गुजरात में सवैतनिक रोजगार में इजाफा
बीते वर्ष गुजरात में रोजगार के मामले में असाधारण सुधार देखने को मिला। सितंबर से दिसंबर 2022 के बीच गुजरात मे 2.67 करोड़ लोगों को रोजगार मिला। अगर इसकी तुलना सितंबर-दिसंबर 2021 में मिले रोजगारों से करें तो उस अवधि में 2.59 लाख करोड़ लोगों को रोजगार मिला था। गुजरात में रोजगार में हुए इस […]
उपभोक्ता धारणा में सुधार मगर अब भी यह निचले स्तर पर
जनवरी 2023 में उपभोक्ताओं की धारणा में सुधार हुआ और उस महीने उपभोक्ता धारणा सूचकांक (आईसीएस) 83.9 (सितंबर-दिसंबर के दौरान आधार 100) पर पहुंच गया। यह कोविड महामारी के दौरान फिसलने के बाद सूचकांक का अब तक का सर्वाधिक स्तर है। हालांकि कोविड महामारी के पूर्व के स्तरों से यह सूचकांक अब भी निचले स्तर […]
Unemployment rate : बेरोजगारी दर में कमी मगर अब भी ऊंचे स्तर पर
भारत में बेरोजगारी दर (Unemployment rate) जनवरी 2023 में कम होकर 7.1 प्रतिशत रह गई। दिसंबर में यह दर 8.3 प्रतिशत थी। न केवल दिसंबर के स्तर से बल्कि इससे पहले दो महीनों के स्तरों से भी बेरोजगारी दर में यह एक बड़ी गिरावट मानी जा सकती है। दिसंबर से पहले दो महीनों के दौरान […]
रोजगार के लिए शिक्षा के स्तर से जुड़ी चुनौतियां
भारत के कामकाजी वर्ग में से अधिकांश कम शिक्षित हैं। देश में कार्यरत लोगों में से अधिकांश की अधिकतम शिक्षा हाईस्कूल तक ही है। सितंबर से दिसंबर 2022 तक लगभग 40 प्रतिशत कार्यबल (हम नियोजित लोगों के प्रतिनिधित्व को दर्शाने के लिए इस शब्द का इस्तेमाल करते हैं) में हाईस्कूल पास करने वाले लोग थे। […]
उपभोक्ता धारणा में मजबूती जारी रहने की उम्मीद
वर्ष 2022 के अंतिम दो महीनों में उपभोक्ताओं की धारणा में 2.6 प्रतिशत कमजोरी देखी गई। सितंबर और अक्टूबर में उपभोक्ता धारणा 13.6 प्रतिशत मजबूत हुई थी। त्योहारों के दौरान आम तौर पर दिखने वाले उत्साह के कारण इन दो महीनों में उपभोक्ताओं का मिजाज ठीक लग रहा था। त्योहारों के बाद उपभोक्ता धारणा में […]
महिलाओं की श्रम बल भागीदारी में तेजी
वर्ष 2022 की सितंबर-दिसंबर की अवधि के दौरान 20-29 आयु वर्ग की महिलाओं की श्रम बल भागीदारी दर (एलपीआर) में उल्लेखनीय सुधार देखा गया। सीएमआईई के उपभोक्ता पिरामिड परिवार सर्वेक्षण के आंकड़ों के अनुसार इस अवधि के दौरान इस आयु वर्ग की लगभग 2.8 लाख महिलाएं श्रमिक बल से जुड़ गईं। इसके अलावा एक अहम […]
उपभोक्ता धारणा में अनिश्चितता
हाल के दिनों में उपभोक्ता धारणा में नकारात्मक बदलाव देखने को मिला है। अमीरों और गरीबों की धारणा के बीच का अंतराल काफी हद तक बढ़ गया है। दिसंबर में उपभोक्ता धारणा सूचकांक (आईसीएस) में 1.7 फीसदी की गिरावट आ गई जबकि नवंबर माह में यह 0.9 फीसदी सिकुड़ गया था। ऐसे में इस सूचकांक […]
रोजगार में कमी दर्शाते ईपीएफओ के आंकड़े
दिसंबर 2022 में कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) ने वर्ष 2021-22 की अपनी वार्षिक रिपोर्ट जारी की। इस रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2021-22 के दौरान 4.63 करोड़ सदस्यों ने ईपीएफओ में योगदान दिया। यह 2020-21 के 4.62 करोड़ योगदानकर्ताओं की तुलना में थोड़ा अधिक था। वर्ष 2021-22 में ईपीएफओ में योगदान देने वाले 4.63 करोड़ […]
दिसंबर में उपभोक्ताओं की धारणा में कमजोरी
इस महीने श्रम बाजार और ग्राहकों की धारणा कमजोर नजर आ रही है। महीने के आखिरी दिनों में हमें तनाव की स्पष्ट तस्वीर दिख रही है। सीएमआईई के उपभोक्ता पिरामिड घरेलू सर्वेक्षण के साप्ताहिक और 30 दिनों के औसत अनुमानों के रुझान में श्रम बाजारों के संघर्ष और परिवारों के बीच मौजूदा आर्थिक स्थितियों को […]
देश में बेरोजगारी दर दिसंबर में और बढ़ी
भारत में बेरोजगारी दर बढ़ रही है। लॉकडाउन के झटके के बाद बेरोजगारी दर लगातार 6 से 8 फीसदी के बीच बनी हुई है। नवंबर में बेरोजगारी दर अब तक की अधिकतम 8 फीसदी पर पहुंच गई। इसके पहले अक्टूबर में भी यह अधिकतम के काफी करीब 7.8 फीसदी पर पहुंच गई थी। दिसंबर 2022 […]