Skip to content
  शनिवार 25 मार्च 2023
Trending
March 25, 2023टाटा पावर DDL बिजली चोरी मामलों के लिए 26 मार्च को लोक अदालत आयोजित करेगीMarch 25, 2023संसद में रहूं या बाहर, चाहे जेल में डाल दिया जाए, लोकतंत्र के लिए लड़ता रहूंगा: राहुल गांधीMarch 25, 2023BPCL ने दक्षिण भारत में 15 राजमार्गों पर बनाए 19 EV चार्जिंग गलियारेMarch 25, 2023Jio ने 5G नेटवर्क के लिए देश भर में 1 लाख टावर लगाएMarch 25, 2023मायावती की कांग्रेस व भाजपा को नसीहत-एक दूसरे के प्रति द्वेष से देश का नहीं होगा भलाMarch 25, 2023PM Modi ने कर्नाटक में निशुल्क सेवाएं देने वाले मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल का किया उद्घाटनMarch 25, 2023Swiss Open 2023: सात्विक-चिराग की जोड़ी स्विस ओपन के सेमीफाइनल में पहुंचीMarch 25, 2023नौकरी के बदले जमीन ‘घोटाले’ में सीबीआई के समक्ष पेश हुए तेजस्वी यादवMarch 25, 2023उज्ज्वला योजना पर कैबिनेट के फैसले से लाभार्थियों को बहुत मदद मिलेगी: PM ModiMarch 25, 2023गौहाटी उच्च न्यायालय ने नौकरी घोटाले के मुख्य आरोपी राकेश पॉल को दी जमानत
बिज़नेस स्टैंडर्ड
  • होम
  • बजट 2023
  • अर्थव्यवस्था
  • बाजार
    • शेयर बाजार
    • म्युचुअल फंड
    • आईपीओ
    • समाचार
  • कंपनियां
    • स्टार्ट-अप
    • रियल एस्टेट
    • टेलीकॉम
    • तेल-गैस
    • एफएमसीजी
    • उद्योग
    • समाचार
  • पॉलिटिक्स
  • लेख
    • संपादकीय
  • आपका पैसा
  • भारत
    • उत्तर प्रदेश
    • महाराष्ट्र
    • मध्य प्रदेश व छत्तीसगढ़
    • बिहार व झारखण्ड
    • राजस्थान
    • अन्य
  • मल्टीमीडिया
    • वीडियो
  • टेक-ऑटो
  • विविध
    • मनोरंजन
    • ट्रैवल-टूरिज्म
    • शिक्षा
    • स्वास्थ्य
  • अन्य
    • विशेष
    • आज का अखबार
    • ताजा खबरें
    • अंतरराष्ट्रीय
    • वित्त-बीमा
      • फिनटेक
      • बीमा
      • बैंक
      • बॉन्ड
      • समाचार
    • कमोडिटी
    • खेल
    • BS E-Paper
बिज़नेस स्टैंडर्ड
बिज़नेस स्टैंडर्ड
  • होम
  • अर्थव्यवस्था
  • बजट 2023
  • बाजार
    • शेयर बाजार
    • म्युचुअल फंड
    • आईपीओ
    • समाचार
  • कंपनियां
    • स्टार्ट-अप
    • रियल एस्टेट
    • टेलीकॉम
    • तेल-गैस
    • एफएमसीजी
    • उद्योग
    • समाचार
  • पॉलिटिक्स
  • लेख
    • संपादकीय
  • आपका पैसा
  • भारत
    • उत्तर प्रदेश
    • महाराष्ट्र
    • मध्य प्रदेश व छत्तीसगढ़
    • बिहार व झारखण्ड
    • राजस्थान
    • अन्य
  • मल्टीमीडिया
    • वीडियो
  • टेक-ऑटो
  • विशेष
  • विविध
    • मनोरंजन
    • ट्रैवल-टूरिज्म
    • शिक्षा
    • स्वास्थ्य
  • अन्य
  • आज का अखबार
  • ताजा खबरें
  • खेल
  • वित्त-बीमा
    • बैंक
    • बीमा
    • फिनटेक
    • बॉन्ड
  • BS E-Paper
बिज़नेस स्टैंडर्ड
  लेख  मध्यस्थता प्रक्रिया का मखौल उचित नहीं
लेख

मध्यस्थता प्रक्रिया का मखौल उचित नहीं

बीएस संवाददाता बीएस संवाददाता —November 27, 2020 11:58 PM IST
FacebookTwitterLinkedInWhatsAppEmail

