देश में गाड़ियों की रिटेल सेल्स जनवरी 2025 में सालाना 7% बढ़कर 22,91,621 यूनिट्स पर पहुंच गई। फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन (FADA) ने गुरुवार को ये जानकारी दी। जनवरी 2024 में ये सेल्स 21,49,117 यूनिट्स रही थी।
हर कैटेगरी में दिखी पॉजिटिव ग्रोथ
FADA के अध्यक्ष सी. एस. विग्नेश्वर ने कहा, “हमारे ऑब्जर्वेशन के मुताबिक हर वाहन सेगमेंट जैसे 2-व्हीलर, 3-व्हीलर, पैसेंजर व्हीकल (PV), ट्रैक्टर और कमर्शियल व्हीकल्स (CV) में पॉजिटिव ग्रोथ देखने को मिली है। इससे उपभोक्ताओं के बढ़ते कॉन्फिडेंस और स्थिर मार्केट रिकवरी का संकेत मिलता है।”
पैसेंजर व्हीकल्स की खुदरा बिक्री जनवरी में सालाना आधार पर 16% बढ़कर 4,65,920 यूनिट्स पर पहुंच गई। कस्टमर्स की बढ़ती डिमांड ने इस ग्रोथ में बड़ी भूमिका निभाई है। विग्नेश्वर ने बताया कि कई डीलरों ने मांग बढ़ने और पिछले साल की भारी छूट का जिक्र किया है, जिससे पुराने मॉडल्स को बेचने और पंजीकरण ट्रांसफर करने में मदद मिली।
दोपहिया वाहनों की बिक्री में 4% की बढ़त
पिछले महीने दोपहिया वाहनों की रिटेल बिक्री 15,25,862 यूनिट रही, जो जनवरी 2023 में 14,65,039 यूनिट थी। यह 4% की बढ़ोतरी है। शहरी क्षेत्रों में बिक्री तेज रही और सालाना आधार पर 5% की बढ़त दर्ज की गई, जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में यह कम रही।
डीलरों ने बताया कि नए मॉडल्स, शादी-ब्याह की डिमांड और बेहतर फाइनेंसिंग ने बिक्री बढ़ाने में अहम भूमिका निभाई है। वाहनों का स्टॉक पहले के मुकाबले बेहतर हुआ है। भंडार का स्तर करीब 5 दिन घटकर अब 50-55 दिन का रह गया है। यह सप्लाई और डिमांड के बीच संतुलन दिखाता है।
वाणिज्यिक वाहनों और ट्रैक्टर की बिक्री बढ़ी
जनवरी में वाणिज्यिक वाहनों की बिक्री 8% बढ़कर 99,425 यूनिट रही। ट्रैक्टर की बिक्री 5% बढ़कर 93,381 यूनिट और तिपहिया वाहनों की बिक्री 7% बढ़कर 1,07,033 यूनिट हो गई। हालांकि, ब्याज दरों में बढ़ोतरी, ग्रामीण इलाकों में नकदी की समस्या और बाजार की अनिश्चितता से डीलर चिंतित हैं।
FADA ने कहा है कि 2025 की शुरुआत ऑटोमोबाइल खुदरा क्षेत्र के लिए सकारात्मक रही है। हालांकि, डीलर्स फरवरी में सतर्कता के साथ आगे बढ़ रहे हैं।
फाडा के एक हालिया सर्वे में शामिल 46% डीलर्स को उम्मीद है कि इस महीने बिक्री में बढ़ोतरी होगी। वहीं, 43% डीलर्स का मानना है कि बिक्री स्थिर रहेगी, जबकि 11% डीलर्स को गिरावट की आशंका है।
FADA का कहना है कि डीलर्स बाजार की मौजूदा स्थिति को समझते हुए सावधानी से कदम बढ़ा रहे हैं और अलग-अलग सेगमेंट में डिमांड के ट्रेंड्स को लेकर नजर बनाए हुए हैं।