलों में 1073.08 लाख टन गन्ने की पेराई की जा चुकी है। इस सीजन में राज्य में 1101.7 लाख क्विंटल (110.17 लाख टन) चीनी का उत्पादन किया गया है। राज्य में उत्पादन के हिसाब से कोल्हापुर विभाग में सबसे ज्यादा चीनी का उत्पादन हुआ जबकि सबसे कम चीनी का उत्पादन नागपुर इलाके में हुआ।