Vinesh Phogat disqualified: गोल्ड मेडल जीतने की भारत की उम्मीदों को बहुत बढ़ा झटका लगा है। एक चौंकाने वाले मोड़ में विनेश फोगाट (Vinesh Phogat) फाइनल मुकाबले से पहले डिस्क्वालिफाई हो हो गई हैं।
बता दें कि फोगाट को महिलाओं के 50 किग्रा फाइनल कैटेगरी में फाइनल मैच से पहले ज्यादा वजन पाए जाने के कारण ओलंपिक से अयोग्य घोषित कर दिया गया।
विनेश ने मंगलवार रात इस स्पर्धा में गोल्ड मेडल पदक मुकाबले में पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान बनकर इतिहास रचा था। एक भारतीय कोच ने कहा, “आज सुबह उसका वजन 100 ग्राम अधिक पाया गया। नियम इसकी अनुमति नहीं देते और उसे अयोग्य घोषित कर दिया गया है।”
भारतीय ओलंपिक एसोसिएशन ने कहा, ”हम खेद के साथ भारतीय दल महिला कुश्ती 50 किग्रा वर्ग से विनेश फोगट की डिसक्वालीफाई की खबर साझा कर रहे है। रात भर टीम के सर्वोत्तम प्रयासों के बावजूद आज सुबह उसका वजन कुछ ग्राम 50 किलोग्राम से अधिक हो गया। इस समय दल द्वारा कोई और टिप्पणी नहीं की जाएगी। भारतीय टीम आपसे विनेश की निजता का सम्मान करने का अनुरोध करती है। यह मौजूदा प्रतियोगिताओं पर ध्यान केंद्रित करना चाहेगा।”
ओलंपिक फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान है फोगाट
फोगाट ने इससे पहले बड़ा उलटफेर करते हुए अब तक अपराजेय मौजूदा चैम्पियन युई सुसाकी को शिकस्त देने के बाद यूक्रेन की ओक्साना लिवाच को हराकर सेमीफाइनल में जगह बनाई थी।
इसके बाद उन्होंने क्यूबा की युसनेलिस गुजमैन लोपेज को 5 . 0 से हराकर पेरिस ओलंपिक में महिला कुश्ती स्पर्धा के 50 किलोवर्ग में गोल्ड मेडल जीतने की ओर कदम रखते हुए फाइनल में प्रवेश किया। इसी के साथ फोगाट ओलंपिक के फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान बन गई है। हालांकि, मेडल जीतना का सपना अब सपना ही रह जाएगा।
फोगाट को सिल्वर मेडल भी नहीं मिलेगा
बता दें कि कुश्ती के नियमों के अनुसार, सभी प्रतियोगिताओं के लिए हर सुबह मैच से जुडी कैटेगरी के तहत खिलाड़ी का वजन नापा (वेट-इन) जाता है। यह वज़न-इन और मेडिकल कण्ट्रोल 30 मिनट तक चलता है।
किसी भी पहलवान को तब तक आगे नहीं जाने दिया जाता जब तक उनका मेडिकल एग्जामिनेशन न हो जाए। पहलवानों को अपने लाइसेंस और मान्यता के साथ मेडिकल एग्जामिनेशन और वेट-इन में हाजिर होना होता है।
वजन नापने की पूरी प्रक्रिया के दौरान पहलवान बारी-बारी से कितनी भी पार अपना वजन नाप सकते हैं। यदि कोई एथलीट वेट-इन (पहले या दूसरे वेट-इन) में भाग नहीं लेता है या असफल हो जाता है, तो उसे प्रतियोगिता से बाहर कर दिया जाएगा और बिना रैंक के अंतिम स्थान पर रखा जाएगा। इसका मतलब है की उस खिलाड़ी को कोई मेडल नहीं मिलेगा।