इस वित्त वर्ष में अब तक सुस्त वृद्धि की राह पर रहने वाली यात्री वाहन बिक्री के वित्त वर्ष 2024-25 का समापन स्थिरता के साथ किए जाने की संभावना है। हालांकि ओईएम आगामी त्योहारी सीजन में बिक्री को लेकर उत्साहित हैं, लेकिन विश्लेषकों का अनुमान है कि वित्त वर्ष 25 में यात्री वाहन बिक्री में कुल वृद्धि 0.8 प्रतिशत या इसके आसपास सपाट रहेगी।
टाटा मोटर्स पैसेंजर व्हीकल्स और टाटा पैसेंजर इलेक्ट्रिक मोबिलिटी के प्रबंध निदेशक शैलेश चंद्रा ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि साल का समापन यात्री वाहनों की खुदरा बिक्री में पिछले साल की 42 लाख (अब तक की सर्वाधिक) के मुकाबले दो से तीन प्रतिशत की कुल बढ़त के साथ होगा।
चंद्रा का कहना है कि साल की दूसरी छमाही में त्योहारी सीजन की वजह से वृद्धि देखने को मिलेगी। अभी तक वाहन बिक्री को प्रभावित करने वाले किसी भी व्यापक आर्थिक कारक में कोई खास बदलाव नहीं हुआ है, चाहे वह जीडीपी वृद्धि के अनुमान हों, ब्याज दरें हों या मुद्रास्फीति हो। उन्होंने कहा, ‘अच्छे मॉनसून की धारणा से ग्रामीण मांग वापस आ गई है। डीलरों के पास पूछताछ भी स्थिर है।’
चंद्रा का कहना है कि वास्तविक रूप से पिछले साल की 42 लाख बिक्री के मुकाबले साल 2024-25 में सालाना आधार पर 2 से 3 प्रतिशत की वृद्धि संभव है। उन्होंने बिजनेस स्टैंडर्ड को बताया, ‘इस वित्त वर्ष में वाहन बिक्री वृद्धि का भार दूसरी छमाही पर रहेगा क्योंकि पहली छमाही मोचे तौर पर सपाट रही है। भले ही वित्त वर्ष 25 की दूसरी छमाही में बिक्री में 10 प्रतिशत की वृद्धि हो, लेकिन कुल वार्षिक बिक्री वृद्धि करीब पांच प्रतिशत या उसके आसपास रहेगी।’
जैटो डायनमिक्स के अध्यक्ष और निदेशक रवि भाटिया ने कहा, ‘जैटो डायनमिक्स के आंकड़ों से साफ पता चलता है कि महामारी के सुधार हुआ लेकिन अब वाहन बाजार में मंदी का रुख है। वित्त वर्ष 2023 में सालाना आधार पर 26.8 प्रतिशत की मजबूत वृद्धि के बाद हमने बड़ी गिरावट देखी है। वित्त वर्ष 2024 में यह वृद्धि घटकर 8.7 प्रतिशत हो गई जबकि अनुमान संकेत दे रहे हैं कि वित्त वर्ष 2025 में केवल 0.8 प्रतिशत की वृद्धि होगी।’
बाजार अग्रणी मारुति का मानना है कि त्योहारी सीजन में काफी संभावनाएं हैं। कंपनी के वरिष्ठ मार्केटिंग अधिकारी पार्थ बनर्जी ने कहा कि हमने पहली तिमाही में सबसे अधिक कुल बिक्री दर्ज की है जो कंपनी के इतिहास में पहली बार है। आगामी त्योहारों से नए अवसरों की संभावनाएं हैं। महिंद्रा ऐंड महिंद्रा का मानना है कि एसयूवी सेगमेंट में मध्य से ऊंचे अंक में वृद्धि होगी।