रिलायंस इंडस्ट्रीज और एचडीएफसी बैंक जैसी बड़ी कंपनियों के शेयरों में तेजी के दम पर शेयर बाजार मंगलवार को तीन दिन की गिरावट से उबरने में सफल रहा। सेंसेक्स में 447 अंक की तेजी रही, जबकि निफ्टी 140 अंक चढा।
सेंसेक्स 446.93 अंक यानी 0.55 फीसदी बढ़कर 81,337.95 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान एक समय यह 538.86 अंक चढ़कर 81,429.88 अंक पर पहुंच गया था। नैशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी भी 140.20 अंक यानी 0.57 फीसदी चढ़कर 24,821.10 अंक पर बंद हुआ। सेंसेक्स की कंपनियों में रिलायंस इंडस्ट्रीज में सर्वाधिक 2.21 फीसदी की बढ़त रही। इसके अलावा लार्सन ऐंड टुब्रो, एशियन पेंट्स, टाटा मोटर्स, अदाणी पोर्ट्स, टाटा स्टील, मारुति, भारती एयरटेल, बजाज फाइनैंस और एचडीएफसी बैंक भी लाभ में रहे। हालांकि, ऐक्सिस बैंक, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, टाइटन और आईटीसी के शेयर गिरावट के साथ बंद हुए।
जियोजीत इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, भारत-अमेरिका व्यापार वार्ता के नतीजे को लेकर अनिश्चितता बने रहने के बीच घरेलू बाजार में सुधार देखा गया। हालांकि, अमेरिकी फेडरल रिजर्व के फैसले और एक अगस्त से अमेरिकी शुल्क लागू होने की समयसीमा को देखते हुए निवेशक सतर्क रुख अपनाए हुए हैं। बीएसई पर स्मॉलकैप सूचकांक में 1.10 फीसदी की तेजी रही जबकि मिडकैप इंडेक्स में 0.84 फीसदी का इजाफा हुआ।
तेजी के माहौल में सभी क्षेत्रवार सूचकांक बढ़त के साथ बंद हुए। रियल्टी खंड में सर्वाधिक 1.64 फीसदी की तेजी रही जबकि दूरसंचार खंड 1.50 फीसदी और ऊर्जा खंड 1.22 फीसदी चढ़ा। बीएसई पर सूचीबद्ध 2,486 कंपनियों के शेयर चढ़े जबकि 1,515 कंपनियों में गिरावट रही और 154 अन्य के भाव अपरिवर्तित रहे।
लेमन मार्केट्स डेस्क के गौरव गर्ग ने कहा, मंगलवार को भारतीय शेयर बाजार में तेजी का रुख रहा। कम मूल्य पर खरीदारी और उतार-चढ़ाव में कमी आने से निवेशक धारणा बेहतर हुई और बाजार तीन दिन की गिरावट से उबर गया।
एशिया के अन्य बाजारों में जापान का निक्केई और हॉन्गकॉन्ग का हैंग सेंग गिरावट के साथ बंद हुए, जबकि दक्षिण कोरिया का कॉस्पी और चीन का शांघाई कम्पोजिट लाभ में रहा। यूरोप के बाजार दोपहर के सत्र में बढ़त के साथ कारोबार कर रहे थे। अमेरिकी बाजार सोमवार को मिले-जुले रुख के साथ बंद हुए थे। वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.63 फीसदी बढ़कर 70.48 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया। भाषा