बैंकिंग साख: रिजर्व बैंक के गवर्नरों पर एक नजर
आर एन मल्होत्रा 4 फरवरी, 1985 से 22 दिसंबर, 1990 तक भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर रहे। वह सन 1990 में विश्वनाथ प्रताप सिंह सरकार की कर्ज माफी योजना के जबरदस्त विरोधी थे। उन्हें रिजर्व बैंक के कर्मचारियों का कार्यालय में दीवाली, गणेश चतुर्थी, क्रिसमस या कोई धार्मिक त्योहार मनाना भी नापसंद था। उन्होंने […]
बैंकिंग साख: रिजर्व बैंक की 90 वर्षों की निरंतर मजबूती की गाथा
भारतीय रिजर्व बैंक ने सोमवार 1 अप्रैल को 90वें वर्ष में प्रवेश कर लिया। दुनिया के दो अन्य बैंक 90 से 99 वर्ष के बीच हैं। वे बैंक ऑफ अर्जेन्टीना और बैंक ऑफ कनाडा हैं जो 1935 में स्थापित हुए। केंद्रीय बैंकों का इतिहास 17वीं सदी का है जब 1668 में स्वीडिश रिक्सबैंक की स्थापना […]
बैंकिंग साख: जोखिम से बचने के लिए RBI का अग्रिम सतर्कता अभियान
हाल में मैं दोपहर के भोजन के लिए एक बैंकर मित्र के पास गया। वह मुंबई में एक आधुनिक हाउसिंग सोसाइटी में रहते हैं। इसमें रहने वाले अधिकांश निवासी वित्तीय क्षेत्र से जुड़े पेशेवर हैं, जिनमें से कई वाणिज्यिक और निवेश बैंकर, बीमा कंपनियों के वरिष्ठ अधिकारी और म्युचुअल फंडों के वरिष्ठ अधिकारी हैं। अभी […]
बैंकिंग साख: RBI के लिए गोल्ड लोन कितना अहम
इस महीने की शुरुआत में, भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने आईआईएफएल फाइनैंस लिमिटेड को गोल्ड लोन मंजूर करने और इसका वितरण तत्काल प्रभाव से रोकने का निर्देश दिया था। हालांकि, आईआईएफएल फाइनैंस अपने मौजूदा गोल्ड लोन पोर्टफोलियो को बनाए रख सकती है और सामान्य संग्रह और वसूली प्रक्रिया पर काम कर सकती है। आखिर बैंकिंग […]
सरकारी महिला बैंककर्मी की डायरी के पन्ने
मुंबई के एक बड़े सरकारी बैंक की शाखा प्रबंधक 34 वर्षीय मीनू (बदला हुआ नाम) ने पिछले महीने इस्तीफा दे दिया था। जिस दिन वह कार्यमुक्त हुईं, उस दिन वह जल्दी घर जा सकती थी। लेकिन उस दिन भी वह रात का खाना जल्दी नहीं खा सकीं क्योंकि उनके बैंकर पति भी रात 10 बजे […]
तकनीक, उम्र से जुड़े सवाल और केंद्रीय बैंकिंग
इन दिनों वित्त-तकनीक (फिनटेक) क्षेत्र तेज रफ्तार से आगे बढ़ रहा है। इस क्षेत्र में एक से एक नवाचार हो रहे हैं और वित्तीय सेवाओं को लोगों तक पहुंचाने में यह अहम भूमिका निभा रहा है। मगर हाल में पेटीएम पेमेंट्स बैंक पर आरबीआई की सख्ती से इस क्षेत्र में हलचल मच गई है। मगर […]
बैंकिंग साख: PSU बैंकों का प्रदर्शन क्या रह पाएगा जारी?
इन दिनों लगभग सभी निवेशक शेयर बाजार में डुबकी लगाने से पहले सार्वजनिक क्षेत्र (पीएसयू) के बैंकों पर जरूर निगाहें दौड़ाते हैं। बैंकिंग क्षेत्र पर नजर रखने वाले विशेषज्ञ भी सार्वजनिक क्षेत्र के 12 बैंकों पर नजर गड़ाए हुए हैं। इसका कारण समझना बहुत मुश्किल नहीं है। दिसंबर तिमाही में 12 पीएसयू बैंकों में से […]
बैंकों की सेहत: NIM, कासा, जमा और ऋण में वृद्धि का विश्लेषण
जब किसी मरीज की हालत गंभीर होने लगती है तब डॉक्टर उसके खून में ऑक्सीजन के स्तर की लगातार जांच करते रहते हैं। पल्स ऑक्सीमीटर पर व्यक्ति के खून में ऑक्सीजन का प्रतिशत दिखने लगता है। डॉक्टर, आमतौर पर किसी स्वस्थ व्यक्ति का रक्तचाप और ब्लड शुगर की जांच कर यह तय करता है कि […]
बैंकिंग साख: मुद्रास्फीति नियंत्रण का वादा पूरा करेंगे दास!
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने तीन दिन की मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की बैठक के आखिर में एक बार फिर महंगाई को नियंत्रित करने की अपनी प्रतिबद्धता की घोषणा की। अपने बयान में उन्होंने कहा कि मुद्रास्फीति को टिकाऊ आधार पर 4 प्रतिशत के लक्ष्य के अनुरूप लाने के लिए मौद्रिक […]
बैंकिंग साख: दरों पर क्या RBI का रुख बदलेगा?
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की दरें-निर्धारित करने वाली संस्था, मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की दिसंबर की बैठक में ब्याज दर या नीतिगत रुख में कोई बदलाव नहीं किया गया था। लगातार पांचवीं बैठक में भी रीपो दर में कोई बदलाव नहीं हुआ और यह 6.5 प्रतिशत पर बनी रही और इसका रुख व्यवस्था में नकदी […]