भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ग्रीन-शू विकल्प के साथ मध्यावधि बॉन्डों के जरिये करीब 30 करोड़ डॉलर जुटाने की तैयारी कर रहा है। इस राशि का इस्तेमाल बैंक के अंतरराष्ट्रीय बैंकिंग व्यवसाय परिचालन में उधारी के लिए संसाधन के तौर पर किया जाएगा।
इससे पहले पिछले सप्ताह ही बैंक ने 1 अरब डॉलर की रकम जुटाई थी। बाजार सूत्रों का कहना है कि मौजूदा निर्गम बोलियों के लिए पहले ही खुल चुका है और गुरुवार को यह बंद हो सकता है। निर्गम आकार करीब 30 करोड़ डॉलर है।
बैंक के पास बाजार हालात और मूल्य निर्धारण के आधार पर अतिरिक्त रकम जुटाने के लिए ग्रीन-शू विकल्प भी है। बैंक के एक अधिकारी ने कहा कि यह पूंजी वैश्विक व्यवसाय में ग्राहकों की जरूरतें पूरी करने के लिए जुटाई जा रही है।
इस बीच, एसऐंडपी ग्लोबल रेटिंग्स ने बुधवार को इन बॉन्ड को ‘बीबीबी-’ रेटिंग दी है। यह बॉन्ड एसबीआई की लंदन शाखा ने जारी करने का प्रस्ताव किया है। डॉलर आधारित सीनियर अनसिक्योर्ड बॉन्ड एसबीआई के 10 अरब डॉलर के मध्यावधि बॉन्ड कार्यक्रम का हिस्सा होंगे। रेटिंग से बैंक की मजबूत बाजार हैसियत और उसके मजबूत जमा फ्रैंचाइजी आधार का पता चलता है।
एसऐंडपी ने एक बयान में कहा है कि भारत की मजबूत आर्थिक वृद्धि से एसबीआई की ऋण वृद्धि, परिसंपत्ति गुणवत्ता और मुनाफे को मदद मिलती है। SBI ने 25 करोड़ डॉलर के सीनियर अनसिक्योर्ड ग्रीन फ्लोटिंग दर के बॉन्ड को सफलतापूर्वक जारी किया है।
वैश्विक परिचालन में बैंक की सकल उधारी सालाना आधार पर 8.11 प्रतिशत बढ़कर सितंबर तिमाही में 5.27 लाख करोड़ रुपये रही और पिछली तिमाही (जून 2023) के मुकाबले यह 9.09 प्रतिशत की वृद्धि है। स्थानीय उधारी और व्यापार वित्त व्यवसाय का बैंक की ग्राहक उधारी में बड़ा योगदान रहा।