SBI vs ICICI Vs HDFC bank: बिना बाजार का जोखिम लिये फिक्स्ड इनकम के लिए निवेश करना चाहते हैं, तो बैंकों की टर्म डिपॉजिट या फिक्स्ड डिपॉजिट (TDs/FDs) एक अच्छा ऑप्शन हो सकता है। Bank FDs देश में सबसे लोकप्रिय निवेश विकल्पों में से एक हैं। बैंकों की एफडी स्कीम में जमाकर्ता को एक तय अवधि के लिए एक अमाउंट निवेश करना होता है। जिसमें जमाकर्ता को मैच्योरिटी पर ब्याज के साथ फिक्सड इनकम होती है। बैंकों में 7 दिन से लेकर 10 साल तक की अलग-अलग मैच्योरिटी के लिए एफडी करा सकते हैं। आइए जानते हैं, देश के तीन बड़े बैंकों SBI, ICICI Bank और HDFC Bank में अगर 5 साल की अवधि के लिए 10 लाख रुपये की एफडी करते हैं, तो कहां ज्यादा फायदा होगा।
SBI: 5 साल के लिए ₹10 लाख जमा पर फायदा
देश का सबसे बड़ा बैंक SBI रेगुलर कस्टमर को 5 साल की FD पर सालाना 6.5 फीसदी ब्याज दे रहा है। सीनियर सिटीजन के लिए यह दरें 7.50 फीसदी हैं। ये ब्याज दरें 15 जून 2024 से 3 करोड़ रुपये से कम के जमा पर लागू हैं।
FD कैलकुलेटर के मुताबिक, अगर रेगुलर कस्टमर 10 लाख रुपये की एफडी कराता है, तो उसे 5 साल में मैच्योरिटी पर 13,80,420 रुपये मिलेंगे। इस तरह, ब्याज से 3,80,420 रुपये की इनकम होगी। दूसरी ओर, सीनियर सिटीजन को 10 लाख रुपये जमा पर मैच्योरिटी के समय 14,49,948 रुपये की कमाई होगी। इसमें ब्याज से 4,49,948 रुपये की इनकम होगी।
HDFC Bank: 5 साल के लिए ₹10 लाख जमा पर फायदा
HDFC Bank रेगुलर कस्टमर को 5 साल की FD पर सालाना 7 फीसदी ब्याज ऑफर कर रहा है। सीनियर सिटीजन के लिए यह दरें 7.50 फीसदी हैं। ये ब्याज दरें 24 जुलाई 2024 से 3 करोड़ रुपये से कम के जमा पर लागू हैं।
FD कैलकुलेटर के मुताबिक, अगर रेगुलर कस्टमर 10 लाख रुपये की एफडी कराता है, तो मैच्योरिटी पर उसे 14,14,778 रुपये मिलेंगे। इस तरह, ब्याज से 4,14,778 रुपये की कमाई होगी। दूसरी ओर, सीनियर सिटीजन को 10 लाख रुपये जमा करने पर मैच्योरिटी के समय कुल 14,49,948 रुपये मिलेंगे। इसमें ब्याज से 4,49,948 रुपये की कमाई होगी।
ICICI Bank: 5 साल के लिए ₹10 लाख जमा पर फायदा
ICICI Bank रेगुलर कस्टमर को 5 साल की FD पर सालाना 7 फीसदी ब्याज दे रहा है। सीनियर सिटीजन के लिए यह दरें 7.50 फीसदी हैं। ये ब्याज दरें 11 नवंबर 2024 से 3 करोड़ रुपये से कम के जमा पर लागू हैं।
FD कैलकुलेटर के मुताबिक, अगर रेगुलर कस्टमर ने 10 लाख रुपये की एफडी कराता है, तो मैच्योरिटी पर 14,14,778 रुपये मिलेंगे। इस तरह, ब्याज से 4,14,778 रुपये की कमाई होगी। वहीं, सीनियर सिटीजन को 10 लाख रुपये जमा करने पर मैच्योरिटी के समय 14,49,948 रुपये की इनकम होगी। इसमें ब्याज से 4,49,948 रुपये की कमाई होगी।
FDs की कमाई पर लगेगा टैक्स
इनकम टैक्स नियम के मुताबिक, फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) पर मिलने वाला ब्याज टैक्सेबल होता है। अगर FD पर एक वित्त वर्ष में मिलने वाला ब्याज 40,000 रुपये से ज्यादा है, तो बैंक TDS (टैक्स डिडक्शन एट सोर्स) की कटौती करता है। सीनियर सिटीजंस के लिए यह लिमिट 50,000 रुपये है। अगर किसी व्यक्ति की इनकम टैक्सेबल लिमिट से कम है, तो वह फॉर्म 15G और 15H भरकर बैंक को TDS कटौती न करने रिक्वेस्ट करना होगा। ऐसे निवेशक जिनकी उम्र 60 साल से कम है, वे फॉर्म 15G भरेंगे। 60 साल तक टैक्सपेयर्स के लिए टैक्स छूट की लिमिट 2.5 लाख रुपये है। दूसरी ओर, 60 साल या उससे ज्यादा उम्र के लोगों को फॉर्म 15H भरना होता है।
सरकारी या प्राइवेट दोनों ही बैंकों में 5 साल की FD कराने पर इनकम टैक्स के सेक्शन 80C में टैक्स डिडक्शन का फायदा मिलता है। इसमें एक फाइनेंशियल ईयर में अधिकतम 1.50 लाख रुपये तक के निवेश पर टैक्स डिडक्शन क्लेम किया जा सकता है। हालांकि, इसमें 5 साल का लॉक इन पीरियड होता है।
(नोट: FD की ब्याज दरें की जानकारी बैंकों की ऑफिशियल वेबसाइट्स से ली गई हैं। एफडी पर ब्याज दरों की कैलकुलेशन मौजूदा ब्याज दरों के आधार पर है। इसमें बदलाव होने पर मैच्योरिटी पर होने वाली कुल इनकम में बदलाव हो सकता है।)