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अगले महीने मिलेगी प्याज की महंगाई से राहत

Last Updated- December 11, 2022 | 9:08 PM IST

उपभोक्ताओं को जल्द ही प्याज की महंगाई से राहत मिल सकती है। बीते दिनों नई फसल आने में देरी के कारण प्याज के दाम बढ़ गए थे। अब आगे नई फसल की आवक जोर पकडऩे पर प्याज सस्ता होने की संभावना है। इस माह मुख्य उत्पादक राज्य महाराष्ट्र की लासलगांव मंडी में प्याज के दाम 500-2,450 रुपये से बढ़कर 700-2,750 रुपये प्रति क्विंटल हो गए हैं, जबकि इस दौरान दिल्ली की आजादपुर मंडी में भाव 1,000-2,500 रुपये से बढ़कर 1,250-3,250 रुपये प्रति क्विंटल हुए हैं। गुजरात की महुआ मंडी में 750-2,300 रुपये बिकने वाला प्याज 750 से 2,700 रुपये प्रति क्विंटल बिक रहा है। केंद्र सरकार के उपभोक्ता मामलों के विभाग के आंकड़ों के अनुसार इस माह दिल्ली के खुदरा बाजार में प्याज के दाम 34 रुपये से बढ़कर 38 रुपये किलो और मुंबई के खुदरा बाजार में प्याज 34 रुपये से बढ़कर 36 रुपये किलो हुए हैं।नई दिल्ली
भारतीय सब्जी उत्पादक संघ के अध्यक्ष श्रीराम गाढवे ने बताया कि बीते दिनों बारिश के कारण प्याज की नई फसल आने में 15 दिन की देरी हुई है। असमय बारिश से उत्पादकता पर भी असर पड़ा है। नई फसल आने में देरी के कारण प्याज के दाम बढ़े हैं। नई फसल की आवक जोर पकडऩे में 10 से 15 दिन और लग सकते हैं। जाहिर है अगले महीने के शुरुआत से प्याज के दाम तेजी से गिरने लगेंगे।  महाराष्ट्र के प्याज किसान संतराम डोंगरे कहते हैं कि इस साल प्याज लगा तो खूब है। लेकिन असमय बारिश से उत्पादकता प्रभावित हुई है। जिससे उत्पादन पिछले साल जितना ही होना चाहिए। दिल्ली की आजादपुर मंडी के प्याज कारोबारी पीएम शर्मा ने कहा कि अगर बारिश के कारण प्याज की नई फसल में देरी नहीं हुई होती तो इस समय नई आवक काफी आ रही होती। जिससे प्याज के दाम भी कम ही होते। लेकिन आवक में देरी से प्याज के भाव बढ़े हैं। शर्मा कहते हैं कि 10 दिन बाद महाराष्ट्र, राजस्थान और मध्य प्रदेश से नई प्याज की आवक तेजी से बढऩे लगेगी। जिससे प्याज के दाम भी गिरेंगे। अगले महीने आखिर तक प्याज के भाव सामान्य होने की उम्मीद है। इन दिनों मंडी में 75 गाडी प्याज की आवक हो रही है।
राष्ट्रीय बागवानी अनुसंधान व विकास प्रतिष्ठान ( एनएचआरडीएफ) के अनुसार पिछले साल जनवरी में मंडियों में करीब 35 लाख क्विंटल प्याज की आवक हुई थी, जबकि इस साल जनवरी में करीब 26 लाख क्विंटल ही प्याज मंडियों में आया। पिछले साल फरवरी महीने में करीब 41 लाख क्विंटल प्याज मंडियों में आया था। इस साल फरवरी महीने की आधी अवधि में 15 लाख क्विंटल ही प्याज आया है। अगर इस माह के बचे दिनों में इतना ही प्याज और आ जाए, तब भी यह पिछली फरवरी की तुलना में 10 लाख क्विंटल कम ही रहेगा। वर्ष 2020—21 में 268 लाख टन प्याज का उत्पादन हुआ था।

First Published - February 20, 2022 | 11:13 PM IST

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