स्थापना के बाद से केवल पांच वर्षों में अंतरराष्ट्रीय वित्तीय सेवा केंद्र प्राधिकरण (IFSC) ने अहम पड़ाव पार कर लिए है – 1,000 पंजीकरण को पार कर लिया है और गुजरात इंटरनैशनल फाइनैंस टेक-सिटी (गिफ्ट सिटी) में बैंकिंग परिसंपत्तियों में 100 अरब डॉलर से अधिक की उपलब्धि हासिल कर ली है।
खुशबू तिवारी द्वारा संचालित बिजनेस स्टैंडर्ड बीएफएसआई इनसाइट समिट में ‘क्या गिफ्ट-आईएफएससी सचमुच आ गया है?’ शीर्षक से आयोजित पैनल चर्चा में विशेषज्ञों ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय वित्तीय केंद्र बैंकिंग, बीमा और पूंजी बाजार से आगे विकसित हो चुका है और अब इसके केंद्र में 35 से अधिक सक्रिय बिजनेस सेगमेंट संचालित हो रहे हैं।
आईएफएससीए के कार्यकारी निदेशक दीपेश शाह ने कहा कि गिफ्ट सिटी को दुबई इंटरनैशनल फाइनैंशियल सेंटर (डीआईएफसी) और सिंगापुर जैसे वैश्विक समकक्षों के साथ देखा जाने का समय आ गया है।
शाह ने कहा, मैं निश्चित रूप से सकारात्मक जवाब दूंगा कि गिफ्ट आ गया है। अब इसे सिंगापुर और अन्य वैश्विक वित्तीय केंद्रों के बराबर तेजी से और निर्णायक रूप से बनाना सभी के हित में है। यह वित्तीय केंद्र विदेशी कंपनियों को भी आकर्षित कर रहा है, जो इसके अंतरराष्ट्रीय एक्सचेंजों पर सीधी सूचीबद्धता की संभावनाएं तलाश रही हैं।
एनएसई इंटरनैशनल एक्सचेंज के एमडी और सीईओ वी बालासुब्रमण्यम ने कहा, हम पिछले एक साल से 5 करोड़ डॉलर से 20 करोड़ डॉलर तक की रकम जुटाने की इच्छुक कंपनियों से जुड़ने के लिए रोड शो कर रहे हैं। यहां तक कि सिलिकन वैली की कुछ कंपनियां भी हमसे बातचीत कर रही हैं। उन्होंने कहा कि इस तरह के ऑफर मध्यम आकार की कंपनियों की लिस्टिंग की कमी पूरी करते हैं, जिन्हें अक्सर अमेरिकी बाजार में जगह बनाने में मुश्किल होती है, जहां आईपीओ आमतौर पर 1 अरब डॉलर से ज्यादा के होते हैं।
एनएसई इंटरनैशनल एक्सचेंज ने हाल ही में 103 अरब डॉलर का अपना अब तक का सबसे ज्यादा मासिक कारोबार दर्ज किया, जो मई के पिछले शिखर को पार कर गया। बालासुब्रमण्यम ने बताया कि ट्रेडर बाजार के बाद की गतिविधियों और भारतीय शेयर बाजार में निवेशकों की धारणा को मापने के लिए गिफ्ट निफ्टी इंडेक्स का तेजी से इस्तेमाल कर रहे हैं। आईएफएससीए के बाजार अनुकूल दृष्टिकोण की प्रशंसा करते हुए केयरएज ग्लोबल आईएफएससी की सीईओ रेवती कस्तूरे ने कहा कि नियामकीय वातावरण ने वित्तीय नवाचार के लिए नए अवसर पैदा किए हैं।
उन्होंने कहा, हमने अक्टूबर 2024 में 39 देशों में रेटिंग प्रदान करके अपना परिचालन शुरू किया। हमारा मकसद वैश्विक रेटिंग में उभरते बाज़ार का दृष्टिकोण लाना था, जिस पर लंबे समय से अमेरिकी एजेंसियों का दबदबा रहा है। कस्तूरे ने बताया कि उन 39 बाजारों में से 17 में वैश्विक रेटिंग एजेंसियों ने बाद में केयरएज की रेटिंग के अनुरूप अपने विचारों को संशोधित किया, जिससे मॉडल की प्रासंगिकता प्रमाणित हुई।
हालांकि अनुकूल कर नीतियों ने गिफ्ट सिटी में गतिविधियां बढ़ाने में मदद की है, लेकिन विशेषज्ञों ने सरकार से मौजूदा 10 वर्षीय कर अवकाश को बढ़ाने का आग्रह किया है।
प्राइस वाटरहाउस ऐंड कंपनी एलएलपी के पार्टनर तुषार सचाडे ने कहा, विस्तार का स्पष्ट मामला है। 15-20 साल की निश्चितता प्रदान करने से कारोबारों को दीर्घकालिक क्षितिज और परिचालन स्थापित करने में अधिक आत्मविश्वास मिलेगा।