facebookmetapixel
Gold-Silver Outlook: सोना और चांदी ने 2025 में तोड़े सारे रिकॉर्ड, 2026 में आ सकती है और उछालYear Ender: 2025 में आईपीओ और SME फंडिंग ने तोड़े रिकॉर्ड, 103 कंपनियों ने जुटाए ₹1.75 लाख करोड़; QIP रहा नरम2025 में डेट म्युचुअल फंड्स की चुनिंदा कैटेगरी की मजबूत कमाई, मीडियम ड्यूरेशन फंड्स रहे सबसे आगेYear Ender 2025: सोने-चांदी में चमक मगर शेयर बाजार ने किया निराश, अब निवेशकों की नजर 2026 पर2025 में भारत आए कम विदेशी पर्यटक, चीन और दक्षिण-पूर्व एशिया वीजा-मुक्त नीतियों से आगे निकलेकहीं 2026 में अल-नीनो बिगाड़ न दे मॉनसून का मिजाज? खेती और आर्थिक वृद्धि पर असर की आशंकानए साल की पूर्व संध्या पर डिलिवरी कंपनियों ने बढ़ाए इंसेंटिव, गिग वर्कर्स की हड़ताल से बढ़ी हलचलबिज़नेस स्टैंडर्ड सीईओ सर्वेक्षण: कॉरपोरेट जगत को नए साल में दमदार वृद्धि की उम्मीद, भू-राजनीतिक जोखिम की चिंताआरबीआई की चेतावनी: वैश्विक बाजारों के झटकों से अल्पकालिक जोखिम, लेकिन भारतीय अर्थव्यवस्था मजबूतसरकार ने वोडाफोन आइडिया को बड़ी राहत दी, ₹87,695 करोड़ के AGR बकाये पर रोक

बैंक रिकवरी पर सरकार का फोकस बढ़ा, वसूली में तेजी लाने के लिए तंत्र को किया जा रहा मजबूत

ऋण वसूली में तेजी लाने के उद्देश्य से डीआरटी और डीआरएटी की प्रक्रियाओं को डिजिटल फाइलिंग, हाइब्रिड सुनवाई और निगरानी मजबूत करने जैसे कदमों से बेहतर बनाया जा रहा है

Last Updated- December 30, 2025 | 9:46 PM IST
Debt recovery
प्रतीकात्मक तस्वीर | फाइल फोटो

वित्तीय सेवा विभाग (डीएफएस) के सचिव एम नागराजू  ने मंगलवार को ऋण वसूली अपीलीय न्यायाधिकरणों (डीआरएटी) के चेयरपर्सन और ऋण वसूली न्यायाधिकरणों (डीआरटी) के पीठासीन अधिकारियों की बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि विभाग ने न्यायाधिकरणों की प्रक्रियाओं को बेहतर बनाने के कई कदम उठाए हैं। इनमें डिजिटलीकरण को व्यापक बनाने के लिए अनिवार्य ई-फाइलिंग को अपनाना, वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग का उपयोग, हाइब्रिड सुनवाई आदि जैसी प्रमुख पहल शामिल हैं।

इस बैठक में डीएफएस के वरिष्ठ अधिकारियों, सार्वजनिक व निजी क्षे्र के विभि्न बैंकों के प्रतिनिधियों और इंडियन बैंक्स एसोसिएशन ने हिस्सा लिया।

वित्त मंत्रालय के बयान के मुताबिक इसमें रिकवरी बढ़ाने के लिए बैंकों की निगरानी व पर्यवेक्षण की व्यवस्था को मजबूत करने, मोटे ऋण पर ज्यादा नजर रखने और  उनकी अधिकतम वसूली  और वैकल्पिक समाधान के तहत लोक अदालतों के इस्तेमाल में सुधार जैसे विषयों पर चर्चा हुई। इसमें हिस्सा लेने वालों ने डीआरटी में मामलों के निपटाने की दर में आगे और सुधार के लिए प्रक्रिया में सुधार की जरूरत पर भी चर्चा की।

वित्त मंत्रालय के बयान में कहा गया है, ‘इन कानूनों का असर और बढ़ाने के लिए ऋणों की वसूली और दिवाला अधिनियम, 1993 और वित्तीय आस्तियों का प्रतिभूतिकरण और पुनर्निर्माण और सुरक्षा हित अधिनियम, 2002 में संशोधन के संबंध में सुझावों पर चर्चा की गई।’

First Published - December 30, 2025 | 9:46 PM IST

संबंधित पोस्ट