साल 2022 में एक साल पहले की तुलना में गिग वर्करों की मांग में दस गुना बढ़ोतरी हुई है जबकि उनकी भागीदारी तीन गुना बढ़ी है। गिग वर्क मंच टास्कमो की रिपोर्ट में कहा गया है कि इसके अतिरिक्त 2019-22 के बीच गिग इकॉनमी में युवाओं की भागीदारी आठ गुना बढ़ी है। कंपनी के प्लेटफॉर्म पर कम से कम 49 फीसदी गिग वर्कर 25 साल से कम उम्र के हैं।
टास्कमो के सह-संस्थापक प्रशांत जनाद्रि कहते हैं, ‘जैसा कि गिग की अवधारणा को व्यापक स्वीकृति मिल रही है, युवाओं की भागीदारी में वृद्धि हुई है, जो गिग नौकरी की भूमिकाएं लेना पसंद कर रहे हैं।’
वह कहते हैं, ‘गिग लोगों को उनकी वास्तविक क्षमता, प्रतिभा और वरीयताओं का पता लगाने में मदद करता है। विभिन्न अवसरों की खोज के लिए युवा पीढ़ी भी अधिक खुली हैं। यह अच्छा है कि वे खुद को उस काम तक सीमित नहीं रखना चाहते जो सीमाओं से बंधा है।’
महिलाओं की भागीदारी पिछले साल के 18 फीसदी दो गुना बढ़कर 2022 में 36 फीसदी हो गई है। महिलाओं को मुख्य रूप से ग्राहक सहायता, सामग्री की निगरानी और मॉडरेशन, टेली-सेल्स और ऑडिट और सर्वेक्षण से संबंधित भूमिकाओं में नियोजित किया गया है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि इस्तीफे से लेकर मूनलाइटिंग, छंटनी के दौरान तक कई कॉर्पोरेट लहरों ने बाजार को लचीली भर्ती और काम करने की ओर आकर्षित करने में प्रमुख भूमिका निभाई है।
जॉब टाइमिंग के लचीलेपन, अतिरिक्त आय, प्रवेश के लिए कम बाधा या गिग नौकरी में शामिल होने के लिए पोर्टफोलियो विकास जैसे कारकों ने भी गिग वर्क की लोकप्रियता में एक भूमिका निभाई है।