Bharat Mobility Global Expo 2025: शेयर बाजार में सूचीबद्ध होने के बाद ह्युंडै मोटर इंडिया ने आज अपनी पहली गाड़ी क्रेटा इलेक्ट्रिक एसयूवी पेश की। स्थानीय ईवी आपूर्ति श्रृंखला जोर देते हुए ह्युंडै भारत में ईवी का दमदार तंत्र विकसित करने वाली है। इसमें एक्साइड एनर्जी सॉल्यूशंस (ईईएसएल) के साथ साझेदारी में सेल विनिर्माण, बैटरी पैक, ड्राइवट्रेन और अन्य पुर्जों के साथ-साथ चार्जिंग के बुनियादी ढांचे का विस्तार शामिल है।
कंपनी क्रेटा के बाद ईवी के तीन और मॉडल लाने की योजना पहले ही बना चुकी है। चार्जिंग के बुनियादी ढांचे की विस्तार योजना में साल 2030 तक 600 से अधिक डीसी चार्जिंग स्टेशन (कंपनी के स्वामित्व और कंपनी संचालित) की स्थापना के अलावा शेल, चार्ज जोन और स्टेटिक जैसी परिचालकों के साथ सहयोग करते हुए 10,200 से ज्यादा चार्जिंग पॉइंट के लिए साझेदारी करना शामिल है।
ह्युंडै इंडिया के मुख्य परिचालन अधिकारी तरुण गर्ग ने बिजनेस स्टैंडर्ड को बताया, ‘बैटरी पैक को पहले ही स्थानीय रूप दिया जा रहा है। क्रेटा ईवी स्थानीय रूप से तैयार बैटरी पैक के साथ आ रही है। हम पहले ही ऐलान कर चुके है कि आगे चलकर सेल विनिर्माण स्थानीय भारतीय भागीदार एक्साइड के साथ होगा। हम ड्राइवट्रेन और पावर इलेक्ट्रॉनिक्स को स्थानीय स्तर पर बनाने पर भी ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। लगभग पूरी ईवी आपूर्ति प्रणाली स्थानीय होगी।’
उम्मीद है कि आज उतारी गई क्रेटा ईवी टाटा कर्व ईवी, महिंद्रा बीई 6, एमजी जेडएस ईवी और भविष्य में आने वाली मारुति सुजूकी की ई-विटारा को टक्कर देगी। अप्रैल में दक्षिण कोरिया की इस प्रमुख वाहन कंपनी ने भारत में ईवी बैटरी उत्पादन को स्थानीय स्तरपर करने के लिए कोलकाता की बैटरी विनिर्माता एक्साइड इंडस्ट्रीज की सहायक एक्साइड एनर्जी सॉल्यूशंस (ईईएसएल) के साथ भागीदारी की थी। इस साझेदारी के जरिये लीथियम आयरन फॉस्फेट सेल के उत्पादन से ह्युंडै को अपने भविष्य के ईवी मॉडल में घरेलू रूप से तैयार बैटरी जोड़ने के लिहाज से अग्रणी कंपनी बनने में मदद मिलेगी।
ह्युंडै मोटर इंडिया के प्रबंध निदेशक उनसू किम ने क्रेटा ईवी उतारे जाने के दौरान कहा, ‘हम अगले सात साल में पूरे भारत में 600 सार्वजनिक फास्ट चार्जिंग स्टेशन लगाने की योजना बना रहे हैं और ईवी के व्यापक इस्तेमाल को प्रोत्साहित करने के लिए मजबूत ईवी पारिस्थितिकी तंत्र बना रहे हैं। इनमें से 50 से अधिक स्टेशन पहले ही प्रमुख शहरों और राष्ट्रीय राजमार्गों पर खोले जा चुके हैं। माईह्युंडै ऐप के जरिए उपयोगकर्ता देश भर में 10,000 से ज्यादा ईवी चार्जिंग पॉइंट तक पहुंच सकेंगे।’ चार्जिंग के सार्वजनिक बुनियादी ढांचे के अलावा कंपनी होम चार्जर उपलबध कराने और शुरु से आखिर तक की इंस्टॉलेशन सहायता देने पर भी ध्यान केंद्रित कर रही है। उन्होंने कहा, ‘क्रेटा इलेक्ट्रिक के साथ हम 11 किलोवॉट का चार्जर दे रहे हैं। अगर ग्राहक के पास जरूरी मंजूरी है तो हम इंस्टॉलेशन सहायता भी देंगे।’
कंपनी तीन तरह के सार्वजनिक चार्जिंग मॉडल पर काम कर रही है। पहला डीलरशिप मॉडल है, जिसमें ह्युंडै राजस्व-साझा करने वाले समझौते के जरिये से शेल और चार्ज जोन जैसे चार्ज पॉइंट परिचालकों के साथ साझेदारी करती है। ये 60 किलोवॉट वाले चार्जिंग स्टेशन हैं और ह्युंडै ने अपने 1,500 से अधिक डीलरशिप पॉइंट पर पहले ही तकरीबन 35 स्टेशन शुरू कर चुकी है। साल 2025 की पहली छमाही तक इसे बढ़ाकर 100 करने की योजना है।
दूसरा मॉडल कंपनी के स्वामित्व और कंपनी द्वारा संचालित मॉडल है। इसमें ह्युंडै ने आउटसोर्सिंग वाले मॉडल के जरिये चार्ज जोन और स्टेटिक जैसी कंपनियों के साथ साझेदारी की है। छह शहरों और 14 राजमार्गों पर ऐसे 20 स्टेशन पहले से ही चल रहे हैं। इनमें 240 किलोवॉट के चार्जर तथा 150 किलोवॉट, 60 किलोवॉट और 30 किलोवॉट की तीन गन हैं।
तीसरे मॉडल में माईह्युंडै ऐप के जरिये सहयोग शामिल है। गर्ग ने कहा, ‘हमारे पास 10,200 से ज्यादा चार्जिंग पॉइंट हैं और हमारा इन सभी चार्ज पॉइंट परिचालकों के साथ सहयोग है।’