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पूंजीगत वस्तु वाली कंपनियों की बिक्री और मुनाफे में 2 अंक की वृद्धि दर्ज होने के आसार

येस सिक्योरिटीज के विश्लेषकों का कहना है कि घरेलू और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में ऑर्डर प्रवाह पर प्रबंधन की प्रतिक्रिया पर नजर रखे जाने की जरूरत होगी।

Last Updated- July 27, 2023 | 11:19 PM IST
Wealth management firms go beyond metros to tap post-Covid surge in demand

विश्लेषकों का मानना है कि पूंजीगत वस्तु कंपनियों द्वारा वित्त वर्ष 2024 की पहली तिमाही में बिक्री और मुनाफे में दो अंक की वृद्धि दर्ज किए जाने की संभावना है। इन कंपनियों का प्रदर्शन मुख्य तौर पर कच्चे माल की लागत में नरमी और ऑर्डरों के मजबूत क्रियान्वयन पर निर्भर करेगा।

पांच घरेलू ब्रोकरेज फर्मों का कहना है कि पूंजीगत वस्तु कंपनियों द्वारा बिक्री सालाना आधार पर 13-20 प्रतिशत बढ़ने की संभावना है।
तीन घरेलू ब्रोकरों का कहना है कि इन कंपनियों में कर बाद लाभ (पीएटी) में सालाना आधार पर वृद्धि 21 प्रतिशत और 37 प्रतिशत के बीच रहने का अनुमान है।

बाजार की नजर कंपनियों द्वारा आय के बाद प्रतिक्रियाओं में नए ऑर्डर के बारे में पूछताछ, ऑर्डर क्रियान्वयन और कार्यशील पूंजी प्रबंधन पर लगी रहेगी। कच्चे माल की लागत संबं​धित दबाव घटा है और इससे मुनाफे में सुधार आने की संभावना है। विश्लेषकों का कहना है कि जून​ तिमाही में राजस्व वृद्धि को मजबूत ऑर्डर बुक क्रियान्वयन से मदद मिलेगी।

निर्मल बांग के विश्लेषकों का कहना है कि कच्चे माल की लागत घटने, कम ढुलाई लागत और बेहतर आपूर्ति श्रृंखला परिदृश्य की मदद से उन्हें सालाना आधार पर मार्जिन में 80 प्रतिशत सुधार आने का अनुमान है। येस सिक्योरिटीज के विश्लेषकों ने पूंजीगत वस्तु क्षेत्र पर 6 जुलाई की अपनी रिपोर्ट में कहा, ‘मार्जिन दबाव काफी हद तक दूर हो चुका है, क्योंकि जिंस कीमतों में तेजी अब नरम पड़ी है।’

प्रभुदास लीलाधर के विश्लेषकों ने ऑर्डर क्रियान्वयन की रफ्तार जून तिमाही में मजबूत बनी रहने का अनुमान जताया है। उन्होंने कहा है, ‘हमें मजबूत शुरुआती ऑर्डर बुक, क्रियान्वयन की लगातार तेज गति, अनुकूल उत्पाद मिश्रण और घरेलू के साथ साथ प्रमुख निर्यात बाजारों (प​श्चिम ए​शिया, अमेरिका, सार्क, अफ्रीका समेत) से बेहतर मांग/ऑर्डर/बिक्री की वजह से पूंजीगत वस्तु कंपनियों द्वारा पहली तिमाही में मजबूत प्रदर्शन दर्ज किए जाने की संभावना है। ’

येस सिक्योरिटीज के विश्लेषकों का कहना है कि घरेलू और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में ऑर्डर प्रवाह पर प्रबंधन की प्रतिक्रिया पर नजर रखे जाने की जरूरत होगी।

मई में, इंजीनियरिंग दिग्गज लार्सन ऐंड टुब्रो (एलऐंडटी) ने पूरे वित्त वर्ष 2024 के लिए ऑर्डर प्रवाह में 10-12 प्रतिशत और राजस्व में 12-15 प्रतिशत वृद्धि का अनुमान जताया था। बाजार इस अनुमान पर नजर बनाए रखेगा।

एलऐंडटी 25 जुलाई को अपनी जून तिमाही के नतीजों की घोषणा करेगी। बीएचईएल जैसी कंपनियों के लिए बाजार गैर-विद्युत खंड पर और ज्यादा स्पष्टता पर भी नजर लगाए रखेगा।

First Published - July 27, 2023 | 11:19 PM IST

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