देशभर में स्पैम कॉल और फ्रॉड कॉल का मामला तेजी से बढ़ गया है। इसी बीच, कुछ देर पहले ही आपने अपने मोबाइल पर अचानक ही वाइब्रेशन महसूस किया होगा। जैसे ही मोबाइल वाइब्रेट होना शुरू हुआ, कुछ यूजर्स को लगा कहीं उनके साथ कोई धोखा तो नहीं हो रहा है।
जब मोबाइल वाइब्रेट हुई तो मोबाइल के स्क्रीन पर लिखकर आ रहा था- ‘यह भारत सरकार के दूरसंचार विभाग द्वारा सेल ब्रॉडकॉस्टिंग सिस्टम के माध्यम से भेजा गया एक टेस्टिंग मैसेज है। कृपया इस संदेश पर ध्यान न दें क्योंकि इस पर आपकी ओर से किसी कार्रवाई की आवश्यकता नहीं है।’
मैसेज में आगे लिखा था, ‘यह संदेश राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (NDMA) द्वारा कार्यान्वित किए जा रहे अखिल भारतीय आपात अलर्ट सिस्टम को जांचने हेतु भेजा गया है। इस सिस्टम का उद्देश्य सार्वजनिक सुरक्षा बढ़ाना और आपात स्थिति के दौरान समय पर अलर्ट प्रदान करना है।’ यानी इसका मतलब हुआ कि दूरसंचार विभाग यह चेक कर रहा है कि अगर ऐसी कोई स्थिति आती है जब आपको अचानक से अलर्ट भेजना है तो वह कैसे भेजा जा सकेगा। इसके लिए सरकार मोबाइल अलर्ट की तैयारी कर रही है ताकि सही समय पर और कम समय में सभी को चेतावनी मिल जाए।
बता दें कि मंत्रालय ने पहले भी इस तरह का एकबार मैसेज भेजा था और वह तारीख थी 17 अगस्त। इस दिन दोपहर को करीब 1 बजकर 30 मिनट के आसपास कई स्मार्टफोन यूजर्स को एमरजेंसी अलर्ट देखने को मिला था और उनकी मोबाइल इसी तरह वाइब्रेट हुई थी।
दूरसंचार विभाग के सेल ब्रॉडकास्टिंग सिस्टम की तरफ से बताया जा चुका है कि इस तरह के टेस्ट समय-समय पर होते रहेंगे। यह एमर्जेंसी वॉर्निंग ब्रॉडकास्ट सिस्टम की दक्षता और प्रभाव का आकलन करने के लिए किया जा रहा है।
दूरसंचार विभाग के सेल ब्रॉडकास्टिंग सिस्टम ने कहा कि आपातकालीन चेतावनी प्रसारण प्रणालियों की दक्षता और प्रभावशीलता का आकलन करने के लिए विभिन्न क्षेत्रों में समय-समय पर ऐसे परीक्षण किए जाएंगे।