बैंकिंग सूत्रों का कहना है कि दक्षिण कोरियाई वाहन दिग्गज ह्युंडै मोटर कंपनी अपनी भारतीय इकाई को सूचीबद्ध कराना चाहती है, लेकिन कर भुगतान संबंधित समस्याएं इसकी राह में आ सकती हैं। कंपनी इन पर विचार कर रही है।
ह्युंडै मोटर करीब 3 अरब डॉलर जुटाने के लिए अपनी भारतीय इकाई के आईपीओ की संभावना तलाश रही है। इस बारे में बैंकरों के साथ बातचीत शुरू हो गई है जो शुरुआती अवस्था में है। ह्युंडै मोटर इंडिया लिमिटेड (एचएमआईएल) ने इस बारे में कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।
सूत्रों का कहना है कि कंपनी द्वारा निवेश बैंकरों के साथ शुरुआती बातचीत के दौरान जिन मुद्दों पर चर्चा हुई, उनमें करों का मसला मुख्य रूप से शामिल था। एक बैंकर ने कहा कि दक्षिण कोरियाई वाहन दिग्गज अंतिम निर्णय लेने से पहले भारत में अपनी विस्तार योजनाओं का आकलन कर रही है।
बैंकर ने कहा कि ह्युंडै आईपीओ से मिलने वाले अवसर को लेकर उत्साहित है, लेकिन ऊंचे पूंजीगत लाभ कर के डर से वह केवल द्वितीयक शेयर बिक्री करने के लिए उत्सुक नहीं है।
किंग स्टब ऐंड कसीवा में मैनेजिंग पार्टनर जिदेश कुमार ने कहा, ‘यदि पैतृक कंपनी भारतीय सहायक इकाई में अपने शेयर बेचती है तो उसे (दो देशों के बीच कर संधि की हिसाब से ) भारत के साथ साथ दक्षिण कोरिया में भी पूंजीगत लाभ कर चुकाना पड़ सकता है।’
निवेश बनाए रखने की अवधि और शेयरों के प्रकार के आधार पर कर की दर अलग अलग हो सकती है। आयकर अधिनियम या दोहरे कराधान बचाव समझौते (डीटीएए) के तहत विदेशी निवेशकों के लिए कुछ छूट या रियायत मिल सकती है।
कुमार ने कहा, ‘पूंजीगत लाभ कर एक ऐसा कारक हो सकता है जो पैतृक कंपनी के आईपीओ लाने के निर्णय को प्रभावित कर सकता है।
हालांकि यह कोई बड़ी बाधा नहीं हो सकती है, क्योंकि पूंजी जुटाने, सार्वजनिक छवि में सुधार, तरलता पैदा करने और इक्विटी आधार में विविधता लाने से उसे मदद मिल सकती है। इसके अलावा, पैतृक कंपनी डीटीएए का लाभ हासिल कर अपनी कर देनदारी घटाने में सक्षम हो सकती है।’
सूत्रों का कहना है कि ह्युंडै ने शुरुआती निवेश राउंड के दौरान अमेरिका स्थित बैंकों पर ध्यान दिया, जिनमें बैंक ऑफ अमेरिका, मॉर्गन स्टैनली, जेपी मॉर्गन और सिटीबैंक शामिल हैं।
जब वाहन निर्माता अपनी सूचीबद्ध योजना को अंतिम रूप दे देगी तो वह कई और बैंकों को अपने साथ जोड़ेगी। एक निवेश बैंकर ने कहा, ‘कंपनी घरेलू और रिटेल-केंद्रित बैंकों को भी अपने साथ जोड़ेगी, क्योंकि वह ब्रांड जागरूकता पैदा करने के लिए देशव्यापी स्तर पर आईपीओ की पेशकश करना चाहेगी।’
एचएमआईएल ने तलेगांव में जनरल मोटर्स से हाल में खरीदे गए संयंत्र पर 6,000 करोड़ रुपये का निवेश करने की योजना बनाई है।