केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह तथा बिहार में भाजपा के चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान ने शुक्रवार को राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से पटना स्थित उनके सरकारी आवास पर मुलाकात की। यह बैठक ऐसे समय हुई है जब विधान सभा चुनाव के पहले चरण के लिए नामांकन पत्र दाखिल करने का शुक्रवार को अंतिम दिन था। सूत्रों का कहना है कि दोनों के बीच चुनाव की रणनीति पर चर्चा हुई। शाह और कुमार की इस मुलाकात में जदयू और भाजपा के कई वरिष्ठ नेता भी मौजूद रहे। इससे पहले गुरुवार को शाह ने स्पष्ट किया था कि राजग बिहार चुनाव मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में लड़ेगा। उन्होंने यह भी कहा था कि चुनाव के बाद राजग विधायक दल की बैठक में मुख्यमंत्री पद पर अंतिम निर्णय लिया जाएगा।
शाह ने कहा था, ‘जहां भी हमें पूर्ण बहुमत मिला, चाहे वह राज्य हो या केंद्र, हमने गठबंधन की भावना से सरकार चलाई है। भाजपा ने हमेशा अपने सहयोगियों का सम्मान किया है और इस बार भी यही परंपरा जारी रहेगी।’ इसी क्रम में प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप कुमार जायसवाल ने भी दोहराया कि राजग में सब कुछ ठीक है और गठबंधन सहयोगी पूरी मजबूती के साथ एकजुट होकर चुनाव मैदान में उतरे हैं। बाद में सारण में एक रैली में शाह ने कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पिछले 20 वर्षों में राज्य को ‘जंगलराज’ से मुक्त किया है। यहां एक बार फिर राजग सरकार बनेगी।
पटना के ज्ञान भवन में बुद्धिजीवियों के सम्मलेन को संबोधित करते हुए केंद्रीय गृहमंत्री ने दावा किया कि कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) जैसी पार्टियां वंशवाद को बढ़ावा देती हैं, जबकि राजग सुशासन और विकास की राजनीति का प्रतीक है। गृह मंत्री ने नक्सलवाद के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई का जिक्र करते हुए कहा कि यह पहला विधान सभा चुनाव होगा जिसमें पूरे बिहार में मतदान शाम पांच बजे तक चलेगा, क्योंकि राज्य अब नक्सलमुक्त हो गया है। राजद पर हमला करते हुए उन्होंने कहा, ‘वे हर परिवार को सरकारी नौकरी देने का वादा कर रहे हैं, लेकिन क्या वे बता सकते हैं कि इसके लिए बजट कहां से आएगा?’
गैंगस्टर से नेता बने मोहम्मद शहाबुद्दीन का बेटा ओसामा बिहार में राजद के टिकट पर सीवान के रघुनाथपुर विधान सभा क्षेत्र से अपनी राजनीतिक शुरुआत करने जा रहा है। यह क्षेत्र शहाबुद्दीन परिवार का गढ़ माना जाता है। 31 वर्षीय ओसामा ने रघुनाथपुर से अपना नामांकन पत्र दाखिल कर दिया है। अपने हलफनामे में उन्होंने 2.31 करोड़ रुपये से अधिक की अचल और चल संपत्ति का खुलासा किया है। उनकी पत्नी के पास 5.70 करोड़ रुपये से अधिक की अचल और चल संपत्ति है। ओसामा पर कई आपराधिक मामले भी चल रहे हैं, जो ज्यादातर शस्त्र अधिनियम, 1959 से संबंधित हैं। लालू प्रसाद के राजद से चार बार सांसद रहे शहाबुद्दीन को हत्या और हत्या के प्रयास के मामलों में दोषी ठहराया गया था।
दूसरी ओर, कांग्रेस ने दरभंगा जिले के जाले निर्वाचन क्षेत्र से पूर्व रेल मंत्री ललित नारायण मिश्रा के पौत्र ऋषि मिश्रा को उम्मीदवार बनाया है। पार्टी की ओर से जारी विज्ञप्ति के अनुसार, कांग्रेस की केंद्रीय चुनाव समिति ने मिश्रा के नाम पर मुहर लगाई। कांग्रेस अब तक 49 उम्मीदवारों के नाम का ऐलान कर चुकी है। पहले ऐसी खबरें थीं कि पार्टी जाले से मोहम्मद नौशाद को टिकट दे सकती है, जिनके मंच से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दिवंगत मां को लेकर अपशब्द कहे गए थे। हालांकि कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि समिति ने इस सीट से ऋषि मिश्रा के नाम का अनुमोदन किया।
भोजपुरी अभिनेता खेसारी लाल यादव ने छपरा और लोक गायिका मैथिली ठाकुर ने अलीनगर निर्वाचन क्षेत्रों से शुक्रवार को अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। यादव जहां गुरुवार रात राजद में शामिल हुए, वहीं मैथिली ठाकुर को इस सप्ताह की शुरुआत में भाजपा में शामिल किया गया था। नामांकन के बाद उभरती तस्वीर में बेगूसराय जिले की बछवाड़ा सीट रोचक हो गई है जहां ‘इंडिया’ गठबंधन के दो सहयोगियों के उम्मीदवार आपस में टकराएंगे। महागठबंधन की ओर से जिसे ‘मैत्रीपूर्ण मुकाबला’ कहा जा रहा है। यहां से कांग्रेस ने अपने युवा नेता प्रकाश गरीब दास को उम्मीदवार बनाया है, जबकि भाकपा के पूर्व विधायक अवधेश राय ने भी इसी सीट से नामांकन पत्र दाखिल किया है।
बिहार में पिछले पांच वर्षों के दौरान कुल 243 विधायकों में से 17 ने अपने दल बदले, जबकि विधान सभा में 99 विधेयक पेश किए गए और ये सभी पारित हुए। ‘एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स’ (एडीआर) और ‘बिहार इलेक्शन वॉच’ द्वारा शुक्रवार को जारी रिपोर्ट में यह जानकारी सामने आई है। वर्ष 2020 से 2025 के दौरान विधान सभा के कुल 15 सत्र हुए, जिनमें 146 बैठकें हुईं। रिपोर्ट के अनुसार, विधान सभा की वेबसाइट से प्राप्त आंकड़ों पर आधारित अध्ययन में पाया गया कि 243 विधायकों ने कुल 22,505 प्रश्न पूछे, जिनमें ग्रामीण कार्य, शिक्षा, स्वास्थ्य और जल संसाधन से जुड़े विषय सबसे प्रमुख रहे।
निर्वाचन आयोग ने शुक्रवार को प्रवर्तन एजेंसियों और सुरक्षा बलों से बिहार चुनाव के दौरान सक्रिय और निवारक कार्रवाई करने को कहा, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि मतदाताओं को प्रभावित करने के लिए मादक पदार्थों, शराब और नकदी का इस्तेमाल न हो। आयोग ने कहा कि यह बैठक चुनाव में नकदी और अन्य प्रलोभनों के हानिकारक प्रभावों से निपटने के लिए एक व्यापक रुपरेखा तैयार करने के लिए आयोजित की गई । विभिन्न एजेंसियों ने आयोग को अपनी तैयारियों, प्रलोभन मुक्त चुनाव सुनिश्चित करने के लिए किए गए उपायों और प्रस्तावित कदमों के बारे में जानकारी दी।