facebookmetapixel
Double Bottom Alert: डबल बॉटम के बाद ये 6 शेयर कर सकते हैं पलटवार, चेक करें चार्टनवंबर में थोक महंगाई बढ़कर -0.32% हुई, खाने-पीने की चीजों में नरमीटैक्सपेयर्स ध्यान दें! एडवांस टैक्स जमा करने का आज आखिरी मौका, देर की तो लगेगा भारी जुर्मानाNephrocare Health IPO अलॉटमेंट फाइनल, सब्सक्रिप्शन कैसा रहा; ऐसे करें चेक स्टेटसकेंद्र ने MGNREGA का नाम बदलकर VB-RaM G करने का प्रस्ताव पेश किया, साथ ही बदल सकता है फंडिंग पैटर्नडॉलर के मुकाबले रुपया 90.58 के रिकॉर्ड निचले स्तर पर, US ट्रेड डील की अनि​श्चितता और FIIs बिकवाली ने बढ़ाया दबावGold-Silver Price Today: सोना महंगा, चांदी भी चमकी; खरीदारी से पहले जान लें आज के दामWakefit Innovations IPO की बाजार में फिकी एंट्री, ₹195 पर सपाट लिस्ट हुए शेयरकम सैलरी पर भी तैयार, फिर भी नौकरी नहीं, रेडिट पर दर्द भरी पोस्ट वायरलCorona Remedies IPO की दमदार लिस्टिंग, कमजोर बाजार में ₹1,470 पर एंट्री; हर लॉट पर ₹5712 का मुनाफा

ऐप डेवलपमेंट पहल का समर्थन करेगी Open AI

ग्लोबल इंडिया एआई समिट में ओपन एआई के उपाध्यक्ष श्रीनिवास नारायणन ने की घोषणा, भारतीय डेवलपर्स के लिए नए अवसर

Last Updated- July 03, 2024 | 11:08 PM IST
OpenAI Atlas Browser

चैटजीपीटी की मूल कंपनी ओपन एआई ने इंडिया एआई मिशन के तहत ऐप डेवलपमेंट पहल में भागीदारी के जरिये इस कार्यक्रम को अपना समर्थन देने की प्रतिबद्धता जताई है। कंपनी के वरिष्ठ अधिकारी ने आज यह जानकारी दी।

ओपन एआई के उपाध्यक्ष श्रीनिवास नारायणन ने कहा ‘इंडिया एआई मिशन की ऐप्लिकेशन डेवलपमेंट पहल का समर्थन करने के लिए ओपन एआई प्रतिबद्ध है, ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि भारतीय डेवलपर हमारे मॉडल पर निर्माण कर सकें और बड़े स्तर पर सामाजिक लाभ पहुंचा सकें तथा हम वाकई मंत्रालय के साथ बातचीत जारी रखने की उम्मीद कर रहे हैं और यह आकलन कर रहे हैं कि हम सबसे अधिक मूल्य कहां जोड़ सकते हैं।’

इंडिया एआई मिशन के सात स्तंभों में से एक के रूप में चिह्नित इस ऐप्लिकेशन डेवलपमेंट पहल का उद्देश्य केंद्रीय मंत्रालयों, राज्यों के विभागों और अन्य संस्थानों की समस्या की रिपोर्टों पर ध्यान देते हुए महत्वपूर्ण क्षेत्रों में एआई अनुप्रयोगों को बढ़ावा देना है।

दिल्ली में ग्लोबल इंडिया एआई समिट को संबोधित करते हुए नारायणन ने कहा कि कंपनी बड़े भाषा मॉडल (एलएलएम) क्षेत्र में महत्वपूर्ण फैसले लेते समय भारत को ध्यान में रख रही है। भारत में एआई के विकास के संबंध में बात करते हुए नारायणन ने कहा कि इस तकनीक ने भारत में पहले से ही गतिशील उद्यमी तंत्र की रफ्तार और गतिशीलता को बढ़ाया है।

उन्होंने कहा ‘उद्यमी बाजार के अंतर को समझते हैं। वे नवाचार वाले उत्पादों को विकसित कर रहे हैं और चैटजीपीटी जैसे टूल पूरी तरह नए ढंगों से इसे बढ़ावा देने में मदद कर रहे हैं। हम आर्टिफिशल इंटेलिजेंस की लागत कम कर रहे हैं। हम डेवलपरों को कोड लिखने में सक्षम कर रहे हैं और हम कंप्यूटिंग के लिए पूरी तरह से संवादात्मक और प्राकृतिक इंटरफेस सृजित करने में उनकी मदद कर रहे हैं।’

First Published - July 3, 2024 | 11:08 PM IST

संबंधित पोस्ट