उस घटना को करीब दो महीने बीत चुके हैं जब एक अंतरराष्ट्रीय मध्यस्थता पंचाट ने निर्णय दिया था कि भारत द्वारा वोडाफोन पर कर जवाबदेही लागू करना भारत और नीदरलैंड के बीच हुई निवेश संधि का उल्लंघन है। कंपनी ने मध्यस्थता पंचाट के समक्ष इस बात को चुनौती दी थी कि भारत सरकार ने सन 2012 के कानून के जरिये अतीत से कर लगाया था। इसमें वह सौदा भी शामिल था जिसके तहत 2007 में वोडाफोन ने 11 अरब डॉलर की राशि खर्च कर हचीसन व्हाम्पोआ के मोबाइल कारोबार में 67 फीसदी हिस्सा खरीदा था।
सरकार की प्रतिक्रिया वही थी जिसका अनुमान लगाया जा सकता था: हाल ही में सरकार ने दिल्ली उच्च न्यायालय से यह सोचने का समय मांगा कि वह इस फैसले को चुनौती देगी या नहीं। ऐसा इसलिए क्योंकि अभी इस मसले पर कैबिनेट की अधिकार प्राप्त समिति की बैठक होनी शेष है। ऐसा लगता नहीं कि मोदी सरकार के पहले कार्यकाल के वित्त मंत्री के रूप में दिवंगत अरुण जेटली द्वारा दिए गए आश्वासनों के बावजूद कुछ बदला है। उन्होंने कहा था कि सरकार उन मामलों में मध्यस्थता पंचाट के फैसलों का आदर करेगी जहां कंपनियों ने पिछली तारीख से लागू कर के मामलों में ऐसी मांग को चुनौती दी हो। सरकार की ओर से स्वाभाविक प्रक्रिया यह होनी चाहिए थी कि वह मध्यस्थता पंचाट के आदेश को स्वीकार कर लेती। खासकर ऐसे समय में जब पंचाट में भारत के नामित रोड्रिगो ओरेआमुनो ने भी भारत के दावे को खारिज कर दिया था। यह मामला वोडाफोन की 2007 की हच एस्सार लिमिटेड की खरीद से जुड़ा है क्या विवाद निस्तारण के लिए 13 वर्ष की अवधि पर्याप्त नहीं थी?
सरकार इस मामले में अपने कदम वापस खींच ही रही है, अदालतें भी ज्यादा पीछे नहीं हैं। इसका संबंध 2005 के एक और विवाद से है। इस महीने के आरंभ में सर्वोच्च न्यायालय ने एक अमेरिकी अदालत के आदेश पर भी स्थगन दे दिया। अमेरिकी अदालत ने भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संस्थान की वाणिज्यिक शाखा एंट्रिक्स कॉर्पोरेशन को कहा था कि वह बेंगलूरु के स्टार्ट अप देवास मल्टीमीडिया को एक उपग्रह का सौदा रद्द करने के एवज में 1.2 अरब डॉलर की राशि चुकाए। एंट्रिक्स ने पहले मध्यस्थता में जाने से इनकार किया था और सर्वोच्च न्यायालय से इस संबंध में एक निषेधाज्ञा आदेश भी हासिल कर लिया था। परंतु एक वर्ष बाद सर्वोच्च न्यायालय ने वह निषेधाज्ञा समाप्त कर दी थी और मध्यस्थता की प्रक्रिया आगे बढ़ी। देवास ने कहा कि तीन अलग-अलग अंतरराष्ट्रीय पंचाट और नौ अलग-अलग मध्यस्थों ने कहा कि समझौते को खत्म करना गलत था। एक पंचाट ने तो कहा कि यह गतिविधि एक तरह से चौंकाने या चकित करने वाली है। दूसरे ने इसे भारत द्वारा सदिच्छा का स्पष्ट उल्लंघन बताया।
