बैंकिंग साख: बैंकिंग जगत में सुधार लेकिन कमियां भी बरकरार
पिछले वित्त वर्ष के दौरान देश के 32 सूचीबद्ध निजी और सरकारी बैंकों (PSB) का संयुक्त शुद्ध लाभ 40.56 प्रतिशत बढ़कर 2.29 लाख करोड़ रुपये के स्तर के करीब पहुंच गया। इसके साथ ही निजी और सरकारी बैंकों का शुद्ध मुनाफा 1 लाख करोड़ रुपये के आंकड़े को पार कर गया और कुछ ने अब […]
बैंकिंग साख: रिजर्व बैंक अपनी चुनौतियों के साथ कितना सहज?
मशहूर बल्लेबाज रहे राहुल द्रविड़ ने पिछले महीने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले गए विश्व कप 2023 फाइनल में भारत की हार के लिए अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खराब और धीमी पिच को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि टीम प्रबंधन को जैसी उम्मीद थी उस हिसाब से पिच से वह टर्न नहीं मिला और […]
बैंकिंग साख: दरों में न करें बदलाव की कोई उम्मीद
वित्त वर्ष 2024 की सितंबर तिमाही में भारतीय अर्थव्यवस्था में 7.6 प्रतिशत की वृद्धि हुई जिसने विश्लेषकों के अनुमानों को बड़े अंतर से मात दे दी और इस कथ्य की पुष्टि कर दी कि भारत वास्तव में दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था है। यह भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की दूसरी तिमाही के […]
लंबी अवधि के बॉन्ड के प्रबंधन पर दांव
भारत में हाल में पहला 50 वर्ष की परिपक्वता अवधि वाला बॉन्ड जारी किया गया जिसे शानदार सफलता माना जा सकता है। बीमा और पेंशन फंडों ने इस दीर्घावधि बॉन्ड को लेने में काफी उत्साह दिखाया। वर्ष 2073 में परिपक्व होने वाले करीब 10,000 करोड़ रुपये के बॉन्ड की नीलामी में बोली की उच्चतम सीमा […]
Opinion: फंसे ऋण की वसूली में ‘गांधीगीरी’ की आजमाइश
बैंक एवं वित्तीय संस्थान फंसे ऋण की वसूली के लिए नया एवं अनोखा तरीका अपनाने से पीछे नहीं रहे हैं। कोलकाता स्थित यूको बैंक ने 1 नवंबर को एक परिपत्र जारी कर अपने कर्मचारियों को दीवाली के अवसर पर प्रत्येक शाखा में ऋण नहीं चुकाने वाले शीर्ष 10 चूककर्ताओं (डिफॉल्टर) को मिठाई के साथ शुभकामनाएं […]
बैंकिंग साख: राहुल द्रविड़ की तरह लंबी पारी खेलने को तैयार रहें बैंकर
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के गवर्नर शक्तिकांत दास क्रिकेट प्रेमी हैं और वह चाहते हैं कि बैंकिंग और गैर-बैंकिंग वित्तीय क्षेत्रों के मैदान पर बल्लेबाजी करने उतरे लोग और इस क्षेत्र के हितधारक मशहूर बल्लेबाज राहुल द्रविड़ की तरह लंबी पारी खेलें। पिछले हफ्ते मुंबई में बिज़नेस स्टैंडर्ड के बीएफएसआई सम्मेलन में देश के वित्तीय […]
बैंकिंग साख: बैंकों के लिए ‘कासा’ है बेहद खास, शुद्ध ब्याज मार्जिन का नीचे खिसकना अच्छा नहीं
विश्लेषक बैंकों के बहीखाते में कुछ विशेष मानकों पर अधिक गौर करते हैं। अधिकांश बैंकों की शुद्ध ब्याज आय (एनआईआई) बढ़ रही है और ऋण खाते में फंसे ऋण का अनुपात कम हो रहा है। यह अच्छा संकेत है मगर चालू एवं बचत खाते (कासा) में कमी और इसके परिणामस्वरूप शुद्ध ब्याज मार्जिन (एनआईएम) का […]
RBI की OMO बिक्री से बॉन्ड यील्ड बढ़ने की उम्मीद
अगर हम बॉन्ड कारोबारियों से पूछें कि इन दिनों उनके दिमाग में कौन सी बात सबसे अधिक आ रही है तो अधिकांश यही कहेंगे कि भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा खुला बाजार परिचालन (ओएमओ) के जरिये सरकारी प्रतिभूतियों की प्रस्तावित बिक्री को लेकर वे ऊहापोह में हैं। तो इसकी शुरुआत कब होगी? RBI ने पिछली […]
बैंकिंग साख: बॉन्ड डीलरों के लिए नया मैदान अच्छा या बुरा?
इन दिनों बॉन्ड डीलर (bond dealer) और सभी बैंकों के लेखा विभाग तथा टेक्नालॉजी डिवीजन व्यस्त हैं। कारण कि वे निवेश के वर्गीकरण, मूल्यांकन और परिचालन से जुड़े भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के ताजा मानदंडों को लागू करने की तैयारी में जुटे हैं। अगले वित्त वर्ष यानी अप्रैल 2024 से इन मानदंडों को लागू किया […]
बैंकिंग साख: बैंकिंग क्षेत्र में इतनी कम क्यों हैं महिलाएं
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने गुजरात विधानसभा में महिलाओं का प्रतिनिधित्व बढ़ाने की बात कहते हुए राजनीति में भी महिलाओं का प्रतिनिधित्व बढ़ाने को लेकर सितंबर में अपील की थी। जुलाई में द न्यू यॉर्कर में लुइजा थॉमस ने लिखा, ‘स्पेन ने 2015 में पहली बार महिला विश्व कप के लिए क्वालिफाई किया था। इसी वर्ष […]