मारुति सुजूकी (Maruti Suzuki invicto) अगले महीने ‘इनविक्टो’ नाम से अपना प्रीमियम मल्टी-पर्पज व्हीकल (एमपीवी) उतारने जा रही है। मारुति सुजूकी के कार्यकारी निदेशक (बिक्री) शशांक श्रीवास्तव ने मंगलवार को कहा कि कंपनी को अपने नए वाहन के जरिये इस प्रीमियम सेगमेंट में पैठ बनने की उम्मीद है, जिसमें 20 लाख रुपये से अधिक मूल्य की कारें शामिल हैं।
इनविक्टो टोयोटा की इनोवा हाइक्रॉस पर आधारित होगी और इस कार का निर्माण कर्नाटक में टोयोटा के ही बिडदी संयंत्र में करेगी। करीब पांच साल पहले, टोयोटा मोटर (टीएमसी) और सुजूकी मोटर (एसएमसी) ने एक ऐसे वैश्विक गठबंधन में हिस्सा लिया था जो मॉडलों तथा तकनीकों को साझा करने से जुड़ा हुआ है।
सीटों की तीन कतारों (थ्री-रो) वाले प्रीमियम सेगमेंट की कारों की घरेलू बिक्री 2022-23 में 258,000 वाहन थी और 2023-24 में यह 300,000 पर पहुंचने का अनुमान है। श्रीवास्तव ने बिजनेस स्टैंडर्ड के साथ एक साक्षात्कार में कहा, ‘इसलिए हम इनविक्टो के साथ इस सेगमेंट में पैठ बनाना चाहेंगे।’
इनविक्टो थ्री-रो प्रीमियम सेगमेंट में आठवीं कार होगी। अन्य कारों में किया कार्निवल, टोयोटा हाइक्रॉस, ह्युंडै अल्काजार, एमजी हेक्टर प्लस, महिंद्रा ऐंड महिंद्रा स्कॉर्पियो एन, टाटा सफारी और महिंद्रा ऐंड महिंद्रा एक्सयूवी700 शामिल हैं।
मारुति सुजूकी का कहना है कि इनविक्टो की बुकिंग 19 जून से शुरू कर दी जाएगी।
उन्होंने कहा, ‘थ्री-रो प्रीमियम सेगमेंट में, स्कॉर्पियो एन बाजार दिग्गज है। उसकी घरेलू बिक्री वित्त वर्ष 2023 में करीब 76,000 वाहन रही। एक्सयूवी700 करीब 66,000 वाहनों की घरेलू बिक्री के साथ दूसरे स्थान पर रही। इनोवा की बिक्री करीब 55,000 रही। अल्काजार के लिए यह आंकड़ा करीब 26,000 और सफारी के लिए 20,000 वाहन था।’
जब श्रीवास्तव से पूछा गया कि क्या मारुति इस सेगमेंट पर ध्यान बढ़ा रही है, तो उन्होंने कहा कि मौजूदा समय में हमारा ध्यान इनविक्टो पर है और कंपनी यह देखेगी कि वह इस श्रेणी में कितनी भागीदारी हासिल कर पाती है।
उन्होंने इसका उदाहरण पेश किया कि किस तरह से कंपनी 10-15 लाख रुपये वाले सेगमेंट में तेजी से बढ़ी। उन्होंने कहा, ‘जब हमने 10-15 लाख रुपये वाले सेगमेंट में प्रवेश किया था तो लोगों का मानना था कि हम ऐसी कारों की बिक्री में बेहद मजबूत हैं, जो 10 लाख रुपये से कम की श्रेणी में थीं। लेकिन जल्द ही हम 10-15 लाख वाली श्रेणी में अग्रणी बन गए।’