बहरहाल, सर्वोच्च न्यायालय के इसे स्थगित रखने के निर्णय ने देवास की मुसीबतों में इजाफा किया लेकिन इसमें चकित होने वाली कोई बात नहीं है। देश की न्याय व्यवस्था नियमित रूप से मध्यस्थता के निर्णयों में हस्तक्षेप करती रही है और नीतिगत मामलों में अपवाद का दावा किया जाता रहा है। यह उस सिद्धांत की अवहेलना है जिसके मुताबिक न्यायालय को केवल दुर्लभ मामलों में ही हस्तक्षेप करना चाहिए।
परंतु भारत के न्यायालयों में ऐसा नहीं हुआ और ऐसे में जब भी किसी अंतरराष्ट्रीय पंचाट में फैसला खिलाफ जाता है, कंपनियां तुरंत न्यायालय का रुख करती हैं। इसका ताजा उदाहरण है फ्यूचर समूह। जैसे ही सिंगापुर मध्यस्थता पंचाट ने अंतरिम आदेश में कहा कि समूह अपने खुदरा और थोक कारोबार को रिलायंस रिटेल को अभी न बेचे, समूह ने तुरंत दिल्ली उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटा दिया। एमेजॉन ने यह आरोप लगाते हुए पंचाट का रुख किया था कि रिलायंस और फ्यूचर समूह के बीच 27,000 करोड़ रुपये का के सौदे में संविदात्मक अधिकारों का उल्लंघन हुआ है।
आश्चर्य नहीं कि भारत अनुबंध प्रवर्तन के मामले में 190 देशों में 163वें स्थान पर है। भारत में वाणिज्यिक विवाद के निस्तारण में औसतन चार वर्ष का समय लगता है। जबकि सिंगापुर में यह अवधि 164 दिन है और वह शीर्ष पर है। जबकि भारत अनुबंध प्रवर्तन में पांच सबसे फिसड्डी देशों में से एक है। सन 2018 में वाणिज्यिक न्यायालय अधिनियम के जरिये वाणिज्यिक विवादों की तीव्र सुनवाई की शुरुआत की गई थी। हालांकि इसका क्रियान्वयन सही तरीके से नहीं हो सका क्योंकि वाणिज्यिक अदालतों द्वारा दिए गए निर्णयों का क्रियान्वयन विभिन्न न्यायिक प्रक्रियाओं में उलझता रहा।
भारतीय जनता पार्टी ने सन 2014 के चुनावों में कर आतंकवाद खत्म करने का वादा किया था और नरेंद्र मोदी सरकार सत्ता में आई थी। भाजपा ने अपने चुनावी घोषणापत्र में भी कांग्रेसनीत संप्रग सरकार पर आरोप लगाया था कि वह कर आतंक और अनिश्चितता का माहौल बना रही है। पार्टी का कहना था कि इससे न केवल कारोबारी वर्ग चिंतित है बल्कि निवेश के माहौल पर भी नकारात्मक असर हो रहा है। इन बातों ने ब्रिटेन की केयर्न एनर्जी पीएलसी जैसी कंपनियों में आशा जगाई थी। यह कंपनी पूंजीगत लाभ पर कर लगाए जाने को लेकर सरकार के साथ उलझी हुई थी। परंतु ये सारी आशाएं हवा हो गईं। भाजपा सरकार के सत्ता में आने के दो वर्ष बाद फरवरी 2016 में केयर्न से 1.4 अरब डॉलर का कर मांग लिया गया था। इसमें ब्याज और जुर्माना दोनों शामिल थे। इस मामले में मध्यस्थता पंचाट का निर्णय जल्दी ही आने वाला है लेकिन वोडाफोन के अनुभव बताते हैं कि भले ही पंचाट का निर्णय केयर्न के पक्ष में आए लेकिन उसे न्याय पाने के लिए लंबा इंतजार करना पड़ सकता है।
मंत्रियों का अधिकार प्राप्त समूह जो इस मामले पर अंतिम निर्णय लेगा वह अगर यह बात याद रखे तो बेहतर होगा कि वोडाफोन मामले में देरी का विदेशी निवेशकों पर बुरा असर पड़ रहा है। इससे निवेश के केंद्र के रूप में देश की प्रतिष्ठा को भी काफी नुकसान पहुंच रहा है।

