फेविकोल बनाने वाली कंपनी पिडिलाइट इंडस्ट्रीज़ लिमिटेड के मार्च तिमाही (Q4FY25) नतीजे सामने आने के बाद ब्रोकरेज नुवामा वेल्थ मैनेजमेंट ने इस शेयर पर अपनी राय दी है। रिपोर्ट में कंपनी को सेक्टर के मुकाबले बेहतर प्रदर्शन करने वाला बताया गया है और निवेशकों को इसमें ‘BUY’ यानी खरीदारी की सलाह दी गई है। नुवामा ने पिडिलाइट के लिए 12 महीने का टारगेट प्राइस ₹3,645 तय किया है, जबकि मौजूदा शेयर कीमत ₹2,980 है। इसका मतलब है कि इसमें करीब 22.31% का संभावित रिटर्न मिल सकता है।
पिडिलाइट की Q4FY25 में आय सालाना आधार पर 8.2% बढ़कर ₹2,980 करोड़ रही, जो नुवामा के अनुमान के मुताबिक रही। हालांकि, कंपनी का EBITDA यानी ऑपरेशन लाभ 9.6% बढ़ा, फिर भी यह अनुमान से कम रहा। इसकी वजह एक बार का ₹17 करोड़ का स्टाफ खर्च है, जो रिटायरल बेनिफिट्स और ESOPs से जुड़ा था।
इस तिमाही में कंपनी की कुल बिक्री 9.8% बढ़ी। कंज़्यूमर और बाज़ार (C&B) सेगमेंट में 8% की बढ़ोतरी हुई, जबकि B2B सेगमेंट में 16.4% की तेज़ बढ़त देखी गई। B2B सेगमेंट की यह मज़बूती दिखाती है कि कंपनी आगे कंस्ट्रक्शन और इन्फ्रास्ट्रक्चर जैसे सेक्टरों में अच्छे मौके तलाश रही है।
पिडिलाइट का EBITDA मार्जिन इस साल 20.1% रहा, जो पिछले साल से थोड़ा बेहतर है लेकिन पिछली तिमाही से कम हुआ है। ग्रॉस मार्जिन 55.04% रहा, जो कच्चे माल की लागत कम होने की वजह से अच्छा रहा। कंपनी ने इस तिमाही में विज्ञापन और प्रचार पर ज्यादा खर्च किया, जो कुल बिक्री का 5.4% रहा। इसका मकसद ग्राहकों की मांग को बढ़ाना है।
पिडिलाइट को भरोसा है कि FY26 में भी उसकी बिक्री में 10% या उससे ज़्यादा की बढ़त बनी रहेगी। कंपनी को लगता है कि अच्छा मानसून और सरकार की ओर से इंफ्रास्ट्रक्चर पर ज़्यादा खर्च होने से देश में मांग बढ़ेगी। शहरों में मांग पहले से बेहतर हो रही है, जबकि गांवों में मांग पहले से ही अच्छी बनी हुई है। इसके साथ ही, कंपनी इलेक्ट्रॉनिक्स, इलेक्ट्रिक गाड़ियों (EV) और सेमीकंडक्टर चिप जोड़ने वाले एडहेसिव के कारोबार में भी बड़े मौके देख रही है। माना जा रहा है कि इलेक्ट्रॉनिक एडहेसिव का बाज़ार 2030 तक 1 अरब डॉलर तक पहुंच सकता है।
कच्चे तेल की कीमतें कम होने और VAM की कीमत घटने से कंपनी की लागत पर अच्छा कंट्रोल रहा। Q4FY25 में VAM की कीमत 880 डॉलर प्रति टन रही, जो पिछले साल और पिछली तिमाही से कम है। भारत में कंपनी की दूसरी यूनिट्स की बिक्री में 10% से ज्यादा बढ़त हुई और विदेशों में खासकर एशिया में, कंपनी का प्रदर्शन अच्छा रहा।
नुवामा ने FY26 और FY27 के EPS अनुमान में 4% की कटौती की है, क्योंकि स्टाफ खर्च और प्रचार खर्च में बढ़ोतरी हुई है। इसके बावजूद, कंपनी की ग्रोथ की संभावनाओं को देखते हुए ‘BUY’ रेटिंग बरकरार रखी गई है और टारगेट प्राइस ₹3,645 तय किया गया है।
डिस्क्लेमर: यह लेख केवल जानकारी के लिए है। निवेश से पहले विशेषज्ञ से सलाह लें।