Paris Olympics 2024: देश के सकल घरेलू उत्पादन (GDP) में योगदान के साथ-साथ, भारतीय उद्योग जगत की दिग्गज कंपनियां और प्रमुख सार्वजनिक उपक्रम (PSUs) अब भारतीय एथलीटों की पेरिस ओलंपिक (Paris Olympics) की तैयारी में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। जेएसडब्ल्यू, रिलायंस इंडस्ट्रीज, अदाणी ग्रुप, टाटा स्टील, एनटीपीसी और एनएमडीसी जैसे दिग्गजों ने सैकड़ों करोड़ रुपये निवेश कर राष्ट्रीय खेल पूंजी को मजबूत किया है, जिससे भारतीय दल के प्रदर्शन में नई चमक आने की उम्मीद है। यह जानकारी इकोनॉमिक टाइम्स ने अपनी एक रिपोर्ट में दी।
रिपोर्ट में कुछ उद्योग विशेषज्ञों ने बतााया कि पेरिस ओलंपिक में पिछले वर्षों की तुलना में कुछ टॉप भारतीय कंपनियों के निवेश में 30-40 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई है।
कंपनी के मुख्य परिचालन अधिकारी दिव्यांशु सिंह ने इकोनॉमिक टाइम्स को बताया कि जेएसडब्ल्यू स्पोर्ट्स का परिचालन निवेश इस (पेरिस) ओलंपिक चक्र के माध्यम से 300 करोड़ रुपये है।
सिंह ने कहा, “इसमें IIS (इंस्पायर इंस्टीट्यूट ऑफ स्पोर्ट – जेएसडब्ल्यू) और हिमाचल, मणिपुर, ओडिशा और हिसार में हमारे सैटेलाइट केंद्रों में हमारे एथलीटों का प्रशिक्षण, एक्सपोजर कैंप, पुनर्वास (rehab) और रिकवरी शामिल है।”
सिंह ने आगे कहा, कंपनी ने खेल के बुनियादी ढांचे के निर्माण के लिए पूंजी निवेश के रूप में लगभग 150 करोड़ रुपये खर्च किए हैं।
रिपोर्ट में कहा गया है कि जेएसडब्ल्यू ने पेरिस ओलंपिक के लिए 41 एथलीटों के साथ साझेदारी की है और इस साल भारत के एक तिहाई से अधिक खिलाड़ियों को प्रशिक्षित, समर्थन और प्रबंधन किया है।
टाटा स्टील के वाइस प्रेसिडेंट (कॉर्पोरेट सर्विसेज) चाणक्य चौधरी ने कहा कि महिला तीरंदाजी दल टाटा तीरंदाजी अकादमी का एक उत्पाद है, जिसमें वर्तमान कैडेट अंकिता भकत, भजन कौर और दीपिका कुमारी शामिल हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि कंपनी खेलों पर सालाना लगभग 75 करोड़ रुपये खर्च करती है।
रिपोर्ट के मुताबिक, रिलायंस फाउंडेशन के 10 एथलीट पेरिस ओलंपिक में और दो पेरिस पैरालंपिक में प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं। इन 12 एथलीटों में से आठ महिलाएं हैं। अदाणी ग्रुप पेरिस ओलंपिक 2024 का मुख्य स्पोंसर है। रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि ग्रुप ने खिलाड़ियों के प्रशिक्षण में महत्वपूर्ण निवेश किया है।