उत्तर प्रदेश के ज्यादातर शहरों में पराली के धुएं का असर मौसम पर साफ दिख रहा है। बीते तीन दिनों से राजधानी लखनऊ सहित कई बड़े शहरों में धुंध छाई हुई है और इसका बड़ा कारण पराली का जलाया जाना माना जा रहा है। प्रदेश में पराली जलाने को लेकर 500 से ज्यादा मुकदमे दर्ज किए गए हैं और पांच दर्जन से ज्यादा किसानों की गिरफ्तारी की गई है।
पराली जलाने को लेकर योगी सरकार ने जहां कड़ा रुख अपनाया है, वहीं विपक्ष इसे किसानों का उत्पीडऩ बताते हुए उन पर से मुकदमे वापस लेने की मांग कर रहा है। कांग्रेस महासचिव और उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी ने प्रदूषण बढऩे को लेकर किसानों को जिम्मेदार बताए जाने का विरोध किया है। समाजवादी पार्टी मुखिया अखिलेश यादव ने भी सरकार पर हमला बोला है।
प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने कहा कि अब तक किसानों पर 586 मुकदमे दर्ज किए गए हैं। नियमों के उल्लंघन पर 64 किसानों की गिरफ्तारी की गई है। जिन गांवों से पराली जलाने की खबरें आ रही हैं वहां अब तक 141 ग्राम प्रधानों को नोटिस दिया गया है। पराली के धुएं से फैलते प्रदूषण पर लगाम लगाने के लिए 973 किसानों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।
