गैंगस्टर से नेता बने मुख्तार अंसारी के कथित सहयोगी संजीव माहेश्वरी जीवा की लखनऊ कोर्ट परिसर में गोली मारकर हत्या कर दी गई। पुलिस ने जानकारी दी कि फायरिंग में दो लोग घायल हो गए। पुलिस ने बताया कि कथित हमलावर को मौके पर ही पकड़ लिया गया।
प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा कि हमलावर ने वकील का ड्रेस पहना था। एक पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘लखनऊ जेल में बंद संजीव माहेश्वरी जीवा को एक मामले में सुनवाई के लिए अदालत लाया गया था और इस बीच अज्ञात हमलावर ने गोली मार दी।’
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि कोर्ट में जीवा सुनवाई का इंतजार कर रहा था और कोर्ट में भारी भीड़ थी। इसी बीच मौके पर हमलावर पहुंचा और अंधाधुंध गोलियां बरसाना शुरू कर दिया।
भाजपा विधायक और सांसद की हत्या का है आरोप
48 वर्षीय जीवा मुजफ्फरनगर जिले का रहने वाला था। वह भाजपा विधायक कृष्णानंद राय और उस समय के तत्कालीन राज्य मंत्री ब्रह्मदत्त द्विवेदी की हत्या का दोषी है। इसके साथ ही जीवा हत्या, धोखाधड़ी और आपराधिक साजिश सहित 24 अन्य मामलों में भी आरोपी है।
बता दें कि 10 फरवरी 1997 को फर्रुखाबाद जिले में ब्रह्मदत्त द्विवेदी और उनके गनर की गोली मार कर हत्या कर दी गई थी।
जिसके बाद एक ट्रायल कोर्ट ने 17 जुलाई, 2003 को जीवा को द्विवेदी और उनके गनर की हत्या करने और उनके ड्राइवर पर जानलेवा हमले के लिए दोषी ठहराया। इस मामले में कोर्ट ने जीवा को उम्रकैद की सजा सुनाई थी।
गोलीबारी में दो लोग घायल
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि गोलीबारी में गोली लगने से घायल हुई दो साल की बच्ची और एक पुलिस कांस्टेबल को अस्पताल ले जाया गया, लड़की की हालत गंभीर है उसे पेट में गोली लगी है जबकि, कांस्टेबल की हालत स्थिर बताई जा रही है।
बुधवार को अदालत परिसर में गोली चलने की घटना के बाद अधिवक्ताओं ने पुलिस पर कानून व्यवस्था सुनिश्चित करने में विफल रहने और कड़ी सुरक्षा व्यवस्था करने का आरोप लगाते हुए पुलिस के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया।