अगर आप इस साल क्रिसमस और नए साल पर हवाई सफर करते हैं तो आपको पिछले साल के मुकाबले सस्ते टिकट मिल सकते हैं। दिल्ली-मुंबई, मुंबई-बेंगलूरु और मुंबई-चेन्नई जैसे प्रमुख घरेलू मार्गों पर 24 दिसंबर से 1 जनवरी के बीच हवाई किराये में पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले 28 फीसदी तक नरमी दिख रही है।
विमानन उद्योग के अधिकारियों के अनुसार हवाई किराये में यह बदलाव दीवाली से पहले हुई गलती का नतीजा है। इस साल त्योहारों से एक या दो महीने पहले इन कंपनियों ने किराया ज्यादा ही रखा था ताकि उन्हें प्रति यात्री प्रति किलोमीटर औसत आय बरकरार रखने में मदद मिल सके।
मगर उनकी यह रणनीति कारगर साबित नहीं हुई क्योंकि तारीख नजदीक आने के साथ ही कई मार्गों पर लोड फैक्टर कम होने लगा यानी विमान में यात्रियों की संख्या घटने लगी। ऐसे में अधिकसे अधिक टिकट बुक कराने और खाली सीटें भरने के लिए दीवाली के आसपास उन्हें तुरंत बुकिंग पर किराया कम करना पड़ा।
उस गलती से सीख लेकर विमानन कंपनियां सुधरने की कोशिश कर रही हैं। आलम यह है कि विस्तारा ने इस साल 11 दिसंबर से अगले साल 30 सितंबर के बीच देश के भीतर सफर के लिए आज तीन दिन की सेल शुरू कर दी।
पिछले दो महीनों में विमान ईंधन (एटीएफ) भी सस्ता हुआ है। इससे विमानन कंपनियों को क्रिसमस वाले हफ्ते में किराया कम रखने में मदद मिली है। 1 अक्टूबर को विमान ईंधन की कीमत दिल्ली में 1.18 लाख रुपये प्रति किलोलीटर थी, जो 1 दिसंबर तक घटकर 1.06 लाख रुपये प्रति किलोलीटर रह गई।
दिल्ली-मुंबई मार्ग भारत का सबसे व्यस्त हवाई मार्ग है, जिस पर हर हफ्ते करीब 730 उड़ानें आती-जाती हैं। यात्रा पोर्टल इग्जिगो से प्राप्त जानकारी के अनुसार इस मार्ग पर 24 दिसंबर से 1 जनवरी के बीच सफर के लिए यात्रा से एक महीने पहले टिकट बुक कराने पर औसत हवाई किराया साल भर पहले के मुकाबले करीब 2 फीसदी कम था।
मुंबई-बेंगलूरु मार्ग भी भारत के सबसे व्यस्त मार्गों में शामिल है। इग्जिगो के अनुसार इस मार्ग पर 24 दिसंबर से 1 जनवरी के बीच का टिकट महीने भर पहले बुक कराने पर केवल 4,662 रुपये में मिल रहा था, जो पिछले साल की टिकट कीमत से करीब 24 फीसदी कम है। इस साल दीवाली 12 नवंबर को थी और क्रिसमस हर साल 25 दिसंबर को मनाया जाता है।
विमानन ब्लॉग नेटवर्क थॉट्स के संस्थापक एवं विमानन विश्लेषक अमेय जोशी ने बिज़नेस स्टैंडर्ड से कहा, ‘नवंबर में विमानन उद्योग को काफी उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ा। महीने की शुरुआत में अधिक किराये के कारण लोड फैक्टर कम था। इसलिए विमानन कंपनियों ने कीमत घटाकर बिक्री बढ़ाने की रणनीति अपनाई। इससे बिक्री के साथ-साथ किराये में भी भारी इजाफा हो गया। क्रिकेट विश्व कप फाइनल के समय सप्ताहांत के हवाई किराये भी आसमान छू रहे थे। मगर क्रिसमस और नए साल की छुट्टियों के दौरान विमानन कंपनियां इससे परहेज कर रही हैं। अब वे उन मार्गों पर कम कमाकर अधिक यात्री हासिल करने पर जोर दे रही हैं, जहां लोड फैक्टर कम है।’
मगर ऐसा नहीं है कि सभी मार्गों पर हवाई किराये कम हैं। क्रिसमस और नए साल की छुट्टियां बिताने के लिए गोवा लोकप्रिय ठिकाना बना हुआ है। इग्जिगो के अनुसार 24 दिसंबर से 1 जनवरी के बीच के सफर के लिए 30 दिन पहले बुक कराने पर दिल्ली-गोवा मार्ग पर हवाई किराये में 17 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई है। मुंबई-गोवा मार्ग पर किराये में 12 फीसदी की वृद्धि हुई है।