पिछले दो साल से ज्यादा समय से ऊंची कीमतों की वजह से विश्लेषक मिडकैप और स्मॉलकैप सेगमेंटों को लेकर सतर्कता बरत रहे थे। लेकिन अब इन सेगमेंट को एक फंड हाउस से सकारात्मक संभावना मिली है। मिरे ऐसेट इन्वेस्टमेंट मैनेजर्स (इंडिया) ने सोमवार को कहा कि मिड और स्मॉलकैप सेगमेंट में हाई-क्वालिटी और सेक्टर की अगुआ कंपनियों की बढ़ती मौजूदगी दमदार आवंटन के लिए मजबूत आधार है।
मिरे ऐसेट इन्वेस्टमेंट मैनेजर्स (इंडिया) के मुख्य निवेश अधिकारी नीलेश सुराणा ने कहा, ‘पिछले कुछ वर्षों में मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में काफी पैसा आया है। लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि सभी मौके खत्म हो गए हैं। कुछ शेयरों की कीमतें ज्यादा हैं। लेकिन अभी भी कई शेयर अपने सेक्टरों में दिग्गज बने हुए हैं जिनकी कीमतें अभी भी ठीक-ठाक हैं, खासकर लार्ज कैप की तुलना में जहां मौके ज्यादा सीमित हैं।’
उन्होंने कहा कि मार्केट-कैप कैटेगरी को एक ही नजर से नहीं देखना चाहिए और पोर्टफोलियो बनाते समय सिर्फ आकार के बजाय बेहतर गुणवत्ता वाली कंपनियों की पहचान पर ध्यान देना चाहिए।
पूरे बाजार के बारे में परिसंपत्ति प्रबंधक का कहना है कि 2026 इक्विटी के लिए बेहतर साल साबित हो सकता है।