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बैंक

नीतिगत दरों में स्थिरता का अनुमान

अर्थशास्त्रियों व बॉन्ड बाजार के हिस्सेदारों को विश्वास है कि 7 अप्रैल को मौद्रिक नीति में कोई बदलाव नहीं होगा और पूरे कैलेंडर वर्ष में यही स्थिति रहने की संभावना है। कोविड महामारी के नए सिरे से उभार और कुछ स्तर तक वृद्धि की रफ्तार पर बुरे असर की संभावना को देखते हुए ऐसी संभावना […]

लेख

यथास्थिति का अलग असर

केंद्र सरकार ने मुद्रास्फीति के लक्ष्य को लचीले मुद्रास्फीति संबंधी ढांचे के अधीन रखकर बेहतर किया है। अब भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) को उपभोक्ता मूल्य सूचकांक के आधार पर मुद्रास्फीति के लिए 4 फीसदी की दर रखनी होगी और वर्ष 2025-26 तक के लिए इसके दो फीसदी ऊपर या नीचे का दायरा तय करना होगा। […]

अर्थव्यवस्था

मौद्रिक नीति प्रणाली में बड़े बदलाव से बॉन्ड बाजार प्रभावित होगा : राजन

भारतीय अर्थव्यवस्था धीरे-धीरे महामारी के झटके से बाहर निकल रही है। ऐसे में भारतीय रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन ने चेताया है कि देश के मौद्रिक नीति के ढांचे में किसी तरह के बड़े बदलावों से बॉन्ड बाजार प्रभावित हो सकता है। बैंकों को निजी क्षेत्र को देने के बारे में राजन ने […]

ताजा खबरें

जानिए, कौन हैं देश के नए मुख्य सांख्यिकीविद

पेशे से शोधार्थी जीपी सामंत ऐसे समय में देश के मुख्य सांख्यिकीविद के रूप में काम करेंगे, जब भारत के आधिकारिक आंकड़ों पर तमाम तरह के संदेह कम नहीं हुए हैं। करीब ढाई साल के बाद एक पेशेवर को इस पद पर नियुक्त किया जा रहा है। इसके पहले अफसरशाहों ने यह काम किया है। […]

लेख

यथास्थिति बरकरार रखें

अपेक्षाकृत लचीले मुद्रास्फीति लक्ष्य वाले ढांचे की इस माह समीक्षा होनी है। मुद्रास्फीति के लिए 4 फीसदी का लक्ष्य निर्धारित है जिसमें निचले और ऊपरी स्तर पर क्रमश: दो और छह फीसदी का दायरा रखा गया है। भारत ने सन 2016 में इस ढांचे को अपनाया था और कानून के मुताबिक केंद्र सरकार, भारतीय रिजर्व […]

अर्थव्यवस्था

रुपये का अंतरराष्ट्रीयकरण अपरिहार्य : रिजर्व बैंक

भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने अपनी एक रिपोर्ट में कहा है कि रुपये का अंतरराष्ट्रीयकरण अपरिहार्य है लेकिन इससे मौद्रिक नीति का गठन जटिल हो जाएगा। यह रिपोर्ट वित्त पर मुद्रा पर आधारित है। रुपये के अंतरराष्ट्रीयकरण का मतलब है कि मुद्रा का उपयोग निवासी और अनिवासी दोनों स्वतंत्र रूप से कर सकते हैं और […]

लेख

देश में शिथिल मौद्रिक नीति और सही-गलत का निर्णय

जिस व्यक्ति को मामले में केवल अपना पक्ष मालूम होता है, वास्तव मेंं वह उसके बारे मेंं काफी कम जानकारी रखता है-जॉन स्टुअर्ट मिल (1860) बीते एक वर्ष के दौरान कम ब्याज दर वाली आर्थिक नीति (शिथिल मौद्रिक नीति) पर जोर देने वाले आर्थिक सलाहकारों का यह कहना एकदम उचित है कि गरीबों के हाथ […]

बैंक

महंगार्ई के लिए 2 से 6 फीसदी दायरा है उचित

भारतीय रिजर्व बैंक आरबीआई मानता है कि मौद्रिक नीति के तहत 2 से 6 फीसदी के दायरे वाला मुद्रास्फीति लक्ष्य एकदम ठीक है और अगले पांच साल तक इसमें कोई तब्दीली नहीं होनी चाहिए। मार्च में मुद्रास्फीति के लक्ष्य की समीक्षा होनी है और उससे ऐन पहले आज केंद्रीय बैंक की रिसर्च टीम ने मुद्रा […]

बाजार

बॉन्ड में तेजी शेयर बाजार पर भारी पड़ी

अमेरिका में बॉन्ड प्रतिफल बढऩे से आज दुनिया भर के बाजारों में भारी बिकवाली देखी गई, जिसका असर घरेलू बाजार पर भी पड़ा। घरेलू बाजार में 9 महीने में सबसे बड़ी एकदिनी गिरावट दर्ज की गई। 10 वर्षीय अमेरिकी बॉन्ड 1.61 फीसदी तक बढ़ गया जो महीने की शुरुआत में 1.08 फीसदी पर था। इससे […]

अर्थव्यवस्था

वृद्धि की गति मजबूत करने की जरूरत

भारतीय रिजर्व बैंक की ओर से जारी मौद्रिक नीति पर इस महीने के पहले सप्ताह में हुई बैठक के ब्योरे से पता चलता है कि सदस्यों का मानना है कि महंगाई नियंत्रण में है। साथ ही समिति का मानना है कि  अर्थव्यवस्था में वृद्धि को समर्थन की जरूरत है, जो अभी निचले स्तर से उबर […]