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बैंक

हम सेकंडरी बाजार में बॉन्ड खरीदारी की मात्रा पर ध्यान दे रहे हैं

मौद्रिक नीति समिति द्वारा नीतिगत दरों को चालू वित्त वर्ष की पहली मौद्रिक नीति में अपरिवर्तित बनाए रखने का निर्णय लिया गया है। इसके अलीावा, आरबीआई ने सेकंडरी बाजार के जी-सेक खरीद कार्यक्रम या जी-एसएपी 1.0 (जिसके तहत आरबीआई पहली तिमाही में 1 लाख करोड़ रुपये के लिए प्रतिबद्घ है) की घोषणा की है। इन […]

बैंक

नीतिगत दरों में स्थिरता का अनुमान

अर्थशास्त्रियों व बॉन्ड बाजार के हिस्सेदारों को विश्वास है कि 7 अप्रैल को मौद्रिक नीति में कोई बदलाव नहीं होगा और पूरे कैलेंडर वर्ष में यही स्थिति रहने की संभावना है। कोविड महामारी के नए सिरे से उभार और कुछ स्तर तक वृद्धि की रफ्तार पर बुरे असर की संभावना को देखते हुए ऐसी संभावना […]

लेख

संतुलन साधने की कठिन कवायद

महामारी से चरमराई अर्थव्यवस्था को जब सहारा देने की बात आई तो ज्यादातर बोझ भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने ही उठाया। उसने नीतिगत दरों में कटौती की, जिससे प्रणाली में तरलता की बाढ़ आ गई और वित्तीय स्थितियां सुधारने में खासी मदद मिल गई। लेकिन यह सब बीते कल की बात है। अब अर्थव्यवस्था पटरी […]

बैंक

रियल्टी कंपनियों ने आरबीआई के कदम को सराहा

जमीन-जायदाद के विकास से जुड़ी कंपनियों और परामर्शदाताओं ने शुक्रवार को कहा कि रिजर्व बैंक का नीतिगत दर में बदलाव नहीं करने के निर्णय का मतलब है कि आवास ऋण पर निम्न ब्याज दर की स्थिति बनी रहेगी। हालांकि उनका कहना है कि अगर प्रमुख नीतिगत दर में कटौती की जाती, इससे मकानों की मांग […]

बैंक

आप भी सीधे खरीद सकेंगे बॉन्ड

भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने आज नीतिगत दरों में किसी तरह का बदलाव नहीं किया। इसके साथ ही भरोसा दिया कि जब तक जरूरी होगा और बॉन्ड बाजार में पर्याप्त तरलता रहेगी, वह उदार रुख बनाए रखेगा। हालांकि एक महत्त्वपूर्ण कदम के तहत आरबीआई ने सरकारी प्रतिभूति बाजार में खुदरा निवेशकों को सीधी पहुंच देने […]

लेख

नए दशक में बैंकिंग उद्योग का बदलाव से होगा साक्षात्कार

भारत में वित्तीय प्रणाली में नकदी डालने की प्रक्रिया नए वर्ष में जारी रहेगी। बॉन्ड पर प्रतिफल, सरकार की उधारी पर ब्याज कम करने और बैंकों को ट्रेजरी कारोबार में लाभ पहुंचाने की प्रक्रिया भी साथ-साथ चलती रहेगी। आरबीआई ने दिसंबर 2019 में ‘ऑपरेशन ट्विस्ट’ की शुरुआत की थी। वर्ष 2020 के अंतिम दिन ताजा […]

बाजार

2020 में लंबी अवधि के बॉन्ड फंडों का शानदार प्रतिफल

लंबी अवधि के डेट फंड पिछले साल प्रतिफल के चार्ट पर शीर्ष पर रहे। इन फंडों को गिरती ब्याज दरों के परिवेश से मदद मिली। चार ऐसी श्रेणियों- लॉन्ग ड्यूरेशन, 10 वर्षी अवधि के साथ गिल्ट, गिल्ट और मध्यावधि से दीर्घावधि- ने दो अंक में प्रतिफल दिया। संक्षिप्त अवधि के फंडों का प्रदर्शन कमजोर रहा, […]

लेख

अगली बाधा

शक्तिकांत दास ने दो वर्ष पहले अपेक्षाकृत कठिन दौर में भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर का पद संभाला था। उनके पूर्ववर्ती गवर्नर ने सरकार के साथ गतिरोध पैदा होने के कारण अपना कार्यकाल समाप्त होने के 10 महीने पहले ही पद छोड़ दिया था। दास की पहली प्राथमिकता थी आपस में बढ़ते अविश्वास को दूर […]

अर्थव्यवस्था

मुद्रास्फीति परिदृश्य प्रतिकूल पर आर्थिक दबाव समाप्त

दिसंबर की अपनी बैठक में नीतिगत दरों को अपरिवर्तित बनाए रखकर भारतीय रिजर्व बैंक (आबीआई) की मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) ने स्पष्ट कर दिया है कि उपभोक्ता मुद्रास्फीति को लेकर उम्मीद मजबूत बनी हुई है। एमपीसी को अब अक्टूबर-दिसंबर अवधि (मौजूदा तिमाही) में उपभोक्ता कीमत सूचकांक (सीपीआई)-आधारित मुद्रास्फीति 6.8 प्रतिशत के औसत पर और जनवरी-मार्च […]

बैंक

मुद्रास्फीति पर ध्यान, वृद्धि पर जोर

भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने अपनी नीतिगत दरों में किसी तरह का बदलाव नहीं किया है लेकिन चालू और अगले वित्त वर्ष के लिए उदार रुख बनाए रखने का वादा किया है। आरबीआई ने मुद्रास्फीति तथा आर्थिक वृद्घि के अपने अनुमान में खासा इजाफा किया है। आरबीआई के अनुसार तीसरी तिमाही में अर्थव्यवस्था सकारात्मक दायरे […]