पुरानी कारों के प्लेटफॉर्म स्पिनी की साल 2025 की पहली तिमाही की रिपोर्ट में भारत में पुराने वाहनों के परिदृश्य में बड़े बदलावों का जिक्र किया गया है। डिजिटल का इस्तेमाल, महिलाओं की बढ़ती भागीदारी तथा ऑटोमैटिक और प्रीमियम कारों की बढ़ती मांग भारतीयों के कार खरीदने के तरीके को बदल रही हैं।
रिपोर्ट के अनुसार जनवरी से मार्च 2025 की अवधि के दौरान सभी लेनदेन में से 77 प्रतिशत डिजिटल रूप से हुए। इससे ऑनलाइन कार खरीद को लगातार मिल रही प्राथमिकता जाहिर होती है। वित्तीय सुविधा भी मजबूत भूमिका निभा रही है और 57 प्रतिशत वाहन ऋण के जरिये खरीदे जाते हैं, खास तौर पर 25 से 30 वर्ष की आयु वाले के खरीदारों द्वारा।
जयपुर इस मोर्चे पर सबसे आगे रहा जहां 60 प्रतिशत सौदों के लिए वित्तीय सुविधा हासिल की गई। पहली तिमाही के दौरान की गई खरीद में महिलाओं की हिस्सेदारी 28 प्रतिशत रही जो साल 2024 की 26 प्रतिशत से अधिक है और यह अकेले मार्च में ही 30 प्रतिशत के स्तर पर पहुंच गई। कोच्चि में महिला खरीदारों की सबसे ज्यादा हिस्सेदारी रही जबकि कोयंबत्तूर में महिलाओं के बीच 27 प्रतिशत के स्तर पर ऋण लेने की सर्वाधिक दर देखी गई। ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन वाली हैचबैक कारें महिलाओं की पहली पसंद रही, साथ ही कॉम्पैक्ट एसयूवी भी जोर पकड़ रही है।
रिपोर्ट में ऑटोमैटिक वाहनों की बढ़ती मांग पर प्रकाश डाला गया है जिनकी बेची गई सभी पुरानी कारों में अब 29 प्रतिशत हिस्सेदारी है। यह पिछले साल के 24 प्रतिशत की तुलना में बड़ी उछाल है। कॉम्पैक्ट एसयूवी की मांग में तेजी बरकार है, जिसमें फोर्ड इकोस्पोर्ट, टाटा नेक्सन और ह्युंडै वेन्यू जैसे मॉडल आगे हैं। कार मॉडलों के बीच ह्युंडै ग्रैंड आई10, मारुति सुजूकी स्विफ्ट और रेनॉ क्विड प्रमुख पसंद के रूप में उभरी हैं और स्विफ्ट ने स्पिनी के शीर्ष तीन मॉडल में बलेनो की जगह ले ली।
लक्जरी वाहनों ने भी रफ्तार बरकरार रखी, खास तौर पर जीप कम्पास, बीएमडब्ल्यू एक्स1 और मर्सिडीज जीएलए ने। इन्हें स्पिनी की प्रीमियम श्रेणी स्पिनी मैक्स के तहत बेचा गया। इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री में पुणे सबसे आगे रहा जिसकी कुल बिक्री में दो प्रतिशत हिस्सेदारी रही। हालांकि पेट्रोल 84 प्रतिशत के साथ ईंधन का प्रमुख प्रकार बना रहा, लेकिन ईंधन के ज्यादा कारगर और इलेक्ट्रिक विकल्पों की दिशा में धीमा लेकिन स्पष्ट बदलाव देखने को मिल रहा है।