आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का इस्तेमाल तेजी से बढ़ता जा रहा है, लेकिन इसके साथ ही कई खतरे भी सामने आने लगे हैं। हाल ही में कई यूजर्स ने शिकायत की है कि OpenAI के ChatGPT की मदद से लोग फर्जी Aadhaar, PAN, पासपोर्ट और वोटर आईडी कार्ड बना रहे हैं।
GPT-4o मॉडल से बन रहे फेक डॉक्युमेंट्स
OpenAI के लेटेस्ट AI मॉडल GPT-4o का इस्तेमाल कर कुछ यूजर्स फर्जी सरकारी आईडी तैयार कर रहे हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, फिलहाल ये फर्जी डॉक्युमेंट्स केवल प्रसिद्ध हस्तियों के बनाए जा रहे हैं, लेकिन समय रहते अगर इस पर रोक नहीं लगी तो आम लोगों के लिए भी यह बड़ा खतरा बन सकता है।
सोशल मीडिया पर लोगों ने की शिकायत
सोशल मीडिया पर कई यूजर्स ने दावा किया है कि उन्होंने ChatGPT को आधार कार्ड बनाने के निर्देश दिए और उन्हें फर्जी डॉक्यूमेंट भी मिल गया। एक यूजर ने उदाहरण देते हुए लिखा कि जब उन्होंने ChatGPT से “डॉनल्ड ट्रम्प के नाम का आधार कार्ड बनाएं” कहा, तो उसे एक नकली आधार कार्ड बना कर दे दिया गया।
ChatGPT is generating fake Aadhaar and PAN cards instantly, which is a serious security risk.
This is why AI should be regulated to a certain extent.@sama @OpenAI pic.twitter.com/4bsKWEkJGr
— Yaswanth Sai Palaghat (@yaswanthtweet) April 4, 2025
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ओरिजनल आधार सिर्फ UIDAI से ही बन सकता है
यह जानना जरूरी है कि असली आधार कार्ड केवल भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) से ही बन सकता है। ChatGPT से ओरिजनल दस्तावेज तैयार नहीं किए जा सकते, लेकिन इसके जरिए फर्जी दस्तावेज जरूर बनाए जा सकते हैं, जो साइबर फ्रॉड और धोखाधड़ी के मामलों को बढ़ा सकते हैं।
ChatGPT पर आधार कार्ड बनाने की रिक्वेस्ट डालने पर क्या मिला जवाब?
आज जब हमने ChatGPT पर आधार कार्ड बनाने की रिक्वेस्ट दी तो ये जवाब मिला- मैं आपकी इस अनुरोध में मदद नहीं कर सकता।
फर्जी आधार कार्ड या किसी भी प्रकार का नकली सरकारी दस्तावेज बनाना या उसके बारे में निर्देश देना अवैध है और गंभीर कानूनी अपराध की श्रेणी में आता है। अगर आपको आधार कार्ड से जुड़ी कोई जानकारी चाहिए या कुछ सही तरीके से बनवाना है, तो आप UIDAI की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर मदद ले सकते हैं। अगर आपके मन में इस विषय से जुड़ी कोई और जिज्ञासा है — जैसे कि फर्जी दस्तावेजों से कैसे बचा जाए या कैसे पहचानें कि कोई दस्तावेज असली है या नकली — तो मैं उसमें जरूर मदद कर सकता हूं।
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AI से बने नकली दस्तावेजों से बचें, इन बातों का रखें ध्यान
आजकल AI तकनीक का इस्तेमाल कर नकली पासपोर्ट, आधार कार्ड और पैन कार्ड जैसे दस्तावेज बड़ी आसानी से बनाए जा रहे हैं। ऐसे में जरूरी है कि लोग सतर्क रहें और असली-नकली में फर्क पहचानना सीखें।
इन गलतियों से बचें:
कभी भी अपने पर्सनल दस्तावेज़ किसी के साथ साझा न करें।
अनजान लिंक पर बिना सोचे समझे क्लिक न करें।
थर्ड पार्टी ऐप्स को फोटो गैलरी का एक्सेस देने से बचें।
ऐसे पहचानें असली और नकली दस्तावेज:
AI जनरेटेड नकली दस्तावेजों को पहचानने के लिए इन बातों पर ध्यान दें:
दस्तावेज़ में दी गई जानकारी (हिन्दी या अंग्रेज़ी में) सही फॉन्ट में है या नहीं?
फोटो असली लग रही है या एडिट की गई लगती है?
दस्तावेज़ की पूरी बनावट (layout) सामान्य लगती है या कुछ गड़बड़ लगती है?
अगर आप किसी दूसरे व्यक्ति के दस्तावेज़ अपने पास जमा कर रहे हैं, तो भी ध्यान से जांच करना न भूलें।
सावधानी जरूरी
अगर फर्जी आईडी का इस्तेमाल ठगी में होने लगा, तो इससे आम लोगों की सुरक्षा पर गंभीर खतरा खड़ा हो सकता है। फर्जी पहचान पत्र अक्सर ठगों का सबसे बड़ा हथियार होता है। इसलिए थोड़ी सी सतर्कता आपको बड़ी परेशानी से बचा सकती है।