नए साल की शुरुआत कोविड की अनिश्चितता के बीच हो रही है, 2022 बीतते-बीतते ट्रैवल कंपनियों ने सफलता की नई इबारत लिख डाली। कोविड की वजह से लोगों के सैर सपाटे के अरमान दबे पड़े थे, जो बेहतर हवाई संपर्क और मार्केटिंग अभियानों के बीच फूटकर बाहर निकले। इससे ट्रैवल उद्योग के कारोबार में जबरदस्त […]
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बाजार नियामक सेबी ने स्टॉक एक्सचेंजों को इन्वेस्टर रिस्क रिडक्शन एक्सेस (आईआरआरए) प्लेटफॉर्म का गठन करने का निर्देश दिया है, जिसके जरिये निवेशक अपने पोजीशन की बिकवाली कर पाएंगे या खड़े सौदे (ओपन पोजीशन) बंद कर पाएंगे और लंबित ऑर्डर रद्द कर पाएंगे जब शेयर ब्रोकरों के यहां तकनीकी खामियां होंगी। 30 दिसंबर को जारी […]
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पात्र संस्थागत नियोजन (QIP) और राइट्स इश्यू से जुटाए गए इक्विटी फंड साल 2016 के बाद के निचले स्तर पर आ गए, जिसकी वजह बाजार का मुश्किल भरा माहौल और बढ़त वाली पूंजी की दरकार का अभाव थी। साल 2022 में क्यूआईपी व राइट्स इश्यू के जरिये क्रमश: 11,743 करोड़ रुपये व 4,052 करोड़ रुपये […]
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भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) को 2022 में करीब पूरे साल तक महंगाई ने परेशान रखा, लेकिन उपभोक्ता मूल्य सूचकांक पर आधारित महंगाई दर संभवतः 2023 में आर्थिक वृद्धि के लिए चिंता का विषय नहीं रहेगी। उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) पर आधारित महंगाई दर की ओर से उम्मीद की किरण आई […]
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वित्त मंत्रालय ने 20 दिसंबर को बताया कि सालाना सकल कर संग्रह में केंद्रीय उपकर और अधिभार की हिस्सेदारी 2019-20 और 2021-22 के बीच 10 प्रतिशत बढ़ी है। उपकर और अधिभार से मिले धन को अमूमन राज्यों के साथ साझा नहीं किया जाता है, जिसे देखते हुए यह तेज बढ़ोतरी है। राज्य सभा के सांसद […]
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सर्वाधिक बिक्री वाली क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन की कीमत इस साल करीब तीन गुना गिरने से ऐसी डिजिटल परिसंपत्तियों की अनिश्चित राह का संकेत मिलता है। कीमतों में गिरावट, नियामकीय अनिश्चितता और करों ने भारतीय क्रिप्टो एक्सचेंजों को संकट में डाल दिया है। वित्त वर्ष 2023 के लिए बजट में वर्चुअल डिजिटल परिसंपत्तियों के स्थानांतरण से प्राप्त […]
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केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों (सीपीएसई) में स्वतंत्र निदेशकों के पद बड़ी संख्या में खाली रहने को लेकर नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (सीएजी) ने चिंता जताई है। सीपीएसई में स्वतंत्र निदेशकों के स्वीकृत 72 पदों में से 59 यानी 82 प्रतिशत पद खाली पड़े हैं। किसी महारत्न कंपनी ने अपने बोर्ड में स्वतंत्र निदेशकों के […]
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वर्ष 2022 में तीन बिंदु-क्रिप्टोकरेंसी, सीबीडीसी और क्रेडिट ग्रोथ (थ्री सी) अहम रहे हैं। क्रिप्टोकरेंसी के खिलाफ निरंतर संघर्ष, सीबीडीसी (केंद्रीय बैंक डिजिटल मुद्रा) की ओर बढ़ते छोटे कदम और बैंक की ऋण वृदि्ध एक दशक के उच्च स्तर पर रही है। हालांकि इस पृष्ठभूमि में दरों में लगातार बढ़ोतरी और नकदी में कमी के […]
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बैंकिंग व्यवस्था में जमा आकर्षित करने की कवायद का असर अब दिखने लगा है। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के आंकड़ों से पता चलता है कि 16 दिसंबर को समाप्त पखवाड़े में जमा में वृद्धि की दर पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 9.4 प्रतिशत बढ़ी है, जबकि पिछले पखवाड़े की तुलना में 9.9 […]
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अप्रैल-नवंबर 2023 के दौरान केंद्र सरकार का राजकोषीय घाटा 9.78 लाख करोड़ रुपये रहा है। यह वित्त वर्ष 23 के बजट अनुमान 16.6 लाख करोड़ रुपये का 58.9 प्रतिशत है। इसकी तुलना में पिछले साल की समान अवधि में राजकोषीय घाटा 6.96 लाख करोड़ रुपये था, जो उस साल के बजट लक्ष्य का 46.2 प्रतिशत […]
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