उच्च न्यायालयमध्यस्थता पंचाटविदेशी निवेशकवोडाफोनहच एस्सार
FacebookTwitterLinkedInWhatsAppEmail

संबंधित पोस्ट

  • संबंधित पोस्ट
  • More from author
आज का अखबार

साप्ताहिक मंथन : पूंजी पर कर

March 24, 2023 9:53 PM IST
आज का अखबार

गति श​क्ति को असरदार बनाने में निजी क्षेत्र हो सकता है मददगार

March 24, 2023 9:30 PM IST
आज का अखबार

वैश्विक उठापटक के बीच भारत सुरक्षित स्थिति में

March 24, 2023 9:22 PM IST
आज का अखबार

संतुलन बनाने का प्रयास

March 23, 2023 11:36 PM IST
आपका पैसा

वित्त विधेयक 2023 में संशोधन से टैक्सपेयर्स को मिली राहत, सात लाख रुपये से ऊपर केवल अतिरिक्त आय पर ही देना होगा टैक्स

March 24, 2023 6:47 PM IST
अंतरराष्ट्रीय

World TB Day 2023: WHO ने टीबी के खात्मे के लिए सरकारी और सामाजिक स्तर पर सहयोग का आह्वान किया

March 24, 2023 4:54 PM IST
अंतरराष्ट्रीय

अमेरिका ने फिर किया सीरिया में हवाई हमला, कम से कम चार ईरानी लड़ाकों की मौत: रिपोर्ट

March 24, 2023 4:21 PM IST
अन्य समाचार

Kitty O’Neil: 70 के दशक की खतरों से खेलने वाली स्टंट वुमेन को गूगल ने किया याद, बनाया स्पेशल डूडल

March 24, 2023 11:13 AM IST
अंतरराष्ट्रीय

World Bank president नॉमिनी अजय बंगा दिल्ली में कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए

March 24, 2023 10:08 AM IST
अंतरराष्ट्रीय

अजय बंगा भारत में, मोदी से मिलेंगे

March 24, 2023 9:53 AM IST

Trending Topics


  • Stocks To Watch
  • Share Market Today
  • Hindenburg | Jack Dorsey
  • DDMA | Mock Drill on Earthquake
  • Narendra Modi
  • Google Doodle
  • Corona Update
  • Rupee vs Dollar

सबकी नजर


टाटा पावर DDL बिजली चोरी मामलों के लिए 26 मार्च को लोक अदालत आयोजित करेगी

March 25, 2023 3:37 PM IST

संसद में रहूं या बाहर, चाहे जेल में डाल दिया जाए, लोकतंत्र के लिए लड़ता रहूंगा: राहुल गांधी

March 25, 2023 3:11 PM IST

BPCL ने दक्षिण भारत में 15 राजमार्गों पर बनाए 19 EV चार्जिंग गलियारे

March 25, 2023 3:01 PM IST

Jio ने 5G नेटवर्क के लिए देश भर में 1 लाख टावर लगाए

March 25, 2023 2:51 PM IST

मायावती की कांग्रेस व भाजपा को नसीहत-एक दूसरे के प्रति द्वेष से देश का नहीं होगा भला

March 25, 2023 1:53 PM IST

Latest News


  • टाटा पावर DDL बिजली चोरी मामलों के लिए 26 मार्च को लोक अदालत आयोजित करेगी
    by भाषा
    March 25, 2023
  • संसद में रहूं या बाहर, चाहे जेल में डाल दिया जाए, लोकतंत्र के लिए लड़ता रहूंगा: राहुल गांधी
    by भाषा
    March 25, 2023
  • BPCL ने दक्षिण भारत में 15 राजमार्गों पर बनाए 19 EV चार्जिंग गलियारे
    by भाषा
    March 25, 2023
  • Jio ने 5G नेटवर्क के लिए देश भर में 1 लाख टावर लगाए
    by भाषा
    March 25, 2023
  • मायावती की कांग्रेस व भाजपा को नसीहत-एक दूसरे के प्रति द्वेष से देश का नहीं होगा भला
    by भाषा
    March 25, 2023
  • चार्ट
  • आज का बाजार
57527.10 
IndicesLastChange Chg(%)
सेंसेक्स57527
-3980.69%
निफ्टी57527
-3980%
सीएनएक्स 50014279
-1250.87%
रुपया-डॉलर82.24
--
सोना(रु./10ग्रा.)51317.00
0.00-
चांदी (रु./किग्रा.)66740.00
0.00-

  • BSE
  • NSE
CompanyLast (Rs)Gain %
ITI97.8411.19
Cyient1001.556.36
Minda Corp210.854.93
Adani Green1030.004.84
GE Shipping Co623.903.94
Zydus Wellness1531.353.89
आगे पढ़े  
CompanyLast (Rs)Gain %
ITI98.2012.04
Cyient1001.206.05
Adani Green1029.354.78
GE Shipping Co624.453.87
Adani Transmissi1124.553.70
Zydus Wellness1524.553.64
आगे पढ़े  

# TRENDING

Stocks To WatchShare Market TodayHindenburg | Jack DorseyDDMA | Mock Drill on EarthquakeNarendra ModiGoogle DoodleCorona UpdateRupee vs Dollar
© Copyright 2023, All Rights Reserved
  • About Us
  • Authors
  • Partner with us
  • Jobs@BS
  • Advertise With Us
  • Terms & Conditions
  • Contact Us