चालू वित्त वर्ष की जुलाई-सितंबर तिमाही में अब तक जितनी कंपनियों ने अपने तिमाही नतीजों की घोषणा की है, उससे संकेत मिलता है कि कंपनियों के मुनाफे में नरमी आई है। इसके साथ ही महामारी के बाद उद्योग जगत की आय एवं मुनाफे में जिस तरह की तेजी देखी जा रही थी, वह दौर भी […]
राजस्थान की शहरी रोजगार गारंटी योजना
महात्मा गांधी ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना ने महामारी के दौर में रोजी-रोटी की मदद मुहैया कराने में खासी भूमिका निभाई थी। आवाजाही पर लगे प्रतिबंध हटाए जाने के बाद भी इस योजना में रोजगार की मांग लॉकडाउन के पूर्व के स्तर से ऊपर बनी हुई है। नई नौकरियां सृजित करने में भारत का रिकॉर्ड निराशाजनक […]
प्लॉट खरीदें मगर जांच लें मालिकाना हक
महामारी के बाद से देश में भूखंडों की मांग में खासी तेजी देखी जा रही है क्योंकि लोग भीड़-भाड़ से दूर रहने के लिए अपने हिसाब से आशियाना बनाना चाहते हैं, जिसमें सभी तरह की सुविधाएं उपलब्ध हों। विशेषज्ञों का भी कहना है कि भविष्य में अपार्टमेंट की तुलना में भूखंड से बेहतर रिटर्न मिल […]
महामारी के बाद के दौर में नीति-निर्माताओं को तेजी से बदलनी चाहिए दिशा
कोविड-19 से उत्पन्न परेशानियों से पार पाने के बाद अब कनाडावासी खुद को और अधिक चुनौतियों के बीच पा रहे हैं, जिनके चलते लगभग हर मोर्चे पर उनका दैनिक जीवन प्रभावित हो रहा है। इनमें अर्थव्यवस्था के बुरे दौर से गुजरना, धरती का तापमान बढ़ना, स्वास्थ्य देखभाल सुविधाओं की कमी और कार्यस्थलों में बदलाव जैसी […]
वैश्विक महामारी संधि पर जोर दे रहे टीका निर्माता
विकासशील देश के टीका निर्माता महामारी के दौरान देशों के बीच वस्तुओं, सेवाओं, निर्बाध जानकारी के आदान-प्रदान के लिए ‘वैश्विक महामारी संधि’ के पक्ष में राय रख रहे हैं। इस बीच विकासशील देशों के टीका निर्माता नेटवर्क (डीसीवीएमएन) की 23वीं वार्षिक आम बैठक को संबोधित करते हुए स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र से जुड़े दुनिया के दिग्गज लोगों […]
मंदी, गरीबी और ईंधन के संकट हमारे चयन
महामारी के कारण वैश्विक स्तर पर अत्यधिक गरीबी की दर 2019 के 8.4 फीसदी अनुमानित से बढ़कर 9.3 फीसदी हो गई। परंतु अमीर देशों में इसे लेकर खामोशी का माहौल है। बता रहे हैं रथिन रॉय विश्व बैंक और अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) की सालाना बैठकें आमतौर पर ऐसा मौका होती हैं जहां विभिन्न प्रतिष्ठान […]
मंदी, गरीबी और ईंधन के संकट हमारे चयन
महामारी के कारण वैश्विक स्तर पर अत्यधिक गरीबी की दर 2019 के 8.4 फीसदी अनुमानित से बढ़कर 9.3 फीसदी हो गई। परंतु अमीर देशों में इसे लेकर खामोशी का माहौल है। बता रहे हैं रथिन रॉय विश्व बैंक और अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) की सालाना बैठकें आमतौर पर ऐसा मौका होती हैं जहां विभिन्न प्रतिष्ठान […]
साल 2020-21 के दौरान 39 प्रतिशत मनरेगा कार्डधारकों को नहीं मिला एक भी दिन काम: सर्वे
करीब 39 प्रतिशत मनरेगा कार्डधारक परिवारों को कोविड महामारी वाले वर्ष 2020-21 के दौरान एक दिन का भी काम नहीं मिला। एक सर्वे में यह बताया गया है। अजीम प्रेमजी विश्वविद्यालय ने चार राज्यों के आठ ब्लॉक में 2,000 परिवारों का सर्वे किया है। यह सर्वे ‘नेशनल कंर्सोटियम ऑफ सिविल सोसायटी ऑर्गेनाइजेशन्स ऑन नरेगा’ तथा […]
‘भारत में लग्जरी होटल दरें कम’
फ्रांसीसी आतिथ्य प्रमुख एकॉर ने हाल में कीस्टोन रिजॉर्ट के लिए फेयरमोंट के साथ हस्ताक्षर किए। इसके साथ कंपनी भारत में अपने लक्जरी होटलों का विस्तार करेगी। 2024 में शुरू हो रही संपन्न लोगों की इस होटल श्रृंखला का इस्तेमाल बड़ी शादियों और कॉरपोरेट क्षेत्र के लोगों के ठहरने में किया जाएगा। एकॉर के भारत, […]
निफ्टी फर्मों के लाभ पर दिखेगा दबाव
चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही (जुलाई-सितंबर) में भारतीय उद्योग जगत की कमाई में अप्रत्याशित वृद्धि का दौर खत्म हो सकता है। असल में महामारी के बाद कंपनियों के मुनाफे में जोरदार इजाफा देखा जा रहा था। अधिकतर ब्रोकरेज का अनुमान है कि कंपनियों का मुनाफा घटेगा और आय में मामूली इजाफा हो सकता है। […]