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Dream11 हटने के बाद नया स्पॉन्सर खोज रहा BCCI, मांगी बोलियां; कंपनियां 16 सितंबर तक कर सकती हैं आवेदन

बीसीसीआई ने टीम इंडिया के लिए नए प्रायोजक की तलाश शुरू की और कंपनियों से बोलियां आमंत्रित कीं, ड्रीम11 के हटने के बाद 452 करोड़ रुपये का सौदा संभावित

Last Updated- September 02, 2025 | 10:38 PM IST
BCCI
प्रतीकात्मक तस्वीर | फाइल फोटो

भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने मंगलवार को राष्ट्रीय टीम के मुख्य प्रायोजन अधिकारों के लिए इच्छुक कंपनियों अथवा ब्रांडों से बोलियां आमंत्रित की हैं।  हालांकि, बोर्ड ने अभी मुख्य प्रायोजन अधिकारों के लिए वित्तीय विवरण का खुलासा नहीं किया है। मगर मीडिया में आई खबरों के मुताबिक, बीसीसीआई करीब 452 करोड़ रुपये के नए प्रायोजन सौदे की तलाश में है। फैंटसी स्पोर्ट्स की दिग्गज कंपनी ड्रीम 11 के खेल से हट जाने के कारण भारतीय टीम के लिए प्रायोजक की तलाश की जा रही है।

बीसीसीआई की वेबसाइट से प्राप्त जानकारी के अनुसार भारतीय कंपनियां 2 से 12 सितंबर तक मुख्य प्रायोजन अधिकारों के लिए अभिरुचि पत्र 5.90 लाख रुपये में खरीद सकती हैं, जबकि विदेशी कंपनियों को इसके लिए 5,675 डॉलर का भुगतान करना होगा। इच्छुक कंपनियों के लिए बोली के दस्तावेज जमा करने की आखिरी तारीख 16 सितंबर है। इसके अलावा, बीसीसीआई की वेबसाइट पर जानकारी दी गई है कि इच्छुक कंपनियों अथवा ब्रांडों का बीते तीन वर्षों के ऑडिट किए गए खातों के अनुसार औसतन 300 करोड़ रुपये का कारोबार होना चाहिए अथवा बीते तीन वर्षों में उनकी औसत संपत्ति 300 करोड़ रुपये होनी चाहिए।

सोमवार को मामले की जानकारी रखने वाले दो लोगों ने बताया था कि जापान की टोयोटा मोटर कॉरपोरेशन और भारत के किर्लोस्कर समूह के संयुक्त उद्यम टोयोटा किर्लोस्कर मोटर भी भारतीय क्रिकेट टीम का प्रमुख प्रायोजक बनने की संभावना तलाश रही है। इसके अलावा, एथलीजर और स्पोर्ट्स वियर, बैंक और बैंकिंग एवं वित्तीय सेवा, गैर-बैंकिंग वित्तीय सेवा, अल्कोहल-रहित ठंडे पेय पदार्थ, पंखे, मिक्सर ग्राइंडर और सेफ्टी लॉक जैसे घरेलू उपकरण अथवा बीमा जैसे क्षेत्रों के ब्रांड या कंपनियां प्रमुख प्रायोजन अधिकारों के लिए बोली नहीं लगा सकती हैं, क्योंकि बीसीसीआई के पास पहले से ही इन श्रेणियों में प्रायोजक मौजूद हैं।

ऑनलाइन गेमिंग प्रमोशन और विनियमन अधिनियम, 2025 के माध्यम से वास्तविक धन वाले गेम (आरएमजी) पर प्रतिबंध के बाद बीसीसीआई ने अपनी अयोग्यता सूची में एक अन्य श्रेणी के रूप में आरएमजी को जोड़ा है। फिलहाल, 9 सितंबर से शुरू होने वाले एशिया कप के लिए भारतीय टीम की जर्सी पर प्रायोजक लोगो नहीं होगा।

वास्तविक धन गेमिंग और क्रिप्टोकरेंसी में काम करने वाली कंपनियां प्रायोजक बनने की दौड़ में शामिल नहीं हो सकतीं, क्योंकि सरकार ने ऐसी कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया है। ड्रीम 11 ने हाल ही में ‘ऑनलाइन गेमिंग अधिनियम 2025 के प्रचार और विनियमन’ के कारण अपने वास्तविक धन वाले गेम बंद कर दिए हैं।

First Published - September 2, 2025 | 10:38 PM IST

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