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Wealth growth: अमीर लोग अपनी दौलत कैसे बढ़ाते हैं? सर्वे में HNI की रणनीतियां पता चल गईं

रिपोर्ट के मुताबिक, लगभग 77% प्रतिभागी प्रोफेशनल वेल्थ एडवाइजर पर भरोसा करते हैं, जिसमें UHNI समूह का बड़ा हिस्सा प्रोफेशनल गाइडेंस लेता है।

Last Updated- November 13, 2024 | 7:23 PM IST
HNI

रेटिंग एजेंसी क्रिसिल और वेल्थ मैनेजमेंट फर्म 360 ONE वेल्थ की एक हालिया वेल्थ इंडेक्स रिपोर्ट के अनुसार, भारत में हाई नेट-वर्थ इंडिविजुअल्स (HNIs) और अल्ट्रा हाई नेट-वर्थ इंडिविजुअल्स (UHNIs) सालाना 12-15% रिटर्न का टार्गेट रख रहे हैं। ऊंची इक्विटी वैल्यूएशन के कारण ये अमीर लोग पारंपरिक निवेश के अलावा पोर्टफोलियो मैनेजमेंट सर्विसेज, अल्टरनेटिव इन्वेस्टमेंट फंड्स और रियल एस्टेट इन्वेस्टमेंट ट्रस्ट्स जैसे विकल्पों में निवेश कर रहे हैं।

इस रिपोर्ट में भारत के 1,000 से ज्यादा अमीर लोगों का सर्वे किया गया है। इसमें HNIs और UHNIs ने बाजार में उतार-चढ़ाव के बावजूद अपने निवेश पर भरोसा बनाए रखा है। ये लोग मुख्य रूप से इक्विटी, म्यूचुअल फंड्स और दूसरे विकल्पों से रिटर्न कमाने पर ध्यान दे रहे हैं।

रिपोर्ट के मुताबिक, लगभग 77% प्रतिभागी प्रोफेशनल वेल्थ एडवाइजर पर भरोसा करते हैं, जिसमें UHNI समूह का बड़ा हिस्सा प्रोफेशनल गाइडेंस लेता है। इसके अलावा, 82% अमीर लोग या तो पहले से ही चैरिटी में शामिल हैं या अगले दो साल में करने की योजना बना रहे हैं। खासकर 60 वर्ष से अधिक उम्र के UHNIs चैरिटी गतिविधियों की ओर ज्यादा रुचि दिखा रहे हैं।

कानूनी समस्याओं से बचने के लिए, 72% अमीर लोग मानते हैं कि उत्तराधिकार योजना (सक्सेशन प्लानिंग) जरूरी है। UHNIs में से 86% ने अपनी संपत्ति योजनाएं शुरू या पूरी कर ली हैं। साथ ही, सस्टेनेबिलिटी और जिम्मेदार निवेश के बढ़ते रुझान के चलते ESG (एनवायरनमेंट, सोशल और गवर्नेंस) निवेश भी लोकप्रिय हो रहा है, जिसमें 68% अमीर निवेशक ESG सिद्धांतों को अपनी निवेश रणनीति का हिस्सा मानते हैं।

महिलाएं अब तेजी से अमीरों के समूह में शामिल हो रही हैं, जिनमें से 40% से ज्यादा की उम्र 51-60 वर्ष के बीच है। ये महिलाएं स्थिर और कम जोखिम वाले निवेश विकल्पों को प्राथमिकता देती हैं और वेल्थ मैनेजमेंट के फैसलों में भी सक्रिय भूमिका निभा रही हैं।

रिपोर्ट में अमीर निवेशकों ने सबसे ज्यादा स्टॉक्स, म्यूचुअल फंड्स और फिक्स्ड-इनकम सिक्योरिटीज में निवेश करना पसंद किया है। पोर्टफोलियो मैनेजमेंट सर्विसेज (PMS) और अल्टरनेटिव इन्वेस्टमेंट फंड्स (AIFs) जैसी नई निवेश योजनाओं के बारे में उनकी जानकारी अभी कम है।

मुख्य बातें:

रिटर्न की उम्मीदें: लगभग 70% HNIs और UHNIs सालाना 12-15% रिटर्न की उम्मीद कर रहे हैं।

निवेश की पसंद: करीब 55% निवेशक लंबी अवधि में अच्छे रिटर्न की संभावना के कारण इक्विटी (शेयर बाजार) को पसंद कर रहे हैं। इसके बाद फिक्स्ड-इनकम और प्राइवेट इक्विटी जैसी वैकल्पिक निवेशों को चुन रहे हैं।

नए विकल्पों की ओर रुझान: रियल एस्टेट और क्रिप्टोकरेंसी जैसे नए विकल्प लोकप्रिय हो रहे हैं। लगभग 20% अमीर लोग रियल एस्टेट में निवेश बढ़ा रहे हैं, जो स्थिर रिटर्न देता है। कुछ निवेशक अपने पोर्टफोलियो का छोटा हिस्सा क्रिप्टोकरेंसी में भी डाल रहे हैं।

घरेलू बाजार में विश्वास: निवेशक भारतीय स्टॉक्स पर अधिक ध्यान दे रहे हैं, खासकर तकनीक, स्वास्थ्य, और अक्षय ऊर्जा जैसे क्षेत्रों में।

रिपोर्ट के अनुसार, सफलता का मतलब: 41% लोग सफलता को हर तरह की बाजार स्थिति में पॉजिटिव रिटर्न हासिल करना मानते हैं, जबकि 37% लोग इंडेक्स से बेहतर प्रदर्शन को सफलता मानते हैं।

जोखिम: 65% से अधिक HNIs और UHNIs बैलेंस्ड निवेश स्टाइल को प्राथमिकता देते हैं, जबकि 22% लोग ज्यादा रिटर्न के लिए ज्यादा जोखिम वाले निवेश को तैयार हैं।

पसंदीदा निवेश: पोर्टफोलियो में सबसे ज्यादा हिस्सा इक्विटी का है, जो 39% है, इसके बाद डेट (20%), रियल एस्टेट (19%), और सोना व कमोडिटी (10%) हैं। लगभग 48% HNIs और 36% UHNIs अपने पोर्टफोलियो का 10-15% ऐसे एसेट्स में रखना पसंद करते हैं, जिन्हें 3-5 दिनों में बेचा जा सके।

विदेशी निवेश: विदेशी निवेश में 51% लोग अमेरिका को प्राथमिकता देते हैं, इसके बाद अन्य एशियाई बाजार (15%) और फिर यूके का स्थान है। UHNIs में से 50% विदेश में निवेश के लिए तैयार हैं, जबकि HNIs में यह आंकड़ा 30% है।

मूल्य वृद्धि का लक्ष्य: 39% UHNIs का मुख्य उद्देश्य पूंजी बढ़ाना है, जबकि 22% संपत्ति की सुरक्षा पर ध्यान देते हैं। वहीं, HNIs का फोकस आय कमाने (39%) और उसके बाद पूंजी बढ़ाने (32%) पर है। 60 साल से अधिक उम्र के ज्यादातर निवेशक पूंजी वृद्धि को प्राथमिकता देते हैं, इसके बाद उनके लिए संपत्ति सुरक्षा और आय कमाना प्रमुख गोल हैं।

First Published - November 13, 2024 | 7:23 PM IST

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