आखिर राहुल गांधी क्या चाहते हैं?
क्या राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा जो 107 दिनों के सफर के बाद दिल्ली पहुंची, वह एक राजनीतिक कदम के रूप में बुरी तरह नाकाम रही है? या इसने उनकी पार्टी के लिए अपेक्षित प्रभाव उत्पन्न किया है। लाल सिंह चड्ढा नुमा (फॉरेस्ट गम्प से माफी सहित) से क्या गांधी ने खुद को एक […]
जमीनी नहीं मनोवैज्ञानिक
कब्जे की फिराक में चीन
चीन के साथ विवाद का विषय जमीन नहीं है। लेकिन दुख की बात है कि भारत को बड़ी राजनीतिक, सामरिक और भूराजनीतिक बहस की जरूरत है, हमारा मौजूदा लोकतंत्र उसके लिए तैयार नहीं है।
विचारधारा पर भारी है मोदी का कद और उनकी छवि
चुनावों का एक और दौर समाप्त हो चुका है और हम भविष्य का अनुमान लगाने का प्रयास कर सकते हैं। शुरुआत उस सवाल से करते हैं जो हमने 2014 में नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने के तीन महीने बाद उठाया था: क्या आपने कोई ऐसा राजनेता देखा है जिसका मुखौटा उसके चेहरे […]