facebookmetapixel
कृषि को लाभदायक बिजनेस बनाने के लिए ज्यादा ऑटोमेशन की आवश्यकताQ2 Results: टाटा स्टील के मुनाफे में 272% की उछाल, जानें स्पाइसजेट और अशोक लीलैंड समेत अन्य कंपनियों का कैसा रहा रिजल्टसेबी में बड़े बदलाव की तैयारी: हितों के टकराव और खुलासे के नियम होंगे कड़े, अधिकारियों को बतानी होगी संप​त्ति!Editorial: आरबीआई बॉन्ड यील्ड को लेकर सतर्कनिर्यातकों को मिली बड़ी राहत, कैबिनेट ने ₹45,060 करोड़ की दो योजनाओं को दी मंजूरीसीतारमण का आठवां बजट राजकोषीय अनुशासन से समझौता नहीं कर सकताटाटा मोटर्स की कमर्शियल व्हीकल कंपनी की बीएसई पर हुई लिस्टिंग, न्यू एनर्जी और इलेक्ट्रिफिकेशन पर फोकसग्लोबल एआई और सेमीकंडक्टर शेयरों में बुलबुले का खतरा, निवेशकों की नजर अब भारत परसेबी की चेतावनी का असर: डिजिटल गोल्ड बेचने वाले प्लेटफॉर्मों से निवेशकों की बड़ी निकासी, 3 गुना बढ़ी रिडेम्पशन रेटप्रदूषण से बचाव के लिए नए दिशानिर्देश, राज्यों में चेस्ट क्लीनिक स्थापित करने के निर्देश

प. बंगाल मांगे मोर कर्ज

Last Updated- December 07, 2022 | 12:01 PM IST

पश्चिम बंगाल राज्य को-ऑपरेटिव बैंक (डब्ल्यूबीएससीबी) ने केन्द्रीय कृषि मंत्री शरद पवार से कम ब्याज दर पर तरलता समर्थन देने का अनुरोध किया है ताकि कर्ज माफी योजना क्रियान्वयन के बाद उपजी कर्ज की भारी मांग को पूरा किया जा सके।


कृषि कर्ज माफी के बाद राज्य को-ऑपरेटिव क्षेत्र के करीब सात लाख किसान नए कर्ज ले सकते हैं। इस बढ़ी हुई मांग को पूरा करने के लिए डब्ल्यूबीएससीबी ने कृषि और ग्रामीण विकास के लिए राष्ट्रीय बैंक (नाबार्ड) से अतिरिक्त 730 करोड़ रुपये आवंटित करने का अनुरोध किया है।

डब्ल्यूबीएससीबी से यह राशि 3.5 प्रतिशत की मामूली ब्याज दर पर जारी करने के लिए कहा है। बैंक के आमतौर पर करीब 580 करोड़ रुपये आवंटित किए जाते हैं। इसबीच नाबार्ड ने संकेत दिए हैं कि अतिरिक्त तरलता सहायता दी जा सकती है हालांकि इसके किए 9 प्रतिशत की दर से ब्याज वसूल किया जाएगा।

First Published - July 18, 2008 | 11:08 PM IST

संबंधित पोस्ट